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क्या लिवर की समस्या में काली मिर्च खा सकते हैं? डॉक्टर से जानें

काली मिर्च एक आम मसाला है, जिसे आयुर्वेद में औषधि के रूप में भी उपयोग किया जाता है। यहां जानिए, लिवर की बीमारी में काली मिर्च खाना चाहिए या नहीं?
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क्या लिवर की समस्या में काली मिर्च खा सकते हैं? डॉक्टर से जानें


आजकल की अनियमित दिनचर्या, फास्ट फूड, शराब का सेवन और तनाव भरी लाइफस्टाइल के चलते लिवर की बीमारियां तेजी से बढ़ रही हैं। फैटी लिवर, हेपेटाइटिस, लिवर डैमेज या सिरोसिस जैसी समस्याएं अब सिर्फ बुजुर्गों तक सीमित नहीं हैं, बल्कि युवा भी इसकी चपेट में आ रहे हैं। ऐसे में लोग अपने खानपान को लेकर ज्यादा सतर्क हो गए हैं, खासकर मसालों के इस्तेमाल को लेकर। काली मिर्च, जो कि रसोई का एक आम मसाला है, अपनी औषधीय गुणों के कारण आयुर्वेद में भी महत्वपूर्ण स्थान रखती है। इसे आमतौर पर पाचन शक्ति बढ़ाने, ठंड-खांसी में राहत और इम्यूनिटी मजबूत करने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। लेकिन जब बात लिवर की बीमारी की हो, तो कई लोगों के मन में यह सवाल उठता है कि क्या काली मिर्च का सेवन लिवर के लिए फायदेमंद है या हानिकारक?

इस लेख में हम मेवाड़ विश्वविद्यालय में प्रोफेसर एवं प्राकृतिक चिकित्सालय बापू नगर, जयपुर की वरिष्ठ चिकित्सक योग, प्राकृतिक चिकित्सा पोषण और आयुर्वेद विशेषज्ञ डॉ. किरण गुप्ता (Dr. Kiran Gupta, Yoga, Naturopathy, Nutrition and Ayurveda Specialist, Professor at Mewar University and Senior Physician at Naturopathy Hospital, Bapunagar, Jaipur) से विस्तार से जानेंगे कि क्या लिवर की समस्या में काली मिर्च खा सकते हैं?

क्या लिवर की समस्या में काली मिर्च खा सकते हैं? - Can we eat black pepper in liver problems

काली मिर्च आयुर्वेद में वायु और कफ दोष को संतुलित करने वाली मसालों में से एक मानी जाती है। इसमें पाचन शक्ति बढ़ाने, शरीर से विषैले पदार्थों को निकालने और रोग प्रतिरोधक क्षमता यानी इम्यूनिटी बढ़ाने वाले गुण पाए जाते हैं। काली मिर्च खाने से पाचन तंत्र एक्टिव होता है, जिससे भोजन बेहतर तरीके से पचता है और गैस, अपच जैसी समस्याएं कम होती हैं। काली मिर्च के एंटीऑक्सिडेंट गुण लिवर की कोशिकाओं को मुक्त कणों (free radicals) से बचाने में मदद करते हैं, जो लिवर संबंधी कई बीमारियों के कारण बनते हैं। इसके अलावा, काली मिर्च लिवर में जमा अतिरिक्त फैट को कम करने में भी सहायक हो सकती है।

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आयुर्वेद में लिवर की समस्या को 'पित्त विकार' के तहत समझा जाता है। ऐसा इसलिए, क्योंकि लिवर पित्त दोष से जुड़ा होता है। काली मिर्च अपने गर्म और तीव्र स्वभाव के कारण पित्त को बढ़ा सकती है, इसलिए इसका सेवन बहुत सावधानी से करना चाहिए। यदि लिवर में सूजन या गंभीर समस्या हो, तो ज्यादा काली मिर्च खाना हानिकारक हो सकता है क्योंकि यह पित्त दोष को और बढ़ा सकता है जिससे जलन, अम्लता और पाचन संबंधी परेशानी हो सकती है। इसलिए आयुर्वेद में लिवर की समस्या में काली मिर्च का प्रयोग संतुलित मात्रा में और विशेषज्ञ की सलाह से ही करने की सलाह दी जाती है।

