वेरिकोज वेन्स की समस्या को स्पाइडर वेन्स भी कहते है। ये नसों से जुड़ी एक बीमारी है, जिसमें पैर की नसें उभर आती है और नीली दिखाई देने लगती हैं। इन नसों में सूजन होने के साथ दर्द होने लगाता है। इनका रंग नीला, बैंगनी और लाल होता है। वेरिकोज वेन्स का होना काफी आम बात है। ज्यादातर ये समस्या महिलाओं में देखी जा सकती है। लगभग 25 से 30 परसेंट लोग वेरीकाज नसों की समस्या से परेशान हैं। हमारी नसों में वाल्व होते है जो ब्लड को वापिस जाने से रोकते हैं। लेकिन जब ये वाल्व काम करना बंद कर देती है तो ब्लड हमारे दिल की तरफ ना जाकर नसों में जमा हो जाता है और ये नसें बड़ी हो जाती हैं। वेरिकोज नसें हमारे शरीर में पैरों के निचले हिस्से में पाई जाती हैं। गुरुत्वाकर्षण बल के कारण ये नसें ब्लड को दिल तक नहीं पहुंचा पातीं। इसके लिए आपको डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए। आप अपने खाने में कुछ बदलाव करके भी इनको ठीक कर सकते हैं।
वेरिकोज वेन्स होने पर क्या खाना चाहिए (Food To Eat In Varicose Veins In Hindi)
नसों में ब्लड के जमा होने के कारण सूजन और दर्द होने लगता है। कुछ खाने में बदलाव करके इनको ठीक कर सकते है।
1. सेब
केला, सेब और नाशपाती जैसे फलों में फाइबर की मात्रा अधिक होती है। जो हमारे शरीर में सूजन को कम करने में मदद करती है और यह फल हमारे पूरे शरीर को स्वस्थ बनाए रखते हैं। सेब में रियूटिन नाम का एंटीऑक्सीडेंट कंपाउंड होता है जो हमारी नसों को स्वस्थ बनाए रखता है। वेरिकाज नसों के लक्षणों को कम करने के लिए सेब को सलाद के रूप में भी खाया जा सकता है।
2. चुकंदर
चुकंदर को हर रोज खाने से वेरीकाज नसों को कम किया जा सकता है क्योंकि चुकंदर में बीटासायनिन नाम का कंपाउंड होता है जो हमारे शरीर में हेमोसिस्टिन को कम करने में मदद करता है। हिमोसिस्टिन का स्तर ज्यादा होने से हमारे शरीर में ब्लड क्लॉट जम जाता है। चुकंदर को आप अपने सालाद में खा सकते है या फिर इसका जूस निकालकर पी सकते है।
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3. अदरक
पिछले काफ़ी वर्षो से अदरक का उपयोग हम अपने घरों में मसाले के साथ-साथ चाय बनाने में भी कर रहे हैं। इसे दवाई बनाने के रूप मे भी प्रयोग किया जा रहा है। ये वेरीकाज को कम करने में और ब्लड सर्कुलेशन को बढ़ाने में मदद करता है।
4. चेरी
सेब की तरह चेरी में भी रियूटिन पाया जाता है। जो हमारे शरीर में ब्लड प्रेशर और शुगर के स्तर को नियंत्रित रखने में मदद करता है। यह हमारी नसों को भी स्वस्थ बनाए रखता है।
5. हल्दी
हल्दी का उपयोग पहले के समय से आर्युवेद और चीनी चिकत्सा में ब्लड सर्कुलेशन को बढ़ाने के लिए किया जाता है। हल्दी में कर्क्यूमिन तत्व पाया जाता है जोकि हमारे शरीर में नाइट्रिक ऑक्साइड को बनाने में मदद करता है। जिससे हमारे शरीर में ब्लड सर्कुलेशन को बढ़ने में मदद मिलती है।
6. हरी पत्तेदार सब्जियां
हरे पत्तों वाली सब्जियों मे आयरन और मैग्नीशियम ज्यादा मात्रा में पाया जाता है जोकि हमारे शरीर में ब्लड सर्कुलेशन के लिए आवश्यक है।
7. कच्चे मेवे और बीज
कच्चे मेवे में विटामिन बी 3 होता है जो ब्लड के प्रवाह को बढ़ाने में मदद करता है। इसमें प्रोटीन भी ज्यादा मात्रा मे पाया जाता है। जो ब्लड सर्कुलेशन को बढ़ाने के लिए बहुत लाभदायक है।
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8. दालचीनी
दाल चीनी एक प्रकार का मसाला है जोकि शरीर में शुगर मे ब्लड शर्करा को नियंत्रित करने में सहायक है। दाल चीनी विशेष रूप से ब्लड वेसल्स को पतला और चौड़ा करने का काम करती है, ताकि हमारे शरीर में ब्लड सर्कुलेशन ठीक रहे।
यही नहीं रिफाइंड कार्ब्स, कैन वाले फूड, ऐडेड शुगर, फ्राइड फूड, अल्कोहल, रेडमीट, ज्यादा नमकीन और ज्यादा कैफीन वाले पदार्थों के सेवन से बचना भी जरूरी है।