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बच्चों में बैक्टीरियल निमोनिया के क्या कारण हो सकते हैं? डॉक्टर से जानें

छोटे बच्चों की इम्यूनिटी पावर काफी कमजोर होती है। इस वजह से उनको संक्रमण का जोखिम अधिक होता है। इस लेख में जानते हैं कि बच्चों में बैक्टीरियल निमोनिया के क्या कारण हो सकते हैं?
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बच्चों में बैक्टीरियल निमोनिया के क्या कारण हो सकते हैं? डॉक्टर से जानें


Bacterial Pneumonia in Children: हर अभिभावक चाहते हैं कि उनके बच्चे बीमार न पड़े। लेकिन, बच्चे अक्सर लापरवाही करते हैं, आपने खुद नोटिस किया होगा कि बच्चे हर चीजों को मुंह में डाल लेते हैं। बच्चों की यही आदतें उनको बीमार करने का बड़ा कारण बन सकती हैं। डॉक्टर्स बताते हैं कि बच्चों की इम्यूनिटी पावर कमजोर होती है, ऐसे में मौसम में बदलाव के कारण उनको संक्रमण या अन्य समस्याएं होने का जोखिम अधिक होता है। इन्हीं संक्रमणों में बैक्रटीरियल निमोनिया (Bacterial Pneumonia) को भी शामिल किया जाता है। इसमें बच्चों को तेज बुखार, खांसी, सांस लेने में परेशानी और थकान हो सकती है। यदि समय पर बच्चों के बैक्टीरियल निमोनिया का इलाज न किया जाए तो यह गंभीर रूप ले सकता है। इसके लेख में डॉ. सुनील सरीन, पीडियाट्रिक्स एंड नियोनेटोलॉजी, अपोलो स्पेक्ट्रा अस्पताल, करोल बाग, दिल्ली से आगे जानते हैं कि बच्चों में बैक्टीरियल निमोनिया के क्या कारण हो सकते हैं, और इस समस्या से कैसे बचाव किया जा सकता है।

बच्चों में बैक्टीरियल निमोनिया के प्रमुख कारण - Causes Of Bacterial Pneumonia in Children In Hindi

निमोनिय सीधे तौर पर फेफड़ों को प्रभावित करता है, इस स्थिति में फेफड़ों में बनी एयर थैलियों (Alveoli) में तरल भर जाता है। इस वजह से बच्चों को सांस लेने में परेशानी हो सकती है। यह बच्चे में ऑक्सीजन की कमी का कारण बन सकती है। डॉक्टर बताते हैं कि जब बैक्टीरिया के कारण निमोनिया होता है तो इसको बैक्टीरियल निमोनिया कहा जाता है। आगे जानते हैं बच्चों को किन कारणों से बैक्टीरियल निमोनिया होता है।

स्ट्रेप्टोकॉकस न्यूमोनिया (Streptococcus pneumoniae)

बच्चों को होने वाले बैक्टीरियल निमोनिया के यह एक बेहद सामान्य कारण माना जाता है। जब बच्चा पहले से इस बैक्टीरिया से संक्रमित के पास जाता है तो यह हवा के माध्यम से बच्चा भी संक्रमित हो सकता है। इसके अलावा, संक्रमित सतहों को छूने और दोबारा उसे अपने मुंह को छूने से फैल सकता है।

causes of bacterial pneumonia in children in

हैमॉफिलस इन्फ्लुएंजा टाइप B (Hib)

बच्चों में होने बैक्टीरियल इंफेक्शन का यह दूसरा मुख्य कारण माना जाता है। हैमॉफिलस इन्फ्लुएंजा टाइप बी बैक्टीरिया आमतौर पर रेस्पिरेटरी ट्रैक्ट की ऊपरी भाग में पाया जाता है। यह बच्चे की प्रतिरक्षा को कमजोर कर निमोनिया का कारण बन सकता है। इससे बचने के लिए बच्चों को वैक्सीन दी जाती है।

स्टैफिलोकोकस ऑरियस (Staphylococcus aureus)

यह बैक्टीरिया भी फेफड़ों में घातक संक्रमण फैला सकता है, और यह अक्सर अस्पताल में भर्ती बच्चों को प्रभावित करता है।

मायकोप्लाज़्मा न्यूमोनिया (Mycoplasma pneumoniae)

यह बैक्टीरिया छोटे बच्चों की अपेक्षा बड़े बच्चों और किशोरों में ज्यादा पाया जाता है, लेकिन कुछ मामलों में यह छोटे बच्चों में भी पाया गया है। यदि, बच्चे को बुखार या खांसी जैसे लक्षण दिखाई दे तो ऐसे में आप तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।

बच्चों में बैक्टीरियल निमोनिया किस तरह से फैलता है? - How Does Bacterial Pneumonia Spread in Children?

