दिल (Heart) शरीर का सबसे महत्वपूर्ण अंग होता है जो निरंतर बिना रुके हुए काम करता है। दिल शरीर के सभी अंगों तक सही ढंग से खून का संचार करने का काम करता है। किसी भी स्वस्थ इंसान के लिए उसके दिल की सेहत का ठीक होना बहुत जरूरी होता है। आज के दौर में असंतुलित खानपान, खराब जीवनशैली और बढ़ते प्रदूषण ने इंसान को कई बीमारियों का शिकार बनाया है। दिल से जुड़ी तमाम गंभीर समस्याएं लोगों को हो रही हैं। कुछ समस्याएं तो इतनी गंभीर होती हैं जिनकी वजह से मरीज को अपनी जान भी गंवानी पड़ सकती है। दिल में होने वाली गंभीर बीमारियों या समस्याओं में एक है कार्डियक अस्थमा (Cardiac Asthma) की समस्या। दरअसल कार्डियक अस्थमा सामान्य प्रकार का अस्थमा नहीं है जिसमें फेफड़ों को गंभीर नुकसान होता है। कार्डियक अस्थमा दिल की गंभीर बीमारी के कारण सांस लेने में दिक्कत होने की स्थिति को कहा जाता है। आइये विस्तार से जानते हैं इस बीमारी के कारण, लक्षण और इलाज के बारे में।
क्या है कार्डियक अस्थमा की समस्या? (What is Cardiac Asthma?)
कार्डियक अस्थमा सामान्य रूप से होने वाली अस्थमा का रूप नहीं है बल्कि यह एक ऐसी समस्या है जो कंजेस्टिव हार्ट फेलियर की वजह से होने वाली समस्या है। कंजेस्टिव हार्ट फेलियर की वजह से मरीज के फेफड़ों में और सांस की नली में तरल पदार्थ (लिक्विड) जमा हो जाते हैं जिनकी वजह से मरीज को सांस लेने में गंभीर दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। इस बीमारी को बेहद गंभीर माना जाता है और डॉक्टर इसके लक्षण दिखने पर तुरंत इलाज शुरू करने की सलाह देते हैं। कार्डियक अस्थमा की समस्या में भी सामान्य रूप से होने वाली अस्थमा की समस्या की तरह आपको सांस लेने में तकलीफ जैसे लक्षण दिखाई देते हैं। कंजेस्टिव हार्ट फेलियर के कारण मरीज के फेफड़ों में तरल पदार्थ जमा हो जाते हैं जो ब्लड को ऑक्सीजन देने की प्रक्रिया को बाधित करते हैं। जिसकी वजह से मरीज को सांस लेने में तकलीफ और खांसी आदि की समस्या होती है। कंजेस्टिव हार्ट फेलियर के कारण आपका दिल सही ढंग से काम नहीं कर पाता है खासतौर से दिल के बाएं वेंट्रिकल में अधिक दबाव पड़ने के कारण आपका ब्लड प्रेशर बढ़ जाता है और इसकी वजह से लिक्विड का रिसाव होता है जो सांस की नली और फेफड़ों में जमा हो जाता है।
(image source - freepik.com)
इसे भी पढ़ें : हार्ट मसल्स में कमजोरी के कारण हो सकती हैं दिल से जुड़ी ये 5 बीमारियां, जानें इनके लक्षण और बचाव
टॉप स्टोरीज़
कार्डियक अस्थमा के कारण (What Causes Cardiac Asthma?)
