Benefits Of Black Raisins To Improve Bone Health During Elderly: उम्र बढ़ने के साथ ही शरीर में कई तरह के बदलाव महसूस होते हैं। सामान्यतः अधिकतर बढ़ती उम्र में मांसपेशियां और हड्डियां कमजोर होने लगती हैं। यही वजह है कि बढ़ती उम्र के कारण लोगों में हड्डियों से जुड़ी समस्याएं जैसे ऑस्टियोपोरोसिस, कैल्शियम की कमी और हड्डियों में दर्द बहुत आम हो जाते हैं। हालांकि, इन समस्याओं को दूर करने के लिए डॉक्टर आपको कुछ सप्लीमेंट्स लेने की सलाह दे सकते हैंं। लेकिन, यदि आप सही समय पर डाइट में पौष्टिक ड्राई फूट्स को शामिल करते हैं तो इससे आपको हड्डियों से जुड़ी कई समस्या में आराम मिलता है। आहार विशेषज्ञ बताते हैं कि 40 के बाद यदि डाइट में काली किशमिश को शामिल किया जाए तो इससे हड्डियों से जुड़ी समस्यओं से बचाव हो सकता है। इस लेख में एसेंट्रिक्स डाइट क्लीनिक की डाइटिशियन शिवाली गुप्ता से जानते हैं कि काले किशमिश बुजुर्गों की हड्डियों को कैसे मजबूत बनाते हैं, इसके पोषक तत्व क्या हैं, और इसे कैसे और कब सेवन करना चाहिए।
बुजुर्गों की हड्डियों के लिए काले किशमिश खाने के फायदे - Benefits Of Eating Black Raisins For The Bones Of The Elderly in Hindi
काली किशमिश में हड्डियों को मजबूत बनाने के लिए कैल्शियम, बोरोन, मैग्नीशियम, आयरन, पोटेशियन, और एंटीऑक्सीडेंट्स पाए (haddiyon ke liye kya khaye) जाते हैं। आगे जानते हैं इसके फायदों के बारे में।
हड्डियों को बनाती है मजबूत
काले किशमिश में भरपूर मात्रा में कैल्शियम और मैग्नीशियम होता है, जो बोन डेंसिटी (Bone Density) को बनाए रखने में मदद करता है। काली किशमिश के नियमित सेवन से बुजुर्गों की हड्डियां टूटने या फ्रैक्चर होने के खतरे से बचती हैं।
ऑस्टियोपोरोसिस से बचाव
जिन लोगों को ऑस्टियोपोरोसिस की समस्या होती है, उनके लिए काले किशमिश एक बेहतरीन घरेलू उपाय मानी जा सकती है। इसमें मौजूद बोरोन हड्डियों में कैल्शियम के अवशोषण को बेहतर बनाता है और हड्डियों के खोखलेपन को रोकता है।
हड्डियों में दर्द से राहत
बुजुर्गों को अक्सर जोड़ों और हड्डियों में दर्द या सूजन की शिकायत रहती है। काले किशमिश में मौजूद एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण हड्डियों की सूजन को कम करते हैं और दर्द से राहत दिलाते हैं।
आयरन की कमी को करता है दूर
उम्र बढ़ने के साथ खून की कमी एक आम समस्या है। काले किशमिश में भरपूर आयरन होता है, जो खून की गुणवत्ता बढ़ाकर हड्डियों तक ऑक्सीजन और पोषक तत्वों की आपूर्ति को बेहतर करता है।
मांसपेशियों को भी मजबूत बनाएं
हड्डियों और मांसपेशियों का संतुलन बनाकर चलना बेहद आवश्यक होता है। काले किशमिश में मौजूद पोटेशियम और मैग्नीशियम मांसपेशियों को मजबूत बनाते हैं, जिससे बुजुर्गों को गिरने या लड़खड़ाने की आशंका कम होती है।
काले किशमिश का सेवन कैसे करें? - How To Eat Black Raisins In Hindi
- रात में 6-8 काले किशमिश को गर्म पानी में भिगोकर सुबह खाली पेट खाएं। इससे इसके पोषक तत्व जल्दी अवशोषित होते हैं।
- काले किशमिश को गर्म दूध में डालकर रात को सोने से पहले पिएं। यह नींद को भी बेहतर करता है और हड्डियों के लिए भी लाभकारी है।
- काले किशमिश को किसी भी हेल्दी डिश जैसे दलिया, ओट्स या ड्राई फ्रूट खिचड़ी में मिलाकर खाया जा सकता है।
- मधुमेह (डायबिटीज) वाले बुजुर्गों को काले किशमिश का सेवन सीमित मात्रा में ही करना चाहिए ,क्योंकि इनमें प्राकृतिक शुगर अधिक होती है।
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Kali Kishmish Khane Se Kya Fayde Hote Hain: बुजुर्गों की हड्डियों की सेहत बनाए रखने के लिए काले किशमिश एक सरल, सस्ता और प्रभावशाली उपाय है। इसमें मौजूद कैल्शियम, मैग्नीशियम, बोरोन और आयरन जैसे पोषक तत्व हड्डियों की मजबूती, लचीलापन और लंबी उम्र के लिए आवश्यक हैं। अगर इसे सही मात्रा में और नियमित रूप से सेवन किया जाए, तो हड्डियों की बीमारियों से काफी हद तक बचा जा सकता है।
FAQ
हड्डियों में ताकत लाने के लिए क्या खाना चाहिए?
सफेद तिल, हरी पत्तेदार सब्जियां, अखरोट और पनीर, दूध का सेवन करने से हड्डियांं मजबूत होती है। इसके अलावा, हल्की एक्सरसाइज से भी बोन हेल्थ बेहतर होती है।कौन सी बीमारी आपकी हड्डियों को कमजोर बनाती है?
ऑस्टियोपोरोसिस के कारण हड्डियां कमजोर और भंगुर हो जाती हैं - इतनी भंगुर कि गिरने या यहाँ तक कि झुकने या खाँसने जैसे हल्के तनाव से भी हड्डियाँ टूट सकती हैं।जोड़ों की सूजन को कैसे कम करें?
जोड़ों की सूजन करने के लिए शुरुआत में आप बर्फ की सिकाई कर सकते हैं। इसके अलावा तेल मालिश भी कर सकते हैं। यदि लंबे समय तक लगातार सूजन बनी रहती है तो ऐसे में तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।