क्यों आते हैं प्रेगनेंसी के दौरान चक्कर और इन्हें कैसे कंट्रोल करें?

प्रेगनेंसी के दौरान यदि आपको  कमजोरी महसूस हो रही है या चक्कर आ रहे हैं तो, इसकी वजह जानना भी जरूरी है। ताकि आप इसका इलाज कर सकें
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क्यों आते हैं प्रेगनेंसी के दौरान चक्कर और इन्हें कैसे कंट्रोल करें?


गर्भावस्था के दौरान चक्कर (Dizziness During Pregnancy) आना बहुत आम है और ऐसा शरीर के अंदर होने वाले बहुत से शारीरिक और हार्मोनल बदलावों के कारण हो सकता है। डॉक्टर रंजना बैकन, गायनेकोलॉजिस्ट, कोलंबिया एशिया हॉस्पिटल के अनुसार,अक्सर जब यूट्रस बढ़ जाता है तो इस कारण दिल से ब्लड ले जाने वाली बड़ी नस दब जाती है और इस कारण ब्रेन में ब्लड सप्लाई बाधित होने लगती है। बहुत सी बार ब्लड फ्लो धीमा होने और मस्तिष्क तक पहुंचने वाले ग्लूकोज की रफ्तार धीमी हो जाने से भी यह लक्षण आपको देखने को मिल सकता है। शरीर में आयरन की कमी भी इसकी एक वजह हो सकती है। या फिर अचानक से खड़े होने से भी चक्कर आ जाते हैं। देखा गया है कि कुछ महिलाओं में यह समस्या या तो पहली तिमाही में होती है या किसी किसी को पूरे नौ महीने ही ऐसा महसूस होता है। इन सब बातों के अलावा भी अन्य निम्न कारण हो सकते हैं गर्भावस्था के दौरान चक्कर (Dizziness During Pregnancy) आने के।

गर्भावस्था के दौरान आने वाले चक्कर के कारण

1. एक्टोपिक प्रेगनेंसी (Ectopic Pregnancy)

यह ऐसी अवस्था है जिसमें एग यूट्रस से बाहर फर्टिलाइज होता है। इस दौरान होने वाली ब्लीडिंग या ब्लड प्रेशर लो होने के कारण भी गर्भवती महिला को चक्कर आ सकते हैं। इसके साथ ही पेट में दर्द और थोड़ी ब्लीडिंग भी दिख सकती है। ऐसा आमतौर पर पहले 3 महीनों में होता है और महिला को तुरंत डॉक्टर की सहायता लेनी पड़ सकती है।

2. हार्मोनल बदलाव (Hormonal Changes)

प्रेगनेंसी के दौरान होने वाले हार्मोनल बदलावों के कारण भी आपको चक्कर आ सकते है । गर्भवती महिला में ब्लड वेसल के रिलैक्स होने के कारण नसों में खून कम हो सकता है और होने वाली मां का ब्लड प्रेशर भी कम हो सकता है। इस कारण कभी कभी ब्रेन तक ब्लड सप्लाई भी कम हो जाती है और चक्कर आना शुरू हो जाते हैं।

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3. हाइपरमेसिस ग्रेविडेरम ( Hyperemesis Gravidarum)

यह महिलाओं में प्रेगनेंसी के दौरान होने वाली बहुत अधिक मॉर्निंग सिकनेस या उल्टियां और जी मिचलाना होता है। इसके दौरान महिलाओं में उल्टियां करने से पानी की कमी हो जाती है। इस कारण उनको चक्कर आ सकते है। ऐसा प्रेगनेंसी के पहले महीने से ही शुरू हो जाता है और तीसरे तक रहता है।

4. ब्लड वेसल्स में प्रेशर (When Pressure Exert)

दूसरे तीन महीनों में बढ़ता हुआ बच्चा ब्लड वेसल्स पर प्रेशर डालता है। इस कारण महिला के ब्रेन तक होने वाली ब्लड सप्लाई थोड़ी कम हो जाती है। इसी वजह से  महिला को अक्सर चक्कर आने लगते हैं।

