शरीर एक विशेष प्रक्रिया के अंतर्गत कार्य करता है। इसमें भोजन करने से लेकर मल त्याग करने तक शरीर में कई तरह के कार्य होते हैं। भोजन करने के बाद आहार से फैट को पचाने के लिए बाइल (पित्त) का उपयोग किया जाता है। बाइल का निर्माण लिवर में होता है, और इसका स्टोर गॉलब्लैडर में होता है। लेकिन, कई बार कुछ बदलाव के चलते बाइल को लिवर से गॉलब्लैडर तक ले जाने वाली नलिका में सिस्ट (गांठे) हो जाती हैं। इससे बाइल का सामान्य प्रवाह बाधित हो सकता है। इस विषय पर हमने मैक्स सुपर स्पेशलिटी अस्पताल, साकेत के गैस्ट्रोइंट्रोलॉजी और हैप्टालॉजी की सीनियर कंसल्टेंट डॉ पल्लवी गर्ग से बात की, तो उन्होंने बताया कि बाइल डक्ट सिस्ट क्यों होता है और इसमें क्या लक्षण महूस हो सकते हैं।
बाइल डक्ट सिस्ट क्या होता है? What is Bile Duct Cyst In Hindi
बाइल डक्ट सिस्ट को "choledochal cysts" भी कहा जाता है और ये सिस्ट लिवर के बाहर भी विकसित हो सकते हैं। अधिकतर बाइल डक्ट सिस्ट का पता बचपन में ही चल जाता है। बाद में यह लिवर, पैंक्रियाज और गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल सिस्टम को गंभीर रूप से प्रभावित कर सकते हैं। हालांकि, इसे बेहद दुर्लभ माना जाता है। लेकिन, इस गंभीर मामले में सर्जिकल इलाज की आवशयकता होती है।
बाइल डक्ट सिस्ट के प्रकार - Types Of Bile Duct Cyst In Hindi
बाइल डक्ट सिस्ट के पांच मुख्य प्रकार होते हैं। अधिकतर लोगों को पहले प्रकार का सिस्ट होता है। सिस्ट के स्थान और बाइल डक्ट में सिस्ट के आकार के आधार पर इसे अन्य प्रकारों में बांटा जा सकता है।
- प्रकार 1: सामान्य सिस्ट बाइल डक्ट में होता है (पित्ताशय से सिस्टिक नलिका के सामान्य यकृत नलिका से मिलने के बाद जो यकृत से पित्त ले जाती है)
- प्रकार 2: एक अलग सिस्ट, जो सामान्य बाइल डक्ट से बाहर निकल जाता है।
- टाइप 3: इसे "choledochocele" के रूप में भी जाना जाता है, यह उस स्थान पर होता है, जहां पर पैंक्रियाज और बाइल डक्ट आपस में जुड़े होते हैं।
- प्रकार 4: लिवर के अंदर या बाहर बाइल डक्ट से जुड़े कई सिस्ट।
- प्रकार 5: इसे "कैरोली रोग" भी कहा जाता है, जिसमें लिवर के अंदर बाइल (पित्त) ले जाने वाली नलिकाओं के सिस्ट शामिल होते हैं।
बाइल डक्ट सिस्ट के लक्षण क्या होते हैं - Symptoms Of Bile Duct Cyst In Hindi
बाइल डक्ट सिस्ट में व्यक्ति को कुछ लक्षण महसूस हो सकते हैं। इनको आगे बताया गया है।
- पेट दर्द (सबसे आम लक्षण)
- बुखार
- ठंड लगना
- उल्टी करना
- मिट्टी के रंग का मल
- आंखों और त्वचा का पीला पड़ना (पीलिया)
आपके द्वारा अनुभव किए जा रहे लक्षणों के अलावा, डॉक्टर शारीरिक परीक्षण के बाद पित्त नली में सिस्ट के अन्य संभावित लक्षणों का भी पता लगा सकते हैं, जैसे:
- पेट का बढ़ना
- लिवर का बढ़ना
- रक्त वाहिकाओं का उभरना, आदि।
बाइल डक्ट सिस्ट का क्या कारण होते हैं? - Causes Of Bile Duct Cyst In Hindi
ऐसा माना जाता है कि इस स्थिति का कारण कुछ आनुवंशिक होते हैं। उदाहरण के लिए, टाइप 5 (कैरोली रोग) को वंशानुगत PKHD1 जीन म्यूटेशन (जीन में बदलाव) के कारण माना जाता है, जो ऑटोसोमल रिसेसिव पॉलीसिस्टिक किडनी रोग (ARPKD) का भी कारण बनते हैं। ऐसे मामलों में बाइल डक्ट सिस्ट और एआरपीकेडी आमतौर पर एक साथ होते हैं।
बाइल डक्ट सिस्ट किसे होता है?
बाइल डक्ट सिस्ट को जन्मजात स्थिति माना जाता है, जिसका अर्थ है कि यह स्थिति जन्म के समय मौजूद होती है। इस स्थिति को कभी-कभी "कोलेडोकल सिस्ट रोग" भी कहा जाता है। बाइल डक्ट सिस्ट की पहचान बचपन में ही कर ली जाती है। हालांकि, यह रोग बच्चों के साथ ही वयस्कों को भी हो सकता है।
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इसका इलाज सर्जरी के द्वारा किया जाता है। जिसमें सिस्ट को हटा दिया जाता है। इसकी सर्जरी से पहले डॉक्टर सीटी स्कैन व अल्ट्रसाउंड करने की सलाह देते हैं। इसके बाद सिस्ट के आकार और स्थान के आधार पर ही सर्जरी की जाती है। यदि, इसके ऊपर बताए गए लक्षण किसी व्यक्ति में दिखाई दें, तो उन्हें तुरंत डॉक्टर के पास ले जाएं और इलाज कराएं।