उत्तर प्रदेश, दिल्ली, पंजाब, हरियाणा समेत पूरे उत्तर भारत में खाना बनाने के लिए मुख्य रूप से सरसों के तेल का इस्तेमाल किया जाता है। सरसों का तेल न सिर्फ खाने का स्वाद बढ़ाता है, बल्कि बालों और स्किन के लिए बहुत फायदेमंद होता है। सरसों के तेल में मोनोअनसेचुरेटेड और पॉलीअनसेचुरेटेड फैट पाए जाते हैं। ये हार्ट प्रॉब्लम और स्किन के लिए काफी अच्छे माने जाते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं सरसों के तेल का कुल्ला करना भी स्वास्थ्य के लिए काफी फायदेमंद हो सकता है? आइए जानते हैं इसके बारे में...
सरसों के तेल से कुल्ला करने के फायदे
दांतों को बनाता है मजबूत
प्रतिदिन सरसों के तेल से कुल्ला करने से दांतों और मसूड़ों की समस्या नहीं होती है। खारे पानी, कैल्शियम की कमी या किसी बीमारी से वजह से अगर आपके दांत खराब हो गए हैं, तो सरसों के तेल से कुल्ला करके इसे काफी हद तक ठीक किया जा सकता है। दिल्ली स्थित संतोष डेंटल कॉलेज में प्रैक्टिस कर रहीं डॉ युक्ता श्रीवास्तव का कहना है कि ब्रश करने के बाद सरसों के तेल से कुल्ला करने से दांत मजबूत बनते हैं।
इसे भी पढ़ेंः सुष्मिता सेन 46 की उम्र में भी दिखती हैं जवां, जानिए क्या है उनकी खूबसूरती का राज
पेट के कीड़े होते हैं खत्म
जिन बच्चों को मॉनसून में पेट में कीड़े होने की समस्या होती है, उन्हें भी सरसों के तेल से कुल्ला करने की सलाह दी जाती है। पेट में कीड़े आमतौर पर मुंह में मौजूद बैक्टीरिया के कारण होते हैं। खाने-पीने के बाद जब ये बैक्टीरिया आंतों तक पहुंच जाते हैं, तो परेशानी का कारण बनते हैं। सरसों के तेल में एंटीमाइक्रोबियल गुण पाए जाते हैं,इसलिए इस तेल से कुल्ला करने पर आपके मुंह के बैक्टीरिया खत्म हो सकते हैं। इसलिए सरसों का तेल मुंह और पेट के कीड़ों को खत्म करने में मदद कर सकते हैं।
मुंह के छालों के लिए
जिन लोगों को बार-बार मुंह के छालों (Mouth ulcer) की समस्या होती है, उन्हें भी सरसों के तेल से कुल्ला करने की सलाह दी जाती है। सरसों के तेल में कुछ ऐसे पोषक तत्व पाए जाते हैं, जो मुंह के बैक्टीरिया को खत्म करने में मददगार होते हैं। जिसकी वजह से छाले की समस्या से निजात मिल सकती है।
इसे भी पढ़ेंः सावन में व्रत के दौरान न करें ये गलतियां, नहीं महसूस होगी कमजोरी
सर्दी-जुकाम में फायदेमंद
बदलते मौसम में सर्दी, जुकाम और बुखार जैसी समस्याओं से परेशान लोगों को भी सरसों के तेल से कुल्ला करने की सलाह दी जाती है। सरसों के तेल में कई ऐसे तत्व पाए जाते हैं, जो सिरदर्द ,माइग्रेन और स्ट्रेस (Stress) से होने वाले दर्द से राहत दिलाने में मदद कर सकते हैं।
साइनस में फायदेमंद
साइनस के मरीजों को भी सरसों के तेल से कुल्ला करने की सलाह दी जाती है। नियमित तौर पर सरसों के तेल से कुल्ला करने से साइनस की बीमारी से राहत पाई जा सकती है।
अगर आप पहली बार किसी तेल से कुल्ला कर रहे हैं, तो इसके बारे में डॉक्टर से सलाह लें। दरअसल कई बार देखा जाता है कि तेल से कुल्ला करने वाले लोग इसे निगल लेते हैं, जिसकी वजह से उन्हें कई तरह की परेशानी हो सकती है। आपको डॉक्टर से इस बारे में पूछ लेना चाहिए कि तेल से कुल्ला करने का सही तरीका क्या है और अगर ये गलती से अंदर चला जाए. तो क्या किया जाना चाहिए।