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क्या आंतों के गुड बैक्टीरिया कोलन कैंसर को रोकने में मदद कर सकते हैं? डॉक्टर से जानें

अच्छी सेहत के लिए पाचन क्रिया का दुरुस्त होना बेहद जरुरी माना जाता है। इस लेख में जानते हैं कि क्या आंतों में पाए जाने वाले गुड बैक्टीरिया से कैंसर के खतरे को कम किया जा सकता है?
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क्या आंतों के गुड बैक्टीरिया कोलन कैंसर को रोकने में मदद कर सकते हैं? डॉक्टर से जानें


सेहतमंद रहने के लिए आपको हेल्दी लाइफस्टाइल को अपनाने की सलाह दी जाती है। इसमें आपकी खानपान की आदतों को भी शामिल किया जाता है। हेल्दी और संतुलित डाइट लेने से आपको कई तरह की समस्याओं से छुटकारा मिलता है। इससे आपकी पाचन क्रिया बेहतर होती है। एक्सपर्ट्स की मानें तो आंतों में गुड और बैड बैक्टीरिया होते हैं। गुड बैक्टीरिया पाचन क्रिया को बेहतर करने में मदद करते हैं। जबकि, बैड बैक्टीरिया पाचन क्रिया से जुड़ी समस्या का कारण बन सकते हैं। आंतों में मौजूद गुड बैक्टीरिया पेट के स्वास्थ्य को बेहतर करते हैं। ऐसे में सवाल उठता है कि क्या यह गुड बैक्टीरिया कोलन कैंसर को कम करने में मदद कर सकते हैं? इस लेख में जाइनोवा अस्पताल के गैस्ट्रोलॉजिस्ट डॉ. सचेत चंडक से जानते हैं कि क्या गुड बैक्टीरिया से आंतों के कैंसर से बचाव हो सकता है?

गुड गट बैक्टीरिया और कोलन कैंसर के बीच संबंध -Connection Between Good Gut Bacteria And Colon Cancer in Hindi

हमारी आंत में अरबों की संख्या में बैक्टीरिया मौजूद होते हैं, जिन्हें माइक्रोबायोटा या माइक्रोबायोम कहा जाता है। इनमें से कुछ बैक्टीरिया हमारी सेहत के लिए फायदेमंद होते हैं, जिन्हें "गुड गट बैक्टीरिया" कहा जाता है। ये बैक्टीरिया पाचन क्रिया को सुचारू बनाने, प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करने और शरीर में हानिकारक बैक्टीरिया को नियंत्रित करने में मदद करते हैं। कोलन कैंसर आंतों से जुड़ी एक गंभीर समस्या होती है। कोलन कैंसर को बड़ी आंत का कैंसर भी कहा जाता है। कुछ रिसर्च बताती हैं कि आंत में मौजूद अच्छे बैक्टीरिया इस कैंसर की ग्रोथ को रोकने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं। जानते हैं इनके बीच का कनेक्शन। 

प्रोबायोटिक्स और प्रीबायोटिक्स का प्रभाव

प्रोबायोटिक्स, एक तरह के बैक्टीरिया होते हैं, जो आंत के स्वास्थ्य में सुधार करते हैं। उदाहरण के लिए, लैक्टोबैसिलस और बिफीडोबैक्टीरियम जैसे प्रोबायोटिक बैक्टीरिया सूजन को कम करने और कैंसर सेल्स की ग्रोथ को रोकने में मदद कर सकते हैं। वहीं, प्रीबायोटिक्स वे खाने की चीजें होती हैं, जो अच्छे बैक्टीरिया की ग्रोथ में मदद करती हैं। इनमें फाइबर युक्त भोजन जैसे केला, लहसुन, प्याज और साबुत अनाज शामिल हैं।

सूजन को कम करें 

जब आंत में बैड बैक्टीरिया अधिक हो जाते हैं, तो यह सूजन (इन्फ्लेमेशन) को बढ़ा सकते हैं। क्रॉनिक सूजन कोलन कैंसर के ग्रोथ में एक प्रमुख कारक हो सकती है। अच्छे बैक्टीरिया शरीर में सूजन को नियंत्रित करने और कोशिकाओं के डैमेज को कम करने में सहायक होते हैं।

टॉक्सिन्स को कम करें 

हमारे शरीर में कुछ ऐसे विषाक्त पदार्थ (टॉक्सिन्स) उत्पन्न होते हैं जो डीएनए को नुकसान पहुंचा सकते हैं और कैंसर का कारण बन सकते हैं। आंतों के गुड बैक्टीरिया इन टॉक्सिन्स को ब्रेक करने और शरीर से बाहर निकालने में मदद कर सकते हैं।

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गुड बैक्टीरिया को बढ़ाने के लिए आप डाइट में फाइबर युक्त आहार जैसे फल, सब्जियां, साबुत आनाज, फलियां ले सकते हैं। इसके अलावा, दही, छाछ, इडली, कांजी, ढोकला आदि का सेवन कर सकते हैं। गुड बैक्टीरिया गट हैल्थ हेल्थ को बेहतर करते हैं और कोलन कैंसर के लिए जिम्मेदार कारकों को कम करने में मदद कर सकते हैं।  इसके लिए आप डाइट और लाइफस्टाइल में आवश्यक बदलाव कर सकते हैं। 

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