can constipation cause hemorrhoids: आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी में खराब जीवनशैली, ज्यादा तेल और मसाले वाला खाना खाने, कोल्ड ड्रिंक और पैकेज्ड फूड का सेवन करने की वजह से कब्ज (Constipation) की समस्या आम होती जा रही है। कब्ज की समस्या को लोग बहुत ही सामान्य समझ लेते हैं और घरेलू नुस्खों से इसका इलाज करते हैं। लेकिन कब्ज की समस्या लंबे समय तक बनी रहे, तो यह गंभीर रूप ले सकती है। लंबे समय तक पेट में कब्ज बने रहने के कारण बवासीर (Piles) भी हो सकता है। आइए जानते हैं कब्ज और बवासीर के बीच संबंध और कब्ज से बचाव के उपायों के बारे में।
कब्ज और बवासीर के बीच क्या कनेक्शन हैं?- Connection Between Constipation and Piles
दिल्ली के रोहिणी स्थिति फाइब्रोस्नैक सेंटर के गैस्ट्रोएंटेरोलॉजिस्ट डॉ आलोकित गुलाटी के अनुसार, जब किसी व्यक्ति को लंबे समय तक कब्ज बनी रहती है, तो इससे मल त्याग करने में परेशानी आती है। कब्ज की समस्या में मल आंतों में चिपककर कठोर और सूखा पड़ जाता है। इस स्थिति में जब व्यक्ति मल त्यागने की कोशिश करता है, तो मलद्वार की नसों पर अतिरिक्त दबाव पड़ता है। मलद्वार पर पड़ने वाला दबाव अगर महीने में 1 या 2 बार है, तो सामान्य है, परन्तु यह स्थिति सप्ताह में 2 से 3 बार हो रही है, तो यह दबाव अंदरूनी या बाहरी बवासीर (piles/hemorrhoids) का रूप धारण कर सकता है। डॉ. आलोकित गुलाटी का कहना है कि लंबे समय तक कब्ज रहना बवासीर का कारण बन सकता है, इसलिए कब्ज के लक्षणों की पहचान करके इसका तुरंत इलाज कराना जरूरी है।
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कब्ज के कारण होने वाले बवासीर के लक्षण- Symptoms of Piles caused by Constipation
अगर किसी व्यक्ति को कब्ज के कारण बवासीर हो रही है, तो उसमें नीचे बताए गए लक्षण नजर आ सकते हैं :
- मल त्याग के दौरान मलद्वार में दर्द, खुजली और जलन होना
- गुदा के पास किसी प्रकार की गांठ या सूजन का महसूस होना
- बैठने में तकलीफ होना
- मल के बाद खून टपकने की स्थिति
- मलद्वार से विशेष प्रकार का चिपचिपा पदार्थ निकलना
कब्ज के कारण होने वाले बवासीर से बचाव के उपाय- Ways to prevent hemorrhoids caused by constipation
हेल्थ एक्सपर्ट के अनुसार, कब्ज के कारण बवासीर और अन्य बीमारियों से बचाव के लिए विभिन्न प्रकार के उपायों को अपना सकते हैं।
फाइबर युक्त आहार का सेवन करें - खाने में हरी सब्जियां, साबुत अनाज, पपीता और सेब खाएं। इस तरह के खाद्य पदार्थ कब्ज और पाचन से जुड़ी परेशानियों को दूर करते हैं।
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शरीर को हाइड्रेट रखें - दिन में कम से कम 8 गिलास पानी जरूर पिएं। पानी पीने से शरीर हाइड्रेट रहता है और मल को मुलायम बनाता है।
सही समय पर शौच करना- दिन के किसी भी समय अगर आप शौच जाने की इच्छा होती है, तो इसे रोकने से बचें। शौच को रोकने से कब्ज और बवासीर दोनों की परेशानी बढ़ सकती है।
टॉयलेट सीट पर देर तक न बैठें- आजकल के समय में लोग लंबे समय तक फोन लेकर टॉयलेट सीट पर बैठे रहते हैं। इस तरह टॉयलेट सीट पर बैठे रहने की वजह से मलद्वार पर अतिरिक्त दबाव पड़ता है, जिससे बवासीर की परेशानी बढ़ सकती है।
कैफीन का सेवन सीमित करें- चाय और कॉफी में कैफीन होता है। कैफीन युक्त चीजों का सेवन करने से कब्ज की परेशानी बढ़ती है और मल त्याग करने में परेशानी आती है। इसलिए कैफीन का सेवन बिल्कुल न करें।
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निष्कर्ष
लंबे समय तक अगर कब्ज की परेशानी बनी रहती है, तो यह स्थिति खतरनाक हो सकती है। कब्ज को अगर लंबे समय तक नजरअंदाज किया जाए, तो यह बवासीर समेत कई परेशानियों का कारण बन सकता है। अगर आपको या आपके परिवार में किसी व्यक्ति को कब्ज की परेशानी है, तो इस विषय पर डॉक्टर से बात करें।