मानसून के दौरान बच्चों को इंफेक्शन का खतरा बढ़ जाता है। ऐसे में बच्चों को बुखार, सिर दर्द, खांसी, जुकाम व गले में दर्द की समस्या देखने को मिलती हैं। इस मौसम में बच्चों को खासकर सर्दी-जुकाम और गले में खराब की समस्या हो सकती है। गले में खराश व दर्द को स्ट्रेस थ्रोट के नाम से भी जाना जाता है। यह एक बैक्टीरियल संक्रमण होता है, जो ग्रुप ए स्ट्रेप के कारण होता है। इस बैक्टीरिया मुख्य रूप से बच्चों और टिन्स को इंफेक्शन करता है। बैक्टीरियल इंफेकशन का इलाज कुछ दवाओं से किया जा सकता है। साथ ही डॉक्टर इससे बचने के लिए सावधानियां भी बताते हैं। इस लेख में मेडिकेयर अस्पताल के बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. नरजोहन मेश्राम से जानते हैं कि बच्चों में गले में खराश या दर्द होने पर क्या करें और इसके क्या कारण होते हैं।
बच्चों को गले में खराश होने के कारण - Causes of Strep Throat In Children In Hindi
बैक्टीरियल इंफेक्शन
बच्चों में स्ट्रेप थ्रोट का मुख्य कारण ग्रुप ए स्ट्रेप्टोकोकस बैक्टीरिया होता है। ये बैक्टीरिया इंफेक्टेड होते हैं, जो संक्रमित व्यक्ति की खांसी और छींक से निकलने वाली सांस की बूंदों से फैलते हैं। बच्चे अक्सर स्कूलों या डेकेयर सेंटरों जैसे भीड़ भरे माहौल में बैक्टीरिया से संक्रमित हो जाते हैं। ऐसे में आप बच्चे को हाथ धोने व खांसते या छींकते समय मुंह में हाथ रखने की आदत डालें।
इम्यून सिस्टम कमजोर होना
बच्चे (विशेष रूप से 5 से 15 वर्ष की आयु) की इम्यून सिस्टम डेवलप हो रहा होता है, ऐसे में उसको इंफेक्शन होने की संभावना अधिक होती है। उनकी इम्यूनिटी बैक्टीरिया से लड़ने के लिए मजबूत नहीं होती है। ऐसे में बच्चा मौसम बदलते ही सर्दी-जुकाम व गले में खराश जैसे कुछ संक्रमणों की चपेट में आ सकता है।
बैक्टीरिल ट्रांसमिशन
स्ट्रेप थ्रोट अक्सर ऐसे वातावरण में तेजी से फैलता है, जहां बच्चे निकट संपर्क में होते हैं, जैसे कि स्कूल और घर। बर्तन, पेय, या यहां तक कि संक्रमित लोगों से बातचीत करने से भी बैक्टीरिया आसानी से फैल जाता है। बैक्टीरिया के इंफेक्शन के इस कारण को दूर करने के लिए बच्चों को बीमार लोगों से दूर रखने का प्रयास करें। साथ ही, उसको किसी अन्य की चीजों को यूज करने से मना करें।
बच्चों के गले में खराश का इलाज कैसे किया जाता है? - How To Treat Strep Throat in Children In Hindi
इस समस्या से बचने के लिए डॉक्टर बच्चों को दवाएं और कुछ सावधानियां बरतने की सलाह दे सकते हैं। आगे जानते हैं इनके बारे में।
- एंटीबायोटिक्स : इस समस्या में बच्चों के गले में खराश व दर्द हो सकता है। कुछ मामलों में बच्चों के गले में सूजन भी देखने को मिल सकती है। कई बार कुछ बच्चे स्ट्रेप थ्रोट की वजह से खाना नहीं खा पाते हैं। ऐसे में डॉक्टर बच्चों को एंटीबायोटिक्स दवाएं देते हैं। इसके अलावा, उन्हें कुछ जरूरी घरेलू टिप्स भी देते हैं।
- आराम करना और पर्याप्त मात्रा में पानी पीना: बैक्टीरिलय इंफेक्शन से लड़ने के लिए शरीर को एनर्जी की आवश्यकता होती है, ऐसे में डॉक्टर बच्चे को ज्यादा से ज्यादा आराम करने और पर्याप्त मात्रा में पानी पीने की सलाह देते हैं।
- नमक के पानी से गरारे करना : गले में सूजन व दर्द को कम करने के लिए डॉक्टर बच्चों को दिन में दो से तीन बार नमक के गुनगुने पानी से गरारे करने की सलाह देते हैं।
- संक्रमित व्यक्ति से दूरी बनाएं : बच्चों को बैक्टीरिलय इंफेक्शन से बचाने के लिए डॉक्टर उनको संक्रमित व्यक्ति से दूरी बनाने की सलाह देते हैं। साथ ही, उनको बाहर से आने के बाद हाथ साफ से धोने के बाद ही खाना खाने की सलाह देते हैं।
इसे भी पढ़ें : बच्चों को कंजंक्टिवाइटिस (Eye Flu) से बचाने के लिए अपनाएं ये 5 उपाय
इन उपायों से बच्चे को गले में दर्द व खराश में आराम मिलता है। साथ ही, इंफेक्शन होने की संभावना बेहद कम हो जाती हैं। बदलते मौसम में बच्चे को जंक फूड और बाहर का खाना न दें। इससे इंफेक्शन तेजी से फैल सकता है। किसी भी तरह की समस्या या दर्द होने पर बच्चे को तुंरत डॉक्टर के पास ले जाएं।