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त्वचा की इन 5 समस्याओं को दूर करेगी काली जीरी, जानें इसके इस्तेमाल का आसान तरीका

काली जीरी का इस्‍तेमाल स्‍क‍िन की कई समस्‍याओं को दूर करने के ल‍िए क‍िया जाता है, जानते हैं इसके इस्‍तेमाल का सही तरीका   
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त्वचा की इन 5 समस्याओं को दूर करेगी काली जीरी, जानें इसके इस्तेमाल का आसान तरीका


काली जीरी का इस्‍तेमाल भारत के कई शहरों में अलग-अलग तरह से क‍िया जाता है। कुछ लोग इसका काढ़ा बनाते हैं तो कुछ इसे औषधी के रूप में इस्‍तेमाल करते हैं। काली जीरी का स्‍वाद कड़वा होता है। काली जीरी एक मेड‍िसनल प्‍लांट है ज‍िसका इस्‍तेमाल स्‍क‍िन और शरीर की कई समस्‍याओं को दूर करने के ल‍िए क‍िया जाता है। इस लेख में हम जानेंगे काली जीरी स्‍क‍िन के ल‍िए कैसे फायदेमंद है और इसे यूज करने का सही तरीका क्‍या है। इस व‍िषय पर बेहतर जानकारी के ल‍िए हमने लखनऊ के व‍िकास नगर में स्‍थित प्रांजल आयुर्वेद‍िक क्‍लीन‍िक के डॉ मनीष स‍िंह से बात की।

kalijiri benefits

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1. स्‍क‍िन में जलन और सूजन दूर करे काली जीरी (Inflammation and swelling in skin)

काली जीरी में एंटी इंफ्लामेटरी गुण होते हैं ज‍िससे में जलन की समस्‍या नहीं होती और स्‍क‍िन को आराम म‍िलता है। काली जीरी का इस्‍तेमाल छाले की समस्‍या को दूर करने के ल‍िए क‍िया जाता है। जलन की समस्‍या को दूर करने के ल‍िए आप काली जीरी का इस्‍तेमाल कर सकते हैं। काली जीरी के बीज का पेस्‍ट बनाकर आप स्‍क‍िन पर लगाएं इससे जलन और सूजन की समस्या दूर होगी। 

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2. फंगल और बैक्‍टीर‍ियल इंफेक्‍शन से बचाए (Fungal and bacterial infection)

काली जीरी में एंटीमाइक्रोब‍ियल गुण होते हैं। आपको फंगल या बैक्‍टीर‍ियल इंफेक्‍शन से बचने के ल‍िए भी काली जीरी का इस्‍तेमाल करना चाह‍िए। काली जीरी में एंटी कैंसर गुण भी होते हैं, स्‍क‍िन कैंसर से स्‍क‍िन की रक्षा करने के ल‍िए भी इसे फायदेमंद माना जाता है। फंगल और बैक्‍टीर‍ियल इंफेक्‍शन को दूर करने के ल‍िएउ आप काली जीरी की जड़ को दही के साथ म‍िलाएं और उसमें एलोवेरा जेल म‍िलाकर त्‍वचा पर लगाएं तो इंफेक्‍शन ठीक हो जाएगा। 

3. रूखी त्‍वचा की समस्‍या दूर करे काली जीरी (Dry skin treatment)

काली जीरी में एंटीऑक्‍सीडेंट गुण होते हैं, त्‍वचा को हाइड्रेट करने के ल‍िए भी आप काली जीरी का इस्‍तेमाल कर सकते हैं। अगर आपको ड्राय स्‍क‍िन की समस्‍या है तो आप काली जीरी के बीज का पाउडर बनाकर आप दही के साथ म‍िलाएं और स्क‍िन पर पेस्‍ट को एप्‍लाई कर लें। फ‍िर 15 म‍िनट बाद चेहरे को धो लें। इससे स्‍क‍िन मुलायम बनेगी। 

4. एक्‍ज‍िमा रोग में फायदेमंद है काली जीरी (Kalijiri in hindi)

kalijiri benefits in hindi

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काली जीरी के बीज का इस्‍तेमाल आप आप जख्‍म भरने के ल‍िए भी कर सकते हैं। जख्‍म भरने के ल‍िए आप काली जीरी के पत्‍ते का रस एप्‍लाई कर सकते हैं। काली जीरी का इस्‍तेमाल आप एक्‍ज‍िमा, सोरायस‍िस जैसी समस्‍या को दूर करने के ल‍िए कर सकते हैं। एक्‍ज‍िमा रोग में काली जीरी का काढ़ा बनाकर पीना फायदेमंद होता है। आप काढ़ा डॉक्‍टर की सलाह पर ही लें क्‍योंक‍ि कई लोगों की इसकी तासीर से समस्‍या हो जाती है।

5. कीड़ा काटने पर इस्‍तेमाल करें काली जीरी 

काली जीरी के बीज का इस्‍तेमाल आप त्‍वचा रोग को दूर करने के ल‍िए कर सकते हैं। क‍िसी कीड़े के काटने पर अगर रैशेज या जलन होती है तो आप काली जीरी के बीज का पेस्‍ट एप्‍लाई कर सकते हैं। आप कीड़ा काटने पर काली जीरी का रस भी त्‍पचा पर एप्‍लाई कर सकते हैं। इससे भी आराम म‍िलता है।

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काली जीरी का इस्‍तेमाल कैसे करें? (How to use Kalijiri)

  • काली जीरी का जड़ का इस्‍तेमाल आप पेट में दर्द, अल्‍सर, कफ की समस्‍या को दूर करने के ल‍िए कर सकते हैं। जड़ का पाउडर बनाकर इस्‍तेमाल क‍िया जा सकता है।  
  • काली जीरी के फूल से बनने वाले पेस्‍ट का इस्‍तेमाल भी आप स्‍क‍िन प्रॉब्‍लम को दूर करने के ल‍िए कर सकते हैं।   
  • काली जीरी के पत्‍ती का सेवन कर सकते हैं। काली जीरी की पत्‍ती से जो रस न‍िकलता है उसका इस्‍तेमाल आप त्‍वचा रोग को ठीक करने के ल‍िए कर सकते हैं। 

काली जीरी का सेवन प्रेगनेंसी के दौरान नहीं करना चाह‍िए। आपको काली जीरी का सेवन नहीं करना चाह‍िए अगर आप क‍िसी गंभीर बीमारी के मरीज हैं।  

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