इन आयुर्वेदिक तरीकों से करें भारतीय राजगिरा (रामदाना) का इस्तेमाल, कई बीमारियों में मिलेगा फायदा

रामदाना सेहत के लिए बहुत फायदेमंद सुपरफूड है, इसका आयुर्वेदिक तरीकों से सेवन करने से कई बीमारियों में फायदा मिलता है।
  • SHARE
  • FOLLOW
इन आयुर्वेदिक तरीकों से करें भारतीय राजगिरा (रामदाना) का इस्तेमाल, कई बीमारियों में मिलेगा फायदा


भारतीय रामदाना जिसे आमतौर पर कई जगहों पर राजगिरा के नाम से भी जाना जाता है, बहुत ही फायदेमंद फूड होता है। भारत में इसका इस्तेमाल ज्यादातर पूजा और उपवास आदि में किया जाता है। रामदाना (Ramdana or Amaranth) बहुत ही फायदेमंद और तमाम पोषक तत्वों से भरपूर फूड माना जाता है। इसमें कैल्शियम, लोहा, फास्फोरस और मैंगनीज, प्रोटीन और फाइबर मौजूद होते हैं जो सेहत के लिए बहुत उपयोगी माने जाते हैं। आयुर्वेद के मुताबिक रामदाना का इस्तेमाल कई बीमारियों में भी बहुत फायदेमंद होता है। रामदाना के दाने का ही नहीं बल्कि इसकी पत्तियों का भी इस्तेमाल आयुर्वेद में कई समस्याओं से छुटकारा पाने के लिए किया जाता है। भारत में इसका सेवन व्रत के दौरान किया जाता है क्योंकि इसे अनाज नहीं माना जाता है। आइये जानते हैं आयुर्वेद के मुताबिक रामदाना का सेवन करने से सेहत को मिलने वाले फायदे के बारे में। 

आयुर्वेद के मुताबिक रामदाना का बीमारियों में इस्तेमाल करने के फायदे (Ramdana or Amaranth Health Benefits As Per Ayurveda)

Amaranth-ramdana-health-benefits-ayurveda

(Image Source - Freepik.com)

आयुर्वेद में तमाम बीमारियों और शारीरिक समस्याओं के लिए प्राचीन काल से ही जड़ी बूटियों और पेड़-पौधों का उपयोग किया जा रहा है। आयुर्वेदिक तरीके से बीमारियों को दूर करने के लिए इस्तेमाल होने वाली औषधियों का सेवन शरीर को नुकसान भी नहीं पहुंचाता है। रामदाना या भारतीय राजगिरा के दाने और पत्तियों का इस्तेमाल आयुर्वेद में बहुत फायदेमंद बताया गया है। इसका आयुर्वेदिक तरीकों से इस्तेमाल करने पर कई बीमारियों में फायदा भी मिलता है। आइये जानते हैं रामदाना का बीमारियों में आयुर्वेदिक तरीके से इस्तेमाल के बारे में।

1. बेचैनी और छाती में दर्द की समस्या में फायदेमंद 

कई बार लोगों को कुछ कारणों से सीने में दर्द और बेचैनी की समस्या का सामना करना पड़ता है। इस समस्या के कारण लोगों को सांस लेने में भी परेशानी होती है। आयुर्वेद में इस समस्या को वक्षगत विकार कहा जाता है। इस समस्या में रामदाना की पत्तियों का इस्तेमाल बहुत फायदेमंद होता है। आप सीने में दर्द, बेचैनी और इसकी वजह से सांस लेने की तकलीफ होने पर रामदाना की पत्तियों का काढ़ा बनाकर उसका सेवन कर सकते हैं। छाती में दर्द और बेचैनी में यह बहुत फायदेमंद होता है। आप इसके लिए कुछ ताज़ी और साफ रामदाना की पत्तियां लें, इसे साफ करने के बाद पानी डालकर अच्छी तरह से उबालें। एक गिलास पानी में जब 10 से 15 मिलीलीटर पानी बचे तो इसे छानकर पी जाएं। ऐसा करने से सीने के दर्द और बेचैनी से राहत मिलेगा।

इसे भी पढ़ें : पेशाब से जुड़े इन 6 रोगों में फायदेमंद है पत्थरचट्टा का इस्तेमाल, जानें प्रयोग का तरीका

Amaranth-ramdana-health-benefits-ayurveda

(Image Source - Freepik.com)