कंजेस्टिव हार्ट फेलियर की समस्या के कारण हार्ट के लेफ्ट वेंट्रिकल के आउटपुट में कमी हो जाती है जिसकी वजह से फेफड़ों और सांस की नली में में लिक्विड जमा हो जाते हैं। फेफड़ों में जैम लिक्विड यानी तरल पदार्थ जमा होते हैं तो इस समस्या को पल्मोनरी एडिमा कहा जाता है। इसकी वजह से इंसान को सांस लेने में तकलीफ और खांसी की समस्या होती है और दिल को भी गंभीर नुकसान होता है। इस समस्या के कारण दिखने वाले प्रभाव अस्थमा में दिखने वाले प्रभाव के समान होते हैं इसलिए इसे कार्डियक अस्थमा की समस्या कहते हैं। आमतौर पर कार्डियक अस्थमा की समस्या कंजेस्टिव हार्ट फेलियर के कारण होती है लेकिन इसके कई अन्य कारण भी हो सकते हैं।
- हार्ट अटैक की समस्या के कारण।
- लंबे समय से हाई ब्लड प्रेशर की समस्या की वजह से।
- दिल की धड़कन के अनियंत्रित होने से।
- दिल से जुड़ी गंभीर समस्या कार्डियोमायोपैथी के कारण।
- हार्ट वाल्व डिजीज यानी हृदय वाल्व से जुड़े रोगों के कारण।
- मायोकार्डिटिस की समस्या के कारण।
- डायबिटीज की समस्या के कारण।
- मोटापे की समस्या की वजह से।
- किडनी से जुड़ी गंभीर समस्याओं में।
- स्मोकिंग (धूम्रपान) की वजह से।
- शरीर में गंभीर रूप से खून की कमी के कारण।
- स्लीप एपनिया की वजह से।
- जन्म से ही दिल से जुड़ी समस्या के कारण।
- कोरोनरी आर्टरी डिजीज के कारण।
- पहले हुई हार्ट इंजरी की वजह से।

कार्डियक अस्थमा के लक्षण (Cardiac Asthma Symptoms)
हार्ट के लेफ्ट वेंट्रिकल के फेलियर की वजह से कार्डियक अस्थमा की समस्या होती है। इस बीमारी के मरीज के फेफड़ों और वायुमार्ग यानि सांस की नली में लिक्विड इकठ्ठा हो जाता है जिसके कारण मरीज को अस्थमा जैसे लक्षण देखने को मिल सकते हैं। कार्डियक अस्थमा की समस्या में मरीज में दिखने वाले लक्षण अस्थमा में दिखने वाले लक्षणों के समान ही होते हैं। शुरूआत में कार्डियक अस्थमा के कारण मरीज को सांस लेने में तकलीफ और खांसी की समस्या होती है लेकिन धीरे-धीरे ये लक्षण बढ़ने लगते हैं। कार्डियक अस्थमा की समस्या में दिखने वाले प्रमुख लक्षण इस प्रकार से हैं।
- सांस लेने में तकलीफ
- खांसी
- घरघराहट
- थूक में खून आना
- तेजी से सांस लेना
- ऑर्थोपनिया (लेटते समय सांस लेने में तकलीफ)
- पैरॉक्सिस्मल नोक्टर्नल डिस्पनिया
- सीने में दर्द
- बेहोशी
- दिल की धड़कन का अनियमित होना
- अत्यधिक थकान
- स्किन का नीला पड़ना
- पैरों में सूजन
- बार-बार पेशाब आना
कार्डियक अस्थमा का इलाज (Cardiac Asthma Treatment)
दिल के लेफ्ट वेंट्रिकल फेलियर के कारण ज्यादातर लोगों को कार्डियक अस्थमा की समस्या का सामना करना पड़ता है। इसके अलावा तमाम लोगों में कार्डियक अस्थमा का कारण कार्डियोवस्कुलर डिजीज भी होते हैं। कार्डियक अस्थमा की स्थिति में दिखने वाले लक्षणों को खत्म करने के लिए भी इलाज किया जा सकता है लेकिन इस समस्या का संपूर्ण इलाज करने के लिए चिकित्सक लक्षणों के साथ-साथ दिल का भी इलाज करते हैं। आमतौर पर इस समस्या के लक्षण दिखने के बाद चिकित्सक छाती का एक्सरे, खून की जांच और दिल से जुड़ी अन्य जांच करते हैं। जिसके बाद स्थिति के अनुसार इस समस्या में इलाज किया जाता है। आमतौर पर चिकित्सक कार्डियक अस्थमा की समस्या के इलाज के लिए हार्ट फेलियर की समस्या में इस्तेमाल की जाने वाली दवाओं का इस्तेमाल करते हैं। इस बीमारी में एंजियोटेंसिन-परिवर्तित एंजाइम (एसीई) , हाई ब्लड प्रेशर की दवाओं और एंजियोटेंसिन रिसेप्टर ब्लॉकर्स आदि का इस्तेमाल किया जाता है।
(image source - freepik.com)
इसे भी पढ़ें : तेजी से वजन घटाना आपके दिल के लिए हो सकता है बुरा, एक्सपर्ट से जानें कैसे पड़ता है हार्ट पर प्रभाव
हमें उम्मीद है दिल और फेफड़ों से जुड़ी गंभीर बीमारी कार्डियक अस्थमा को लेकर दी गयी यह जानकारी आपको पसंद आई होगी। इस बीमारी के लक्षण दिखने पर आप तुरंत चिकित्सक से संपर्क करें। बीमारी की जांच के बाद नियमित रूप से दवाओं का सेवन करने से यह समस्या खत्म हो सकती है। इस लेख हम आपको सिर्फ बीमारी के बारे में जानकारी दे रहे हैं किसी तरह की दवाओं के सेवन से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें।
(main image source - freepik.com)
Read More Articles on Heart Health in Hindi