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डेड स्किन सेल्स की वजह से आंखों के नीचे हो सकती हैं सफेद फुंसियां (Milia), जानें इसके कारण और लक्षण

त्वचा में होने वाले बदलावों की वजह से आंखों के नीचे सफेद रंग की छोटी फुंसियां हो सकती हैं? आगे जानते हैं कि इस समस्या के कारण
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डेड स्किन सेल्स की वजह से आंखों के नीचे हो सकती हैं सफेद फुंसियां (Milia), जानें इसके कारण और लक्षण


Causes Of Milia Under Eyes: हार्मोन व अन्य कारणों से त्वचा पर कई तरह की समस्याएं हो सकती हैं। दरअसल, त्वचा की कोशिकाएं निरंतर बनती और मृत होती हैं। कई बार डेड स्किन सेल्स त्वचा पर ही इकट्ठा होने लगते हैं, जिसकी वजह से स्किन पर दाने व फुंसियां होने लगती हैं। ठीक इसी तरह लोगों को आंखों के नीचे सफेद रंग की फुंसियां दिखाई देती हैं। वैसे, तो यह समस्या नवजात शिशुओं को होती है। लेकिन, कई मामलों में यह वयस्क पुरुषों और महिलाओं को भी हो सकती है। डेड स्किन सेल्स के अलावा भी इसके मिलिया होने के कई कारण हो सकते हैं। इस लेख में श्री बालाजी एक्शन मेडिकल इंस्टिट्यूट के  डर्मेटोलॉजिस्ट और सीनियर कंसल्टेंट डॉक्टर विजय सिंघल से जानते हैं कि आंखों के नीचे मिलिया होने के क्या कारण (Milia Causes) हो सकते हैं। साथ ही इस समस्या में किस तरह के लक्षण दिखाई देते हैं। 

आंखों के नीचे सफेद फुंसियां होने के कारण - Causes Of Milia Under Eyes In Hindi

डेड स्किन सेल्स

डेड स्किन सेल्स त्वचा के सतह के नीचे सिस्ट बनाने का कारण बनती हैं। यह छोटे उभरी फुंसियों को मिलिया कहते हैं। शरीर में नेचुरली रूप से डेड सेल्स हटती हैं और उस जगह पर नई कोशिकाएं बनती हैं। जब डेड स्किन सेल्स त्वचा (Dead Skin Cells) में ही इकट्ठा होती हैं तो नई कोशिकाएं उनके ही ऊपर से बन जाती हैं। ऐसे में मृत कोशिकाएं स्किन की ऊपरी सतह की पहली लेयर में ही फंस जाती हैं। बाद में यह डेड स्किन सेल्स सख्त हो जाती हैं और मिलिया का कारण बनती हैं। 

causes and symptoms of milia under eyes

स्किन केयर प्रोडक्ट 

आंखों के नीचे मिलिया बनने का कारण है, हैवी और कॉमेडोजेनिक स्किन केयर प्रोडक्ट (Skin Care Products) का इस्तेमाल करना। मेकअप या मॉइस्चराइजर का इस्तेमाल करने से स्किन पोर्स बंद होने की संभावना बढ़ जाती है। दरअसल, इन पोर्स के अंदर सेल्स और सीबम फंस सकता है, जो मिलिया का कारण बन सकता है। 

समय पर एक्सफोलिएशन न करना

एक्सफोलिएशन न करने की वजह से डेड स्किन सेल्स त्वचा पर इकट्ठा होने की संभावना अधिक होती है। ऐसे में मिलिया होने की आशंका बढ़ जाती है। इससे बचने के लिए आपको एक निश्चित समय के अंतराल में एक्सफोलिएशन (Skin Exfoliation) करना चाहिए। 

यूवी किरणों से स्किन डैमेज 

धूप में ज्यादातर बाहर रहने की वजह से स्किन में नुकसान हो सकता है। सूर्य की यूवी किरणों से सर्न बर्न व स्किन डैमेज हो सकती है। इसके अलावा, यूवी किरणें केराटिन (release keratin) को बना सकती है, केराटिन एक तरह का प्रोटीन होता है, जो मिलिया होने का कारण बन सकता है। 

हार्मोनल परिवर्तन

महिलाओं को किशोरावस्था, प्रेग्नेंसी और मेनोपॉज के दौरान हार्मोनल बदलाव (Hormonal changes) की समस्या हो सकती है। इस दौरान नेचुरल ऑयल सीबम का उत्पादन प्रभावित हो सकता है। हार्मोन में होने वाले इन बदलावों की वजह से मिलिया की समस्या हो सकती है। 

आंखों के नीचे मिलिया होने के लक्षण - Symptoms Of Milia Under Eyes In Hindi 

  • मिलिया में आंखों के नीचे सफेद या हल्के पीले रंग के छोटे उभार वाली फुंसियां हो सकती है। यह फुंसियां चमकदार हो सकती हैं। 
  • मिलिया के दौरान होने वाली फुंसियां गुच्छे में विशेष रुप से आंखों के नीचे दिखाई देती हैं। 
  • इनकी बनावट मुंहासों से अलग होती है। ये फुंसियां चिकनी होती हैं और इसमें मवाद या तरल पदार्थ नहीं होता है। 
  • इलाज न किए जाने पर यह फुंसियां कई सप्ताह और महीनों तक बनी रह सकती है। 
  • मिलिया में आंखों को नीचे बनने वाली फुंसियां लालिमा व सूजन की वजह नहीं बनती हैं। 

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Causes Of Milia In Hindi: ऊपर बताए कारणों के अलावा किसी तरह की चोट और दवाओं की वजह से भी मिलिया की समस्या हो सकती है। इस समस्या से बचने के लिए आप स्किन पर अच्छे ब्यूटी प्रोडक्ट का इस्तेमाल करें। साथ ही, डेड स्किन सेल्स को हटाने के लिए नियमित रूप से एक्सफोलिएशन करें। यदि, मिलिया अधिक बन रहे हैं, तो ऐसे में किसी स्किन केयर स्पेशलिस्ट या डर्मेटोलॉजिस्ट से सलाह लें। 

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