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कीलों से भरे बोर्ड पर खड़े होने से शरीर को मिलते हैं कई फायदे, जानें इस्तेमाल का सही तरीका

साधु बोर्ड को नेल बोर्ड के नाम से भी जाना जाता है, जिसमें एक बोर्ड पर बहुत सारी कीलें लगी होती हैं, जिसपर खड़े रहने से आपको कई तरह के फायदे मिल सकते हैं। 
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कीलों से भरे बोर्ड पर खड़े होने से शरीर को मिलते हैं कई फायदे, जानें इस्तेमाल का सही तरीका


आज की तेज रफ्तार भरी जिंदगी में लोगों के पास न सिर्फ समय की कमी होती है, बल्कि ये उन्हें शारीरिक और मानसिक रूप से पूरी तरह थका देती है। अपने शरीर को आराम देने के लिए लोग कई तरह की थेरेपी लेते हैं या शरीर की मसाज करवाते हैं। साधु बोर्ड भी एक ऐसी ही थेरेपी है, जो आपके मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद मानी जाती है। साधु बोर्ड को नेल बोर्ड के रूप में भी जाना जाता है। यह एक खास तरह का उपकरण है, जिसमें लकड़ी के बोर्ड पर बहुत सारी कीलें लगी होती हैं। इस बोर्ड पर नंगे पैर खड़े होकर अभ्यास करना होता है। आइए नोएडा के सेक्टर 22 स्थित वैक्यू केयर हेल्थ सेंटर के सीनियर एक्यूप्रेशर डॉ. विनीत कुमार से जानते हैं कि साधु बोर्ड के क्या फायदे हैं और इसका उपयोग कैसे करना चाहिए?

स्वास्थ्य के लिए साधु बोर्ड के फायदे - Sadhu Board Benefits For Health In Hindi

साधु बोर्ड पर अभ्यास करने से न सिर्फ आपको शारीरिक रूप से आराम मिलता है, बल्कि ये मानसिक स्वास्थ्य से जुड़ी कई समस्याओं से भी राहत दिलाने में फायदेमंद है। जैसे-

1. एकाग्रता को बेहतर बनाए

साधु बोर्ड पर खड़ा होना आपके दिमाग को बेहतर रखने में मदद करता है, क्योंकि ये शरीर के संतुलन को बनाए रखने में मदद करता है, आपके दिमाग को भटकने से रोकता है, जिससे दिमाग खुलकर काम कर पाता है और एकाग्रता में सुधार होता है।

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2. फोकस में सुधार करता है

कील वाले बोर्ड पर खड़े होने से आपका ध्यान पूरी तरह उसी पर होता है, जो आपको फोकस करने में मदद करता है। यह अभ्यास मानसिक रूप से आपको मजबूत बनाने में मदद करता है और लंबे समय तक किसी काम में फोकस करने की क्षमता को बढ़ावा देता है।  

3. तनाव कम होता है

साधु बोर्ड पर खड़े होने से शरीर में एंडोर्फिन हार्मोन रिलीज होता है, जिससे सुख के हार्मोन के रूप में भी जाना जाता है। ये हार्मोन आपके मानसिक तनाव, एंग्जाइटी और घबराहट जैसी स्थितियों से राहत दिलाने में मदद करते हैं।

4. प्रेशर पॉइंट्स को एक्टिव करे

साधु बोर्ड की नुकीले कीलें आपके पैरों के तलवों में मौजूद एक्यूप्रेशर पॉइंट्स को बढ़ावा देते हैं। ये पॉइंट्स शरीर के अलग-अलग अंगों और सिस्टम से जुड़े होते हैं, जो संपूर्ण स्वास्थ्य में सुधार करने में मदद करते हैं।

5. ब्लड सर्कुलेशन में सुधार करता है

साधु बोर्ड में कीलों पर खड़े रहने से आपके पैरों पर हल्का प्रेशर पड़ता है, जो ब्लड फ्लो को बढ़ावा देता है। इससे टिशू में ऑक्सीजन और पोषक तत्वों की आपूर्ति को बेहतर बनाने में मदद मिलती है।

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6. अच्छी नींद में फायदेमंद

साधु बोर्ड पर खड़े रहने से तनाव और एंग्जाइटी को कम करने में मदद मिलेगी। साथ ही एक्यूप्रेशर के प्रभाव से शरीर को ज्यादा आराम मिलता है, जिससे नींद की गुणवत्ता को बेहतर करने में मदद मिलती है। साधु बोर्ड पर नियमित अभ्यास करने से अनिद्रा की समस्या से राहत मिल सकती है।

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साधु बोर्ड का इस्तेमाल कैसे करें?

  • इस अभ्यास को शुरू करने से पहले बोर्ड और पैरों को साफ कर लें।
  • इसके बाद इस अभ्यास को करने के लिए एक शांत और समतल स्थान चुनें।
  • सीधे खड़े होकर या बैठकर इस बोर्ड का इस्तेमाल करें।
  • धीरे-धीरे इस साधु बोर्ड पर खड़े हों और अपना वजन समान रूप से बांटे और मन को शांत रखने की कोशिश करें।

इन बातों का रखें ध्यान

  • साधु बोर्ड का इस्तेमाल करते हुए शुरुआत में 10 से 30 सेकेंड तक ही करें।
  • जैसे-जैसे आप इस बोर्ड पर कंफर्ट हो अपना समय बढ़ाएं।
  • डायबिटीज के मरीज, प्रेग्नेंट महिलाओं और ब्लड से जुड़ी समस्याओं से पीड़ित लोगों को डॉक्टर की सलाह पर ही इस बोर्ड का उपयोग करना चाहिए।
  • हमेशा स्वच्छ और सुरक्षित बोर्ड का ही इस्तेमाल करें।

निष्कर्ष

साधु बोर्ड का उपयोग आपके मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होता है। लेकिन, इसके साथ कुछ सावधानी बरतनी भी जरूरी है। इसलिए, अगर आप पहली बार इस बोर्ड का उपयोग कर रहे हैं तो एक्सपर्ट से कंसल्ट जरूर करें।
Image Credit: Freepik 

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  • Current Version

  • Sep 17, 2025 15:50 IST

    Published By : कात्यायनी तिवारी

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