शरीर के संक्रमण को दूर करने के लिए डॉक्टर मरीज को एंटीबायोटिक दवाएं देते हैं। शरीर में बैक्टीरिया की वजह से कई तरह के इंफेक्शन होने का खतरा रहता है। संक्रमण की वजह से व्यक्ति को अलग-अलग तरह के लक्षण महसूस होते हैं। इन लक्षणों को दूर करने और बैक्टीरिया के प्रभाव को कम करने के लिए डॉक्टर एंटीबायोटिक दवाएं देते हैं। लेकिन, कुछ मामलों में यह दवाएं हेल्दी बैक्टीरिया को भी नष्ट कर सकती हैं। इससे यीस्ट इंफेक्शन व इससे जुड़े अन्य संक्रमण का भी जोखिम रहता है। महिलाओं के वाइजनल एरिया में पाए जाने वाले फंगस (कैंडिडा) यीस्ट संक्रमण में तेजी से बढ़ने लगता है। यह संक्रमण महिलाओं के वजाइनल एरिया के बाहर बढ़ सकता है, जिससे महिलाओं को जलन और खुजली की समस्या भी हो सकती हैं। इस लेख में साईं पॉलिक्लीनिक की सीनियर गाइनक्लॉजिस्ट डॉक्टर विभा बंसल से जानते हैं कि क्या एंटीबायोटिक के कारण यीस्ट इंफेक्शन हो सकता है? साथ ही, यीस्ट इंफेक्शन से बचने के उपाय भी आगे बताए गये हैं।
एंटीबायोटिक और यीस्ट संक्रमण के बीच क्या संबंध होता है? - Connection Between Antibiotics And Yeast Infection In Hindi
हमारे शरीर में बैक्टीरिया और फंगस का एक संतुलन मौजूद होता है, जो हमारे शरीर को नेचुरल रूप से स्वास्थ्य बनाए रखने में मदद करता है। कैंडिडा नामक फंगस सामान्य रूप से त्वचा, मुंह, और प्राइवेट पार्ट में पाया जाता है, लेकिन इसे नियंत्रित रखने का काम अच्छे बैक्टीरिया (लैक्टोबैसिलस) करते हैं। जब किसी व्यक्ति को एंटीबायोटिक्स दिये जाते हैं, तो इससे हानिकारक बैक्टीरिया के साथ ही हेल्दी माने जाने वाले बैक्टीरिया भी प्रभावित हो सकते हैं। इससे कैंडिडा फंगस बढ़ने की समस्या हो सकती है, जो यीस्ट इंफेक्शन का एक कारण हो सकता है।
यीस्ट इंफेक्शन में क्या लक्षण महसूस होते हैं? - Sign Of Yeast Infection In Hindi
यीस्ट इंफेक्शन शरीर के अलग-अलग क्षेत्रों में जैसे वजाइना, ओरल, स्किन में हो सकता है। इसके अलग-अलग लक्षणों को आगे बताया गया है।
महिलाओं के वजाइना में यीस्ट इंफेक्शन के लक्षण
- वजाइना में जलन होना
- वजाइना में खुजली होना
- महिलाओं में व्हाइट डिस्चार्ज
- वजाइना एरिया में सूजन और लालिमा होना
- यूरिन करते समय दर्द होना, आदि।
मुंह में यीस्ट इंफेक्शन (Oral Thrush)
- मुंह में जलन होना,
- जीभ और मुंह के अंदर सफेद परत बनना
- गले में भोजन अटकने की तरह महसूस होना
स्किन में यीस्ट इंफेक्शन
- बगल , कमर और ब्रेस्ट के नीचे लालिमा या खुजली होना
- त्वचा का छिलना
- स्किन पर छोटे-छोटे दाने बनना, आदि।
एंटीबायोटिक्स के दौरान यीस्ट इंफेक्शन से बचने के लिए क्या करें? - Prevention Tips Of Yeast Infection Due To Antibiotics in Hindi
- प्रोबायोटिक्स का सेवन करें: इंफेक्शन से बचने के लिए दही, छाछ, या प्रोबायोटिक सप्लीमेंट्स का उपयोग करें। यह अच्छे बैक्टीरिया को बनाए रखने में मदद करते हैं।
- साफ-सफाई का ध्यान रखें: जिस हिस्से पर इंफेक्शन हो, उसको साफ और सूखा रखें।
- ढीले कपड़े पहने: टाइट कपड़े पहनने की वजह से त्वचा में इंफेक्शन का जोखिम अधिक होता है। ऐसे में आप ढीले और सूती के कपड़े पहनें।
- चीनी का सेवन कम करें: मीठा और चीनी का सेवन करना कैंडिडा को बढ़ाने में मदद कर सकता है।
- शराब का सेवन न करें: एंटीबायोटिक्स दवाएं लेते समय कुछ लोगों को शराब के साथ इसे लेने से इंफेक्शन का जोखिम अधिक होता है।
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जिन लोगों की इम्यूनिटी पावर कमजोर होती है, या हार्मोनल गर्भनिरोधक दवाए और प्रेग्नेंसी के समय यीस्ट इंफेक्शन का जोखिम अधिक होता है। अगर, इंफेक्शन की वजह से जलन या दर्द ज्यादा हो तो खुद से दवा लेने की अपेक्षा डॉक्टर से संपर्क करें।