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Black Pepper In Liver Disease

काली मिर्च का सही सेवन कैसे करें? - What is the best way to consume black pepper

  • लिवर की समस्या में काली मिर्च का उपयोग बहुत कम मात्रा में करें। रोजाना आधा से एक ग्राम काली मिर्च (लगभग 1-2 छोटी चुटकी) पर्याप्त होती है।
  • काली मिर्च को हल्दी, अदरक, मुलेठी जैसी जड़ी-बूटियों के साथ लेने से लिवर पर इसका पॉजिटिव प्रभाव बढ़ता है। ये जड़ी-बूटियां लिवर को ठंडक और पोषण प्रदान करती हैं।
  • काली मिर्च को भोजन में मसाले के रूप में मिलाकर सेवन करना सुरक्षित रहता है, बजाय इसके कि इसे ज्यादा मात्रा में सप्लीमेंट या कैप्सूल के रूप में लिया जाए।

यदि लिवर में फाइब्रोसिस या लिवर सिरोसिस जैसी गंभीर समस्या है तो काली मिर्च का सेवन नुकसानदेह हो सकता है। ज्यादा काली मिर्च खाने से पित्त में वृद्धि हो सकती है, जिससे हार्टबर्न, एसिडिटी और पेट की जलन हो सकती है। इसके अलावा एलर्जी या पेट संबंधी अन्य समस्या होने पर काली मिर्च से बचना चाहिए। यदि आप कोई दवा ले रहे हैं, खासकर लिवर से जुड़ी दवाइयां, तो काली मिर्च का सेवन डॉक्टर की सलाह के बिना न करें। ऐसा इसलिए, क्योंकि यह दवाओं के असर को बढ़ा या घटा सकता है।

निष्कर्ष

लिवर की समस्या में काली मिर्च का सेवन लाभकारी भी हो सकता है और हानिकारक भी, यह पूरी तरह निर्भर करता है उसकी मात्रा और स्थिति पर। आयुर्वेद के अनुसार, काली मिर्च का उपयोग सीमित मात्रा में, संतुलित आहार के साथ और एक्सपर्ट या डॉक्टर की सलाह पर ही करना चाहिए। काली मिर्च में पाचन सुधारने और लिवर को डिटॉक्स करने के गुण जरूर हैं, लेकिन गंभीर लिवर रोगों में इसका अधिक सेवन नुकसानदायक हो सकता है। इसलिए लिवर की समस्या होने पर काली मिर्च खाने से पहले हमेशा डॉक्टर या आयुर्वेदाचार्य की सलाह लें और अपनी डाइट में बदलाव सावधानी से करें।

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FAQ

  • क्या काली मिर्च लिवर को डिटॉक्स करने में मदद करती है?

    हां, काली मिर्च में मौजूद पिपेरिन एंटीऑक्सिडेंट गुणों से भरपूर होता है, जो लिवर की कोशिकाओं को नुकसान से बचाने और विषैले तत्वों को बाहर निकालने में मदद कर सकता है।
  • लिवर रोग में काली मिर्च की कितनी मात्रा सुरक्षित है?

    आमतौर पर आधा से एक ग्राम (1-2 चुटकी) काली मिर्च का सेवन भोजन के साथ किया जा सकता है, लेकिन हर व्यक्ति की स्थिति अलग होती है, इसलिए डॉक्टर या आयुर्वेदाचार्य की सलाह लेना बेहतर है।
  • क्या काली मिर्च का ज्यादा सेवन लिवर को नुकसान पहुंचा सकता है?

    हां, काली मिर्च गर्म स्वभाव वाली होती है और अधिक मात्रा में लेने से यह पित्त दोष को बढ़ा सकती है, जिससे लिवर पर अतिरिक्त दबाव पड़ सकता है। इससे एसिडिटी, जलन या पाचन समस्या भी हो सकती है।

 

 

 

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