2. कब्ज और पाचन से जुड़ी समस्या में रामदाना की पत्तियों का इस्तेमाल 

कब्ज और पाचन से जुड़ी समस्याएं हमारी गलत जीवनशैली और खानपान की देन हैं। रामदाना के पत्तों में आयरन और फाइबर जैसे पोषक तत्व मौजूद होते हैं। आप कब्ज की समस्या में और पाचन से जुड़ी कई समस्याओं में इसकी पत्तियों का इस्तेमाल कर सकते हैं। कब्ज और कमजोर पाचन की समस्या से निजात पाने के लिए आप रामदाना के पत्तों के साग का सेवन करें। इसका सेवन करने से कब्ज की समस्या दूर होती है और मल भी आसानी से निकलता है।

इसे भी पढ़ें : डायबिटीज रोगी डाइट में शामिल करें रामदाना (राजगिरा), ब्‍लड शुगर कंट्रोल करने के अलावा भी हैं फायदे

3. अर्श और बवासीर में रामदाना का इस्तेमाल 

असंतुलित खानपान और खराब जीवनशैली की वजह से लोगों को अर्श और बवासीर (Piles) जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। बवासीर की समस्या में खानपान का विशेष ध्यान रखना चाहिए। इस समस्या में रामदाना का इस्तेमाल फायदेमंद होता है। आप रामदान के चूर्ण का इस्तेमाल कर इन समस्याओं से राहत पा सकते हैं। बवासीर और अर्श की समस्या में आप रोजाना 5 से 10 ग्राम रामदाना का चूर्ण शहद में मिलाकर खाएं। इससे अर्श और बवासीर की समस्या दूर होगी।

Amaranth-ramdana-health-benefits-ayurveda

(Image Source - Freepik.com)

इसे भी पढ़ें : जलकुंभी के सेवन से मिलता है थायराइड, हाई बीपी, अस्थमा जैसी इन समस्याओं में लाभ, जानें प्रयोग का तरीका

4. हाई कोलेस्ट्रॉल की समस्या में रामदाना का सेवन 

गलत जीवनशैली और खानपान की वजह से आजकल लोगों में कोलेस्ट्रॉल बढ़ने की समस्या हो रही है। इस समस्या में आप रामदाना का सेवन कर सकते हैं। हाई कोलेस्ट्रॉल की समस्या से बचने के लिए आप रामदाना की पत्तियों के साग का सेवन कर सकते हैं। रामदाना की पत्तियों में एंटी ऑक्सीडेंट गुण पाए जाते हैं जो कोलेस्ट्रॉल को कम करने में फायदेमंद होते हैं।

5. यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन में रामदाना का सेवन 

पेशाब से जुड़ी समस्या यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन की समस्या महिलाओं में ज्यादा देखी जा रही है। यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन की समस्या में पेशाब करते समय में दर्द और जलन का सामना करना पड़ता है। इस समस्या से छुटकारा पाने के लिए आप रामदाना का सेवन कर सकती हैं। रामदाना की पत्तियों के रस का (5 से 10 मिलीलीटर) रोजाना सेवन करने से इस बीमारी में फायदा मिलता है।

इसे भी पढ़ें : काला जीरा (शाह जीरा) से दूर हो सकती हैं मोटापा, पेट दर्द, फुंसी जैसी ये 5 समस्याएं, जानें उपयोग का तरीका

ऊपर बताये गए सभी आयुर्वेदिक नुस्खे इन समस्याओं में फायदेमंद माने जाते हैं। रामदाना एक पौष्टिक सुपर फूड माना जाता है। इसका सेवन सेहत के लिए बहुत फायदेमंद होता है। किसी भी समस्या या बीमारी में इन नुस्खों का इस्तेमाल करने से पहले आयुर्वेदिक एक्सपर्ट या डॉक्टर से सलाह जरूर लें।

(Main Image Source - Shutterstock / Freepik)

Read More Articles on Ayurveda in Hindi

Read Next

हर्निया का आयुर्वेदिक इलाज: आयुर्वेदिक डॉक्टर से जानें हर्निया को ठीक करने के 3 आयुर्वेदिक नुस्खे

Disclaimer

How we keep this article up to date:

We work with experts and keep a close eye on the latest in health and wellness. Whenever there is a new research or helpful information, we update our articles with accurate and useful advice.

  • Current Version