5. ब्लड ग्लूकोज लेवल का कम होना (Shortage of Glucose)

गर्भावस्था के दौरान मेटाबॉलिज्म में बदलाव आ जाते हैं। जिस कारण गर्भवती महिला का ब्लड शुगर लेवल लो हो जाता है और साथ ही ब्लड ग्लूकोज लेवल भी कम हो जाता है। जिस कारण उनको चक्कर आने शुरू होने लगते हैं।

6. जेस्टेशनल डायबिटीज (Gestational Diabetes)

जिन प्रेगनेंट महिलाओं को गेस्टेशनल डायबिटीज होती है उनके शुगर लेवल बहुत कम होते हैं और इस वजह से उनको चक्कर आ सकते हैं। यह उनको भूख लगने के कारण भी हो सकता है।

7. वेरीकोज वेंस (Varicose veins)

जब दिल तक वापस आने वाली वेरीकोस वेंस में रुकावट पैदा होती है तो इससे महिलाओं का ब्लड प्रेशर कम हो जाता है जिस कारण वह चक्कर खाने लगती हैं।

8. डिहाइड्रेशन होना (Dehydration)

किसी भी तरह से शरीर में पानी की कमी होना चक्कर आने का कारण हो सकता है। असल में इससे उनके शरीर में वॉल्यूम डिप्लेशन भी होता है और लो ब्लड प्रेशर भी होता है।

9. कमर के बल लेटना (Lying on the Back)

प्रेगनेंसी के तीसरे या अंतिम तीन महीनों के दौरान जब महिलाएं अपनी कमर के बल लेटती हैं तो उनको चक्कर आने शुरू हो सकते हैं। यह उनकी वीना केवा यानी लोअर बॉडी से दिल तक ब्लड ले जाने वाली नसों पर लगने वाले प्रेशर के कारण होता है।

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10. एनीमिया (Anemia)

प्रेगनेंसी के दौरान महिलाओं को आयरन की अधिक आवश्यकता होती है और उनकी शरीर में आयरन की कमी की वजह से एनीमिया हो जाता है। बहुत सी लोगों और महिलाओं में चक्कर आना या थकान महसूस करना एनीमिया का पहला लक्षण है।

11. ब्लीडिंग (Bleeding)

बहुत से कारणों की वजह से ब्लीडिंग होने के कारण लो बीपी की समस्या की वजह से भी महिला को गर्भावस्था के दौरान चक्कर (Dizziness During Pregnancy) आते हैं।

प्रेगनेंसी के दौरान चक्कर आने से आप खुद को कैसे बचा सकती हैं (Steps To Prevent Dizziness)

  • 6 महीनों के बाद आपको अपनी कमर के बल नहीं लेटना चाहिए।
  • अपने आप को हाइड्रेटेड रखें।
  • डॉक्टर के सुझाव के मुताबिक नियमित रूप से खाना खाएं।
  • अगर अधिक गर्मी है तो बाहर जाने से बचें।
  • अपने डॉक्टर द्वारा सुझाई आयरन सप्लीमेंट लेते रहें।
  • लेटते हुए और उठते समय अधिक ध्यान रखें।
  • बहुत ही अधिक लंबे समय तक खड़ा रहना अवॉइड करें।
  • सर्कुलेटरी समस्याओं को अवॉयड करने के लिए आपको खुले खुले और आरामदायक कपड़े पहनने चाहिए।

गर्भावस्था के दौरान चक्कर (Dizziness During Pregnancy) आने से बचने के लिए बताये गये ये सब टिप्स अपनाने चाहिए। यही नहीं अगर वेजाइनल ब्लीडिंग और अन्य गंभीर समस्या महसूस हो रही है तो डॉक्टर से तुरंत संपर्क करें। इस समय के दौरान आपको अपना एक्स्ट्रा ख्याल रखना चाहिए।

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