बैक्टीरियल निमोनिया का संक्रमण आमतौर पर हवा के जरिए फैलता है। जब कोई संक्रमित व्यक्ति खांसता या छींकता है, तो हवा में मौजूद बैक्टीरिया बच्चे के श्वसन तंत्र में प्रवेश कर सकते हैं। इसके अलावा आगे बताई स्थितियों में जोखिम बढ़ जाता है।
जब आप बच्चे को किसी बाजार या भीड़भाड़ वाली जगहों पर जाता है।
निमोनिया के संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आना।
हाथ को बिना साफ किए खाना खा लेना।

बच्चों में बैक्टीरियल निमोनिया के क्या लक्षण होते हैं? - What Are The Symptoms Of Bacterial Pneumonia In Children?

बैक्टीरियल निमोनिया के लक्षण वायरस से होने वाले निमोनिया से ज्यादा तेज और गंभीर होते हैं। इसमें आगे बताए लक्षणों को शामिल किया जाता है।

बच्चों को तेज बुखार आना
सांस लेने में घरघराहटर की आवाज आना
बच्चों में खांसी के साथ पीले या हरे बलगम का निकलना
बच्चों के सीने में दर्द होना और जकड़न होना
बच्चों में चिड़चिड़ापन
बिना किसी कारण बच्चे का लगातार रोना, आदि।

बच्चों में बैक्टीरियल निमोनिया से बचाव कैसे करें? - Prevention Tips Of Bacterial Pneumonia in Children in Hindi

  • बच्चों को निमोनिया से बच्चों से लिए वैक्सीसन लगाएं।
  • बच्चे के कमरे को साफ-सुथरा रखें।
  • बच्चे को भीड़भाड़ वाली जगहों पर न ले जाएं।
  • अगर, बच्चा बाहर से खेल कर आए तो उसे साबुन से हाथ-पैर धोने की आदत डालें।
  • खांसी-छींकते समय बच्चे को मुंह ढंकना सिखाएं।

इसे भी पढ़ें: बच्चे को बुखार है तो इन 5 बातों का जरूर रखें ध्यान, जल्दी रिकवरी में मिलेगी मदद

Bacterial Pneumonia in Children in Hindi: बैक्टीरियल निमोनिया बच्चों में एक गंभीर रोग हो सकता है, लेकिन यदि समय पर इसके लक्षणों को पहचाना जाए और उचित इलाज किया जाए, तो यह पूरी तरह ठीक हो सकता है। माता-पिता को चाहिए कि वे बच्चों के स्वास्थ्य पर सतर्क नज़र रखें, उनके टीकाकरण को समय पर पूरा करवाएं और किसी भी तरह के संक्रमण के लक्षण दिखते ही डॉक्टर से परामर्श लें।

FAQ

  • बच्चों को वायरल इंफेक्शन के क्या कारण है?

    बच्चों में वायरल संक्रमण, वायरस के कारण होते हैं जो शरीर में स्वस्थ कोशिकाओं पर हमला करते हैं। ये संक्रमण आमतौर पर खांसी, छींक, किसी दूषित सतह को छूने के माध्यम से फैलते हैं।
  • वायरल बुखार से बचने के क्या उपाय हैं?

    वायरल बुखार से बचने के लिए आप भीड़-भाड़ वाली जगहों से दूर रहें। बिना हाथ धोए अपने चेहरे, मुंह और नाक को छूने से परहेज करें।
  • वायरस रोगों से बच्चों को कैसे बचाया जा सकता है?

    बच्चों को वायरस जनित रोगों से बचाने के लिए टीकाकरण, अच्छी स्वच्छता, और स्वस्थ वातावरण का पालन करना महत्वपूर्ण है। 

 

 

 

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