Can low blood sugar causes of nausea: आज के समय में जीवनशैली में हुए बदलावों की वजह से लोगों को कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। डायबिटीज और ब्लड प्रेशर की समस्या आज के समय में एक आम रोग बन चुका है। दरअसल, अनियमित खानपान और लाइफस्टाइल को ब्लड शुगर (डायबिटीज) की मुख्य वजह मानी जाती है। ब्लड में शुगर का स्तर कम होने से (हाइपोग्लाइसीमिया) व्यक्ति को जी मिचलाना, उल्टी और मतली (Nausea and Vomiting) के लक्षण महसूस हो सकते हैं। शुगर लेवल लो होने पर हर व्यक्ति को एक जैसे लक्षण महसूस हो ऐसा नहीं कहा जा सकता है। ब्लड शुगर लो होने के पीछे कई कारण जिम्मेदार होते हैं, इसमें ज्यादा शराब का सेवन करना, लंबे समय तक भूखा रहना और कुछ विशेष तरह की दवाओं के सेवन को भी शामिल किया जा सकता है। आगे नारायण अस्पताल के इंटनल मेडिसिन और सीनियर कंसल्टेंट डॉक्टर पंकज वर्मा से जानते हैं कि ब्लड शुगर लो (Low Blood Sugar) होने पर मतली और उल्टी की समस्या क्यों होती है।
क्या ब्लड शुगर कम होने पर उल्टी और मतली की समस्या होती है - Can Low Blood Sugar Causes Of Nausea In Hindi
ब्लड शुगर लो होने की स्थिति को हाइपोग्लाइसीमिया कहा जाता है। इस स्थिति में ब्लड शुगर का लेवल सामान्य से भी नीचे चला जाता है। डॉक्टर आमतौर पर 70 मिलीग्राम प्रति डेसीलीटर (मिलीग्राम/डीएल) से कम को लो ब्लड शुगर की रेंज में रखते हैं। यह स्थिति विभिन्न कारणों से हो सकती है, जैसे ज्यादा समय से भूखा रहना, धूम्रपान और शराब का सेवन, कुछ दवाओं का साइड इफेक्ट व डायबिटीज आदि। ब्लड शुगर होने पर शरीर के कार्य प्रभावित होते हैं। जिससे व्यक्ति को चक्कर आना, पसीना आना, मितली या उल्टी के लक्षण महसूस हो सकते हैं।
जब ब्लड शुगर का स्तर बहुत कम हो जाता है, तो ब्रेन इसे अपनी एनर्जी सप्लाई के लिए खतरा मानता है और तनाव प्रतिक्रिया शुरू करता है। इस दौरान स्थिति को नॉर्मल बनाने के लिए शरीर एड्रेनालाईन और कोर्टिसोल जैसे हार्मोन रिलीज करता है, जो मतली और उल्टी जैसे लक्षणों को ट्रिगर कर सकता है। इसके अलावा, ग्लूकोज के लेवल में उतार-चढ़ाव में ब्रेन की संवेदनशीलता बेचैनी को बढ़ा सकती है, जिससे व्यक्ति को कई तरह के लक्षण महसूस हो सकते हैं।
ब्लड शुगर कम होने पर मतली व उल्टी से बचाव कैसे करें? - How To Prevent Low Blood Sugar in Hindi
जीवनशैली में बदलाव करें
अपनी दिनचर्या में नियमित शारीरिक गतिविधि को शामिल करने से इंसुलिन संवेदनशीलता में सुधार हो सकता है और ब्लड शुगर के लेवल को नियंत्रित करने में मदद मिल सकती है। इसके अलावा, आप ध्यान, योग या गहरी सांस लेने के व्यायाम कर सकते हैं। इससे हार्मोनल बदलाव को कम करने में मदद मिलती है। इससे लो ब्लड शुगर में आराम मिलता है।
नियमित रुप से जांच करें
ब्लड शुगर को नियंत्रित करने के लिए आप नियमित रूप से जांच करें। इससे आप ब्लड शुगर के लेवल को कम होने से बचाव कर सकते हैं। साथ ही, इस दौरान होने वाली समस्याओं को कम कर सकते हैं।
संतुलित आहार का सेवन
इस समस्या से बचाव के लिए आप डाइट में कार्बोहाइड्रे युक्त आहार जैसे लीन प्रोटीन व हेल्दी फैट युक्त आहार का शामिल कर सकते हैं। इससे ब्लड शुगर के स्तर को नियंत्रित करने और मतली व उल्टी को ट्रिगर करने वाले कारको को रोकने में मदद मिलती है।
फलों का जूस पिएं
यदि आपका ब्लड शुगर लेवल कम हो गया है, तो इस स्थिति में आप कार्बोहाइड्रेट युक्त आहार व अन्य विकल्प जैसे ग्लूकोज की गोलियां, फलो का जूस पी सकते हैं। इससे ब्लड शुगर लेवल नियंत्रित होता है।
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Can low blood sugar causes of nausea: यदि, आपको बार-बार लो ब्लड शुगर के लक्षण महसूस हो रहे हैं, तो ऐसे में आप इन्हें नजरअंदाज न करें। इस समस्या से बचने के लिए आप तुरंत डॉक्टर से सलाह लें। साथ ही, खाना-पान और लाइफस्टाइल में जरुरी बदलाव से लो ब्लड प्रेशर से जुड़ी समस्या को दूर किया जा सकता है।