Sattu benefits for children: गर्मियां आने के साथ लोग अपनी डाइट में बेल का शरबत, सत्तू और तमाम प्रकार के हाइड्रेटिंग फूड्स को शामिल करते हैं। दरअसल, तापमान बड़ने के साथ शरीर से पसीने के रूप में पानी निकलने लगता है जिससे कई बार डिहाइड्रेशन की स्थिति आ जाती है। बच्चों के साथ भी कुछ ऐसा ही होता है। बच्चों में बड़ों की तुलना डिहाइड्रेशन का खतरा इसलिए भी ज्यादा होता है क्योंकि वह ज्यादा फिजिकल एक्टिविटी करते हैं और बड़ी की तरह अपनी डाइट का ख्याल नहीं रख पाते हैं। ऐसे में आप अपने बच्चों को डिहाइड्रेशन से बचाने के लिए सत्तू पिला सकते हैं। सत्तू पीने के कई अन्य फायदे भी हैं। लेकिन, समझने वाली बात यह है कि बच्चों के लिए कौन सा सत्तू पीना ज्यादा फायदेमंद है। काले चने का सत्तू या फिर जौ का सत्तू। जानते हैं इस बारे में Suparna Mukherjee, Clinical Nutrition & Dietetics, Narayana Health City, Bengaluru से।
बच्चों को कौन सा सत्तू पिलाएं-Which sattu is best for children in hindi
भुने हुए अनाज या दालों से बना सत्तू बच्चों के लिए पौष्टिक विकल्प है। जौ और काले चने का सत्तू दोनों ही अनोखे लाभ प्रदान करते हैं। लेकिन, इनके न्यूट्रिशन के आधार पर अलग-अलग फायदे हैं। जैसे कि
जौ सत्तू (Barley Sattu):
जौ का सत्तू फाइबर से भरपूर है, पाचन में सहायता करता है और कब्ज को रोकता है। इसमें आयरन, कैल्शियम और मैग्नीशियम होता है जो शरीर को निरंतर ऊर्जा प्रदान करता है। यह शरीर के तापमान को नियंत्रित करने में मदद करता है, विशेष रूप से गर्मियों में यह ज्यादा फायदेमंद है। यह स्मरण शक्ति को बढ़ा सकता है। इसके अलावा सत्तू अपने आप में ही हाइड्रेटिंग गुणों वाला होता है इसलिए गर्मियों में इसका सेवन ज्यादा फायदेमंद है।
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काला चना सत्तू (Black Chana Sattu):
काला चना सत्तू प्रोटीन से भरपूर है और मांसपेशियों के विकास और ऊतकों की मरम्मत के लिए जरूरी है। यह फाइबर का अच्छा स्रोत है स्वस्थ पाचन को बढ़ावा देता है। इसमें आयरन, जिंक और कैल्शियम होता है जिससे एनर्जी मिलने के साथ शरीर में खून की कमी नहीं होती। यह आपके एक्टिव बच्चों को निरंतर ऊर्जा प्रदान करता है। इतना ही नहीं यह मस्तिष्क के विकास में सहायता करता है क्योंकि इसमें संज्ञानात्मक कार्य के लिए महत्वपूर्ण बी-कॉम्प्लेक्स विटामिन होते हैं जो कि ब्रेन ग्रोथ में मददगार है। इसके अलावा यह विटामिन और खनिजों से भरपूर जो कि इम्यूनिटी बढ़ाने में मददगार है।
कौन सा सत्तू फायदेमंद है-Which one to choose for children?
जौ और काले चने का सत्तू दोनों ही बच्चों के लिए फायदेमंद हैं। आप निम्नलिखित पर विचार कर सकते हैं जैसे कि
- -समग्र वृद्धि और विकास के लिए: काले चने का सत्तू, जिसमें प्रोटीन की मात्रा अधिक होती है, थोड़ा अधिक फायदेमंद हो सकता है।
- - पाचन स्वास्थ्य के लिए: दोनों ही अपने फाइबर की मात्रा के कारण अच्छे हैं।
- -गर्मियों में ठंडक के लिए: जौ का सत्तू पारंपरिक रूप से अपने ठंडे गुणों के लिए जाना जाता है।
- - विविधता के लिए: आप पोषक तत्वों की व्यापक रेंज प्रदान करने के लिए दोनों के बीच बारी-बारी से इस्तेमाल कर सकते हैं।
तो इन चीजों का ध्यान रखते हुए अपने बच्चों को दोनों ही सत्तू पिलाएं। इसके अलावा आप यह कर सकते हैं आपके बच्चे को जो भी सत्तू ज्यादा पसंद हो आप उसे वो सत्तू पिला सकते हैं। ऐसा करने से आपके बच्चे को हाइड्रेशन के साथ एक अच्छा न्यूट्रिशन भी मिलेगा।
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ध्यान देने वाली बात
6 महीने की उम्र के बाद सत्तू देना शुरू करें, कम मात्रा से शुरू करें। जौ या चने से होने वाली किसी भी ज्ञात एलर्जी से सावधान रहें। सुनिश्चित करें कि सत्तू अच्छी तरह से मिलाया गया हो और छोटे बच्चों के लिए एक चिकनी, आसानी से पचने वाली स्थिरता हो। बच्चों को ज्यादा मोटा सत्तू पिलाने की कोशिश न करें। क्लिनिकल डाइटिशियन से सलाह लें। महत्वपूर्ण आहार परिवर्तन करने से पहले अपने बच्चे के डॉक्टर या पोषण विशेषज्ञ से सलाह लेना हमेशा सबसे अच्छा होता है। निष्कर्ष के तौर पर, जौ और काले चने का सत्तू दोनों ही बच्चों के लिए पौष्टिक विकल्प हैं। उनकी खास जरूरतों और पसंद को ध्यान में रखें और दोनों को ही उनके आहार में संतुलित मात्रा में शामिल करें।
FAQ
सत्तू कब नहीं खाना चाहिए?
सत्तू आप सुबह के समय खाली पेट खाने से बचना चाहिए। इसके अलावा रात में भी सत्तू खाने से बचें। क्योंकि दोनों ही स्थितियों में यह एसिडिटी का कारण बन सकता है क्योंकि सत्तू पचाने में पेट को समय लगता है और यह आसानी से नहीं पचता। हालांकि, आप सत्तू ड्रिंक ले रहे हैं तो सुबह खाली पेट ले सकते हैं।सत्तू गर्म होता है या ठंडा प्रकृति का?
सत्तू ठंडी प्रकृति वाला होता है। इसे पीने से पेट को ठंडक मिलती है। पेट का पीएच सही रहता है और पाचन क्रिया को भी तेज करने में मदद मिलती है। इतना ही नहीं जिन लोगों को पेट की गर्मी से जुड़ी समस्या रहती है उनके लिए भी सत्तू का सेवन फायदेमंद है।1 दिन में कितना सत्तू पीना चाहिए?
1 दिन में आप 1 से दो गिलास सत्तू पी सकते हैं। इससे आपको राहत मिलेगा और गर्मियों में शरीर हाइड्रेटेड भी रहता है। लेकिन, ज्यादा सत्तू पीने से बचें क्योंकि इससे आपका पेट भी खराब हो सकता है।