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पीरियड्स के दौरान फायदेमंद होता है हल्दी वाला दूध, जानें इसे पीने का सही तरीका

Turmeric Milk For Menstrual: महिलाएं पीरीयड्स से जुड़ी समस्याओं को दूर करने के लिए हल्दी वाला दूध पी सकती हैं।   
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पीरियड्स के दौरान फायदेमंद होता है हल्दी वाला दूध, जानें इसे पीने का सही तरीका


Turmeric Milk For Menstrual Cramps: महिलाओं को पीरियड्स के दौरान होने वाली ऐंठन से काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। इस दौरान होने वाले दर्द से बचने के लिए कुछ महिलाएं दवाएं खाती हैं, जबकि कुछ महिलाएं घरेलू उपचारों को अपनाना पसंद करती हैं। सालों से दर्द को दूर करने के लिए हल्दी के दूध पिया जाता है। महिलाएं पीरियड्स की ऐंठन को दूर करने के लिए भी हल्दी वाला दूध पी सकती हैं। दूध में आप अदरक और अन्य मसालों का भी उपयोग कर सकती हैं। मासिक धर्म के दौरान यह बेहद प्रभावी हो सकता है। आगे डायटिशियन शिवाली गुप्ता से जानते हैं कि पीरियड्स में महिलाओं के लिए हल्दी वाला दूध कैसे फायदेमंद हो सकता है।

पीरियड्स के दौरान हल्दी वाला दूध पीने के फायदे - Benefits Of Drink Turmeric Milk During Menstruation In Hindi 

ब्लड को साफ करें 

हल्दी एक प्राचीन मसाला है, जिसका उपयोग सदियों से विभिन्न प्रकार की बीमारियों के लिए किया जाता रहा है। हल्दी का पीला-नारंगी रंग करक्यूमिन से आता है, यह रक्त शुद्धिकरण (ब्लड प्यूरिफिकेशन) की प्रक्रिया में मदद करता है। खासकर मासिक धर्म के दौरान। पीरियड्स के दौरान हल्दी का सेवन करने से एनीमिया (Anemia) से भी बचाव होता है और शरीर में आयरन के स्तर में सुधार होता है।

benefits of drinking turmeric milk during period

हार्ट हेल्थ के लिए आवश्यक

हल्दी ब्लड में कोलेस्ट्रॉल और ट्राइग्लिसराइड के स्तर को कम करके हार्ट हेल्थ को बनाए रखने में मदद करती है। हल्दी वाले दूध (Turmeric Milk) का सेवन सूजन को भी कम करता है और धमनियों को नुकसान से बचाता है। हल्दी में मौजूद करक्यूमिन सक्रिय भूमिका निभाता है। यह कोलेस्ट्रॉल को 30% और ट्राइग्लिसराइड्स को 40% तक कम कर सकता है। ब्लड सर्कुलेशन के स्तर में सुधार करता है और धमनियों की कठोरता को कम कर सकता है। जिसे एथेरोस्क्लेरोसिस के रूप में जाना जाता है, और रक्त प्रवाह के कारण होने वाले सीने में दर्द को भी कम करता है जिसे एनजाइना के रूप में जाना जाता है।

ब्लड शुगर को कम करे

हल्दी वाला दूध एंटीऑक्सीडेंट पाए जाते हैं, जो हमारे शरीर में ब्लड शुगर  के स्तर को नियंत्रित करने में भी मदद कर सकता है। यह दूध इंसुलिन संवेदनशीलता में सुधार करके टाइप 2 मधुमेह के खतरे को कम करने में भी मदद करता है। यह ब्लड फ्लो में शुगर के अवशोषण को भी धीमा कर देता है जिससे शरीर के लिए शुगर का उपयोग ऊर्जा के लिए करना आसान हो जाता है। दालचीनी के साथ मिलाने पर हल्दी वाला दूध अत्यधिक प्रभावी होता है और मुख्य रूप से टाइप 2 मधुमेह से जूझ रहे लोगों में ब्लड शुगर को बढ़ने से रोकता को कम करने में मदद करत के स्तर को कम करने में मदद करता है।

फर्टिलिटी 

हल्दी वाला दूध प्रजनन स्वास्थ्य को बेहतरीन रखता है, जिससे हार्मोन संतुलन बनाए रखने में मदद मिलती है और शरीर में ब्लड शुगर में सुधार होता है। हर दिन पर्याप्त मात्रा में विटामिन डी का सेवन करना भी महत्वपूर्ण है क्योंकि यह ओवरी में एस्ट्रोजन उत्पादन को बढ़ाकर हार्मोन के स्तर को नियंत्रित करने में मदद करता है। हल्दी वाला दूध मासिक धर्म की अनियमितताओं को रोकने में भी मदद करता है जिसमें एमेनोरिया यानी मासिक धर्म चक्र का न होना और अनियमित पीरियड्स भी शामिल हैं।

पेट खराब होना

हल्दी में दूध पाचन तंत्र को बेहतर बनाने और बनाए रखने में मदद करता है और दिन की शुरुआत करने का एक आदर्श तरीका है। हल्दी वाला दूध विटामिन, अमीनो एसिड और एंटीऑक्सिडेंट से भरपूर होता है जो पाचन समस्या को ठीक रखने में मदद करता है और अन्य स्वास्थ्य लाभों को भी बनाए रखता है। इसका स्वाद भरपूर और मलाईदार होता है, यह आपको हर घूंट के बाद संतुष्ट भी कर देगा।

पीरियड्स के दर्द में हल्दी वाला दूध कैसे बनाएं? - Turmeric Milk Recipe For Periods In Hindi 

  • हल्दी वाला दूध बनाने के लिए आप करीब एक कप दूध को पैन में डालें। 
  • इसके बाद गैस को ऑन करें। 
  • जब दूध हल्का गुनगुना हो जाए तो इसमें एक चुटकी हल्दी मिलाएं। 
  • इसके बाद दूध को 10 से 12 मिनट तक उबालें। 
  • एक बार उबाल आने पर गैस को बंद कर दें। 
  • इसके बाद दूध को कप में निकालें और जब दूध हल्का ठंड़ा हो तो इसमें शहद मिला दें।
  • इससे दूध का टेस्ट बेहतर होता है। 

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पीरियड्स के दौरान होने वाली समस्याओं से बचने के लिए आप इस उपाय को अपना सकती हैं। यदि, पीरियड्स में पेट में ऐंठन अधिक हो, ब्लड अधिक आ रहा हो तो ऐसे में आप तुरंत स्री रोग विशेषज्ञ की सलाह ले सकती हैं। 

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