Can Thyroid Be Reversed In Hindi: थायराइड एक ग्लैंड है, जो कि थायराइड हार्मोन को रिलीज करता है। यह ग्लैंड गर्दन के पास स्थित होता है। थायराइड हार्मोन हमारे शरीर के कई फंक्शन को सुचारू ढंग से चलाने में मदद करता है। अगर थायराइड ग्लैंड सही तरह से काम न करे, तो थायराइड डिजीज हो सकता है। थायराइड से जुड़ी बीमारियां कई प्रकार की हो सकती हैं। इसमें हाइपरथायरायडिज्म, हाइपोथायरायडिज्म और थायरॉयडिटिस शामिल हैं। अगर बॉडी बहुत ज्यादा मात्रा में थायराइड हार्मोन प्रोड्यूस करती है, तो इसे हाइपरथायरायडिज्म कहा जाता है। इसके उलट, अगर ग्लैंड कम मात्रा में थायराइड हार्मोन रिलीज करता है, तो इसे हाइपोथायरायडिज्म कहा जाता है। दोनों ही स्थितियों को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है। ऐसे में जरूरी होता है कि व्यक्ति डॉक्टर के पास जाए और अपना इलाज कराए। थायराइड का ट्रीटमेंट करवाते वक्त अक्सर लोगों के मन में यह सवाल बार-बार उठता है कि क्या यह पूरी तरह ठीक (Kya Thyroid Thik Hota Hai) हो सकता है? या फिर व्यक्ति को लाइफ टाइम दवा लेनी पड़ती है? आइए, जानते हैं इस बारे में।
क्या थायराइड पूरी तरह ठीक हो सकता है?- Can Thyroid Be Reversed In Hindi
वैसे तो हर तरह के थायराइड का इलाज संभव है। शारदा अस्पताल में General Medicine के प्रोफेसर डॉ. अनुराग प्रसाद कहते हैं, "सही ट्रीटमेंट की मदद से थायराइड ग्लैंड सुचारू ढंग से काम कर सकता है और शारीरिक समस्याएं भी नहीं होती है। लेकिन, यह कहना सही नहीं होगा कि थायराइड पूरी तरह से ठीक (Kya Thyroid Reversal Hota Hai) हो जाता है। असल में, थायरइाड ग्लैंड में प्रॉब्लम होने के बाद इसे रेगुलर चेकअप और ट्रीटमेंट की जरूरत होती है। इसके साथ ही, सही लाइफस्टाइल और डाइट फॉलो करना भी आवश्यक है। इतना ही नहीं, व्यक्ति को अपने बॉडी वेट को भी कंट्रोल में रखना चाहिए। अगर इन बिंदुओं पर गौर न किया जाए, तो थायराइड हार्मोन में बदलाव हो सकता है और व्यक्ति की शारीरिक समस्याएं बढ़ सकती हैं। कुल मिलाकर, आप कह सकते हैं कि थायराइड ग्लैंड में परेशानी होने पर व्यक्ति को लाइफस्टाइम अपनी हेल्थ पर नजर रखनी चाहिए और रेगुलर थायराइड टेस्ट करवाते रहना चाहिए। जरा भी समस्या होने पर डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।"
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थायराइड का रिस्क किसे ज्यादा रहता है?- Who Is Most At Risk For Thyroid Problems In Hindi
वैसे तो थायराइड किसी को भी हो सकता है। यह बच्चे, बुजुर्ग, टीनएजर, महिला या पुरुष किसी में डेवेलप हो सकता है। लेकिन, कुछ लोगों को थायराइड होने का रिस्क ज्यादा रहता है, जैसे-
- अगर घर में पहले से किसी को थायराइड की प्रॉब्लम है, तो भावी पीढ़ी में यह समस्या बढ़ सकती है।
- किसी को अगर एनीमिया, टाइप 1 डायबिटीज जैसी बीमारी है, तो उन्हें भी थायराइड प्रॉब्लम हो सकती है।
- कुछ मेडिसिन भी ऐसी होती हैं, जिनका सेवन अगर लंबे समय तक किया जाए, तो यह बीमारी बढ़ सकती है।
- 60 साल की उम्र पार कर चुकी महिलाओं में भी थायराइड का रिस्क ज्यादा होता है।
थायराइड के लक्षण- Thyroid Symptoms In Hindi
हाइपरथायरायडिज्म होने पर मरीज में निम्न लक्षण नजर आ सकते हैं-
- चिंता, चिड़चिड़ापन और घबराहट
- नींद न आना
- वजन घटना
- मांसपेशियों में कमजोरी
- पीरियड्स से जुड़ी समस्या
- बहुत ज्यादा गर्मी लगना
- आंखों से जुड़ी समस्या होना
हाइपोथायरायडिज्म होने पर मरीज में निम्न लक्षण नजर आ सकते हैं-
- थकावट महसूस होना
- वजन का बढ़ना
- चीजों को याद रखने में दिक्कत होना
- मासिक धर्म में बदलाव होना और अक्सर हैवी ब्लीडिंग होना
- आवाज में बदलाव आना
- ज्यादा ठंड लगना
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