थायराइड एक ऐसी बीमारी है, जिसमें शरीर के थायराइड ग्लैंड का फंक्शन प्रभावित हो जाता है। इस दौरान गले की थायराइड ग्रंथि, कभी थायराइड हार्मोन का उत्पादन ज्यादा करती है, तो कभी बहुत कम करती है। ऐसे में शरीर के कई हिस्सों पर प्रभाव पड़ता है। थायराइड की वजह से शरीर का मोटापा बढ़ सकता है, पीरियड्स अनियमित हो सकते हैं, स्किन ड्राई हो सकती है और आपके बाल झड़ सकते हैं। इसके अलावा स्थिति गंभीर होने पर आपके शरीर में हर दिन इसके लक्षण नजर आ सकते हैं। जैसे कि लंबे समय तक थकान रह सकती है, नींद की कमी हो सकती है और कब्ज की दिक्कत भी परेशान कर सकती है। ऐसे में डाइट में चुकंदर को शामिल करना किस हद तक मददगार हो सकता है। इस बारे में विस्तार से जानने के लिए हमने डाइट एक्सपर्ट Suparna Mukherjee, Clinical Nutrition & Dietetics, Narayana Health City से बात की।
थायराइड में चुकंदर खाना चाहिए-Can a thyroid patient eat beetroot?
Suparna Mukherjee बताती हैं कि ''आम तौर पर, चुकंदर सहित अधिकांश जड़ वाली सब्जियों को संतुलित आहार का एक स्वस्थ हिस्सा माना जाता है, यहां तक कि थायराइड की समस्या वाले लोगों के लिए भी। हालांकि, कुछ बारीकियों और विशिष्ट स्थितियों के बारे में जागरूक होना जरूरी है।'' जैसे
अधिक सेवन से हो सकता है नुकसान
शोध बताते हैं कि नाइट्रेट युक्त खाद्य पदार्थों (nitrate-rich foods), जैसे कि चुकंदर या चुकंदर के रस का अधिक मात्रा में सेवन, थायराइड की आयोडीन का उपयोग करने की क्षमता को संभावित रूप से बाधित कर सकता है। आयोडीन थायराइड हार्मोन के उत्पादन के लिए जरूरी है। यह चिंता मुख्य रूप से अत्यधिक सेवन से जुड़ी है, न कि मध्यम सेवन से।
उदाहरण के लिए, एक अध्ययन में स्तन कैंसर के उन रोगियों में हाइपोथायरायडिज्म और थायराइड नोड्यूल्स का खतरा बढ़ गया, जो प्रतिदिन 250 ग्राम से अधिक चुकंदर या गाजर का रस पीते थे। यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि यह अध्ययन एक विशेष स्वास्थ्य स्थिति और बहुत अधिक दैनिक सेवन वाले रोगियों के समूह पर आधारित था, जो सामान्य आबादी पर लागू नहीं हो सकता है।
हालांकि, Sciencedirect.com की यह रिसर्च बताती है कि 13 स्वस्थ वयस्कों ने एक अध्ययन में 7 दिनों तक नाइट्रेट युक्त चुकंदर के रस का सेवन किया। इससे थायराइड हार्मोन जैसे ट्राईआयोडोथायरोनिन, थायरोक्सिन, आयोडीन, नाइट्रेट और नाइट्राइट स्तर पर कोई महत्वपूर्ण परिवर्तन नहीं देखा गया। साथ ही इस रिसर्च में निष्कर्ष दिया गया कि नाइट्रेट युक्त चुकंदर के रस के एक सप्ताह सेवन से स्वस्थ लोगों में थायराइड के काम काज पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता। पर ध्यान देने वाली बात यह है कि यह लोग स्वस्थ थे, थायराइड के मरीज नहीं।
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चुकंदर और थायराइड हेल्थ
दूसरी ओर, चुकंदर एंटीऑक्सीडेंट, आयरन और फोलेट से भरपूर होता है, जो समग्र स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद हो सकता है और थायराइड के काम को बेहतर बनाने में मदद कर सकता है। कई विशेषज्ञ चुकंदर को आहार में शामिल करने के लिए एक स्वास्थ्यवर्धक सब्जी मानते हैं, चाहे आपको थायराइड की समस्या हो या न हो।
थायराइड में चुकंदर का सेवन कैसे करें?
Suparna Mukherjee कहती हैं कि किसी भी चीज को संतुलित तरीके से लेना कभी भी नुकसानदेह नहीं होता है। विविध और संतुलित आहार के हिस्से के रूप में चुकंदर खाना आमतौर पर चिंता का विषय नहीं है। जैसे कि चुकंदर को पकाकर खाने से इसके गोइट्रोजेनिक प्रभाव को कम किया जा सकता है। आयोडीन युक्त खाद्य पदार्थों के साथ आप इसे संतुलित कर सकते हैं। लेकिन, अत्यधिक सेवन एक समस्या हो सकती है, खासकर जूस के रूप में जिससे बॉडी में नाइट्रेट्स इक्ट्ठा हो सकता है।
किसी एक भोजन पर अड़े रहने के बजाय, थायराइड स्वास्थ्य के लिए सबसे अच्छा तरीका विभिन्न प्रकार के फलों, सब्जियों, लीन प्रोटीन और स्वस्थ वसा से भरपूर आहार लेना है। चुकंदर आमतौर पर सुरक्षित होता है लेकिन, थायराइड के कार्य में बाधा डालने वाले अन्य खाद्य पदार्थों, जैसे कि बड़ी मात्रा में कच्ची क्रूसिफेरस सब्जियां जैसे ब्रोकोली, पत्तागोभी, केल और अत्यधिक सोया उत्पादों के सेवन से अधिक सावधान रहें। हालांकि, इन सब्जियों को पकाकर खाने से इनके गोइट्रोजेनिक प्रभाव को कम करने में मदद मिल सकती है।
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व्यक्तिगत आहार संबंधी सलाह के लिए हमेशा किसी डॉक्टर या पंजीकृत आहार विशेषज्ञ से परामर्श करना सबसे अच्छा होता है, खासकर अगर आपको थायराइड की समस्या है तो। वे आपकी खास जरूरतों और मेडिकल हिस्ट्री के अनुसार मार्गदर्शन प्रदान कर सकते हैं।
FAQ
थायराइड होने पर शरीर में क्या दिक्कत होती है?
थायराइड होने पर शरीर में कई प्रकार की समस्याएं हो सकती हैं जैसे कि अचानक वजन कम होना या आपका वजन बढ़ जाना। थकान, मांसपेशियों में कमजोरी, ड्राई स्किन की समस्या, कब्ज, अनियमित दिल की धड़कन और ठंड के प्रति असहिष्णुता जैसे लक्षण शरीर में महसूस हो सकते हैं। इसके अलावा महिलाओं में यह पीरियड्स को भी प्रभावित करती है।थायराइड में किन चीजों से परहेज करना चाहिए?
थायराइड में आपको किसी भी प्रकार के प्रोसेस्ड फूड्स के सेवन से बचना चाहिए। कॉफी, एनर्जी ड्रिंक, पैकेज्ड स्नैक्स, चिप्स, केक और मिठाइयों के सेवन से बचें। कोशिश करें कि ज्यादा से ज्यादा घर का खाना खाएं और फल व सब्जियों के सेवन पर ध्यान दें।थायराइड का दर्द कहां होता है?
थायराइड का दर्द आपको गले में हो सकता है। इसके अलावा इसका असर आप थकान के रूप में महसूस कर सकते हैं जिसमें आपको शरीर दर्द हो सकता है।