घर से बाहर जाने वाले लोगों को त्वचा की देखभाल करना बेहद आवश्यक होता है। दरअसल, बाहर बढ़ते प्रदूषण का सीधा असर चेहरे पर पड़ता है। इसकी वजह से चेहरे की रंगत कम होने लगती है। साथ ही, चेहरे की त्वचा में कई तरह की समस्याएं होने लगती है। एक्ने स्किन समस्या की एक बड़ी वजह मानी जाती है। एक्सपर्ट्स की मानें तो चेहरे पर मुंहासे होने के पीछे बैक्टीरियल या हार्मोनल बदलाव हो सकते हैं। इस लेख में आगे इंद्रप्रस्थ अपोलो अस्पताल के डर्मेटोलॉजी सीनियर कंसल्टेंट डॉक्टर डीएम महाजन से जानते हैं कि बैक्टीरियल व हार्मोनल एक्ने के बीच में क्या अंतर (Bacterial Acne vs Hormonal Acne) होते है और इससे कैसे बचाव किया जा सकता है।
हार्मोनल एक्ने क्या है?
शरीर के हार्मोन में बदलाव की वजह से इस तरह के एक्ने होते हैं। इस तरह के एक्ने महिलाओं को अक्सर पीरियड्स, प्रेग्नेंसी, ओवुलेशन, मेनोपॉज व आदि समय देखने के मिल सकते हैं। इसके अलावा, पीसीओएस होने पर भी महिलाओं के शरीर में हार्मोनल बदलाव तेजी से होता है। ऐसे में एक्ने व मुंहासों की समस्या (Acne) हो सकती है। हार्मोनल एक्ने गहरे लाल रंग के दिखाई देते हैं। यह चेहरे के निचले हिस्से पर ज्यादातर दिखाई देते हैं। एंड्रोजन हार्मोन के स्तर में बढ़ोतरी से ऑयल ग्लैंड प्रभावित होते हैं, जिससे मुंहासे हो सकते हैं।
बैक्टीरियल एक्ने क्या है?
स्किन पर बैक्टीरियल इंफेक्शन (Bacterial Infection) व बैक्टीरिया की वजह से होने वाले एक्ने को बैक्टीरिल एक्ने कहा जाता है। दरअसल, जब हेयर पोर्स और फॉलिक्स के पास में बैक्टीरिया बढ़ने लगते हैं, तो ऐसे में मुंहासे हो सकते हैं। वैसे तो कुछ तरह के बैक्टीरियल एक्ने स्किन के लिए हानिकारक नहीं होते हैं, लेकिन इनके बढ़ोतरी से स्किन को नुकसान हो सकता है।
बैक्टीरियल एक्ने और हार्मोनल एक्ने में अंतर - Difference Between Bacterial Acne And Hormonal Acne In Hindi
शरीर के हिस्से के आधार पर
बैक्टीरियल एक्ने बार-बार हो सकते हैं। जिन लोगों की त्वचा तैलीय होती है उनको बैक्टीरियल एक्ने होने की संभावना अधिक होती है। यह ज्यादातर माथे, नाक व ठोड़ी के पास हो सकते हैं। जबकि, हार्मोनल एक्ने चेहरे के निचले हिस्से में होते हैं, जैसे गर्दन व चेहरे के नीचे हिस्से पर हो सकते हैं।
समय में बदलाव
जब महिलाओं के शरीर में हार्मोनल बदलाव होते हैं, जैसे पीरियड्स के अनियमित होने या देरी से आने कारण हार्मोनल एक्ने की संभावना अधिक होती है। इसके विपरीत बैक्टीरियल एक्ने किसी भी समय हो सकते हैं।
एक्ने का आकार
हार्मोनल एक्ने गहरे लाल रंग के किसी सिस्ट की तरह दिखाई देते हैं। जबकि, बैक्टीरियल एक्ने मोटे पिंपल की तरह दिखाई देते हैं। ऐसा लगता है कि इनमें तरल भरा है।
एक्ने से बचने के लिए क्या करें? - Acne Prevention Tips In Hindi
- दिन भर में पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं।
- स्किन की साफ सफाई पर ध्यान दें।
- समय-समय पर क्लीजिंग का उपयोग करें।
- डाइट में बदलाव कर पौष्टिक चीजों का सेवन ज्यादा से ज्याद करें।
- बाहर से आने के बाद चेहरे को साफ करें।
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चेहरे पर एक्ने होने पर आपको इसे खरोंचना नहीं चाहिए। एक्ने की वजह से चेहरे पर निशान हो सकते हैं। अधिकतर एक्ने अपने आप ठीक हो जाते हैं। बैक्टीरियल एक्ने से बचाव के लिए आप स्किन को साफ रखें। अगर, एक्ने में दर्द हो रहा है तो स्किन स्पेशलिस्ट से अवश्य संपर्क करें।