रात में बड़बड़ाने की आदत के बारे में हम खुद नहीं जान पाते हैं। इसे आपके साथ रहने वाला व्यक्ति ही बता सकता है। अगर आपको भी नींद में बोलने की आदत है तो यह गंभीर समस्या हो सकती है। इसलिए जरूरी है कि आप खुद इसका समाधान निकालें। दरअसल, ये एक प्रकार का पैरासोमनिया है जिसका मतलब होता है सोते समय अस्वाभाविक व्यवहार का करना लेकिन इसे बीमारी नहीं माना जाता हैं। इसके पीछे कई कारण हो सकते हैं। आपकी बुरी आदतें भी इसकी वजह हो सकती है।
तनाव है दुश्मन
अगर आप लगातार तनाव से गुजर रहें हैं तो आपको यह समस्या हो सकती है। इसके लिए अपने दिमाग को पर्याप्त आराम का मौका देना चाहिए और खुद भी रिलैक्स करना चाहिए अगर ऑफिस के कामों से आप खुद को बहुत उलझा हुआ महसूस कर रहे हैं तो कुछ दिनों के लिए काम से छुट्टी ले लें। और होसके तो कहीं घूमने चले जाए।
अपने समय पर सोएं
समय पर सोएं इससे नींद में बड़बड़ाने की आदत से छुटकारा मिल जाएगा। ऐसा माना जाता है कि रात में सही समय से सोने और सुबह सही समय से उठने से यह समस्या नहीं होती है। इसके साथ अपनी नींद पूरी जर्ना भी जरुरी है। अगर ऐसा नहीं होता है तब भी यह समस्या होती है।
डाइट अच्छी रखें
कुछ लोग शराब के आदि होते है और रात के समय में ही शराब पीते हैं और सोते समय बड़बड़ाने लगते है। अगर इस समस्या का समाधान चाहते हैं तो आपको शराब छोड़नी होगी। अगर ये मुमकिन न हो तो इसे धीरे-धीरे पीना काम कर दें। इसे साथ गरिष्ठ भोजन भोजन भी बिलकुल बंद कर दें।
व्यायात है जरूरी
कई बार शरीर में ब्लड सर्कुलेशन ठीक से ना होने के कारण भी नींद में बड़बड़ाने की आदत हो जाती है। इसके लिए आप शाम को टहलने जा सकते हैं या फिर योग कर सकते हैं।
हॉरर फिल्में ना देखें
डरावनी फिल्मों से बचें रात में किसी भी तरह की डरावनी फिल्मे ना देखे। इससे दिमाग पर असर होता है और रात में व्यक्ति बड़बड़ाने लगता है। इससे अच्छा है कि आप कोई रोमांटिक या हसी मज़ाक वाली फिल्म देखेँ।
संगीत का लें सहारा
संगीत ऐसी चीज़ है जो चंचल मन को शांत कर देता है। तो सूने से पहले अपने पसंद के गाने सुने। इससे आपको नींद भी अच्छी आएगी और नींद में बड़बड़ाने की आदत भी कम हो जाएगी।
दवाओं का साइडइफेक्ट!
हो सकता है आप जो दवाएं ले रहें हैं उनकी वजह से आपको नींद में बड़बड़ने की आदत हो रही है। और अगर ऐसा है तो कुछ दिनों के लिए उन दवाओं को बंद कर दें। और अगर आपको कोई फर्क दिखता है तो तो इसके बारे में अपने डॉक्टर से बात करें।
ऐसे अन्य स्टोरीज के लिए डाउनलोड करें: ओनलीमायहेल्थ ऐप
Read More Articles On Healthy Living In Hindi