
हालांकि रोजाना डाइट का ध्यान रखने और नियमित व्यायाम करने से काफी हद तक बीमारियों से बचा जा सकता है लेकिन यह भी सच्चाई है कि इन सबके साथ रेगुलर मेडिकल चेकअप की भी अपनी विशेषता है। नियमित मेडिकल चेकअप करवाने से संभावित बीमारी का खतरा काफी हद तक टल सकता है। बढ़ती उम्र के साथ शरीर में कुछ ना कुछ छोटी मोटी समस्या जरूर होती है। इन स्वास्थ्य से जुड़ी परेशानियों के बढ़ने पर यदि आप को किसी प्रकार का कोई लक्षण महसूस होता है तब भी या नहीं भी होता है तो भी आप को साल में एक बार चेक अप तो अवश्य करा ही लेना चाहिए।
जब आप अपने रेगुलर मेडिकल चेकअप के लिए चिकित्सक के पास जाएंगे तो वह आपसे कुछ जरूरी सवाल पूछेंगे। जैसे कि आपको क्या महसूस हो रहा है? आपको कौन से लक्षण दिख रहे हैं? क्या इस तरह की बीमारी आपके परिवार में किसी और को भी है और साथ में आपके परिवार के लोगों की सेहत के विषय में भी दो-चार सवाल करेंगे।
फिर वह आप का वजन, हाइट व बॉडी मास इंडेक्स ,आप का हृदय रेट व तापमान, आप की आंख, नाक व गला, आप के शरीर के अलग अलग हिस्सों को दबा कर देखेंगे की कहीं किसी अंग के साइज में तो बदलाव नहीं आ गया है। साथ ही एक स्टेथोस्कॉप की मदद से आप के दिल की धड़कन भी सुनेंगे।
50 की उम्र के बाद जरूरी जांच
1. ब्लड काउंट
इस टेस्ट में आप की व्हाइट ब्लड सेल्स, रेड ब्लड सेल्स व प्लेटलेट्स की मात्रा गिनी जाती है और यह पता लगाया जाता है कि कहीं इनमे किसी प्रकार का इंफेक्शन तो नहीं है।
2. ब्लड प्रेशर चेक
इसमें डॉक्टर आप की बाजू पर एक कफ बांध देंगे और उसे प्रेस करेंगे। इस यंत्र की मदद से आप का ब्लड प्रेशर लेवल पता लगता है। 49 साल से ऊपर के लोगों को एक साल में यह टेस्ट तो अवश्य ही कराना चाहिए।
3. कोलेस्ट्रॉल स्क्रीनिंग
आप के कोलेस्ट्रॉल लेवल से आप के हृदय के बारे में पता लगता है। यदि यह ज्यादा मिलेगा तो आप को हृदय रोग होने की सम्भावना होती है। अतः आप को यह टेस्ट भी वार्षिक टेस्ट्स में जरूर शामिल करवाना चाहिए।
इसे भी पढ़ें: शादी से पहले लड़के और लड़की को कराने चाहिए ये 4 जरूरी मेडिकल टेस्ट, रिश्ता होगा और भी मजबूत
4. डायबिटीज स्क्रीनिंग
49+ से 69+ साल के लोगों में यह बीमारी ज्यादा पाई जाती है। अतः आप को अपना डायबिटीज टेस्ट अवश्य कराना चाहिए। यदि आप थोड़े मोटे हो गए हैं तो भी आप को डायबिटीज हो सकती है। अतः यह टेस्ट भी जरूर कराएं।
इसे भी पढ़ें: घर में भी चप्पल पहन कर रखें प्लांटर फेशिआइटिस के मरीज, जानें एड़ी के दर्द से निजात पाने के 2 कारगर उपाय
5. यूरिन टेस्ट
यह टेस्ट आप को तब तक नहीं सुझाया जाएगा जब तक आप को यूटीआई के लक्षण नहीं दिख रहे होंगे। अतः यह टेस्ट ज्यादा आम नहीं है। हालांकि आप के डॉक्टर आप से कुछ लक्षणों के बारे में पूछ सकते हैं।
इसे भी पढ़ें: लाइफस्टाइल से जुड़ी होती हैं पेट की परेशानियां, एक्सपर्ट से जानें GERD के लक्षणों को कम करने के आसान उपाय
पुरुषों व महिलाओं के टेस्ट
कुछ टेस्ट्स ऐसे होते हैं जो महिलाओं व पुरुषों के अलग अलग होते हैं। आइए जानते हैं इन परिक्षणों के बारे में।
पुरुषों के टेस्ट
यदि आप 49+ साल से ऊपर के हैं तो आप को अपने डॉक्टर से प्रोस्टेट कैंसर स्क्रीनिंग टेस्ट के लिए भी अवश्य बोलना चाहिए। यह चैक करने के लिए डॉक्टर आप को दो प्रकार के टेस्ट सुझाएंगे।
महिलाओं के टेस्ट
यदि आप 60 साल से ऊपर की आयु की हैं तो आप को बोन मिनरल डेंसिटी स्क्रीनिंग करानी चाहिए। इसके अलावा आप को ब्रेस्ट कैंसर एग्जाम भी कराना चाहिए।
Read More Articles On Others Diseases In Hindi
How we keep this article up to date:
We work with experts and keep a close eye on the latest in health and wellness. Whenever there is a new research or helpful information, we update our articles with accurate and useful advice.
Current Version