युवाओं में भी बढ़ सकता है कोलेस्ट्रॉल, ये 5 लक्षण दिखें तो हो जाएं सावधान

कोलेस्ट्रॉल बढ़ना आपकी सेहत के लिए खतरनाक हो सकता है। आमतौर पर लोग ये मानते हैं कि कोलेस्ट्रॉल बढ़ने जैसी समस्याएं अधेड़ उम्र में होती हैं। मगर आजकल 18-35 साल के युवाओं में भी कोलेस्ट्रॉल बढ़ने जैसी समस्याएं देखी गई हैं। शरीर में बढ़ा हुआ कोलेस्ट्रॉल आपके लिए कई तरह से खतरनाक हो सकता है। इसके कारण कम उम्र में हार्ट अटैक, हाई ब्लड प्रेशर, आर्टरी ब्लॉक, ब्रेन स्ट्रोक आदि खतरनाक और जानलेवा रोग हो सकते हैं।
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युवाओं में भी बढ़ सकता है कोलेस्ट्रॉल, ये 5 लक्षण दिखें तो हो जाएं सावधान

कोलेस्ट्रॉल बढ़ना आपकी सेहत के लिए खतरनाक हो सकता है। आमतौर पर लोग ये मानते हैं कि कोलेस्ट्रॉल बढ़ने जैसी समस्याएं अधेड़ उम्र में होती हैं। मगर आजकल 18-35 साल के युवाओं में भी कोलेस्ट्रॉल बढ़ने जैसी समस्याएं देखी गई हैं। शरीर में बढ़ा हुआ कोलेस्ट्रॉल आपके लिए कई तरह से खतरनाक हो सकता है। इसके कारण कम उम्र में हार्ट अटैक, हाई ब्लड प्रेशर, आर्टरी ब्लॉक, ब्रेन स्ट्रोक आदि खतरनाक और जानलेवा रोग हो सकते हैं।

शरीर में खराब कोलेस्ट्रॉल बढ़ने पर शरीर कुछ संकेत देता है। युवा अक्सर इन संकेतों को सामान्य समझकर नजरअंदाज कर देते हैं। हालांकि अगर इन लक्षणों के दिखने पर ही आप संभल जाएं और अपनी लाइफस्टाइल में थोड़ा बहुत बदलाव कर लें, तो आप इन रोगों के खतरे को काफी कम कर सकते हैं। आइए आपको बताते हैं युवाओं में कोलेस्ट्रॉल बढ़ने के क्या संकेत हो सकते हैं।

चलते या सीढ़ियां चढ़ते समय सांस फूलना

अगर आपको ऐसा लगता है कि आपके लिए पैदल चलना या सीढ़ियां चढ़ना मुश्किल काम है या आप आप पहले की अपेक्षा अब काम करते हुए जल्दी थक जाते हैं, तो ये कोलेस्ट्रॉल बढ़ने के संकेत हो सकते हैं। थोड़ा मेहनत का काम करते ही सांस फूलने लगना, धड़कनों का बहुत तेज बढ़ जाना और अंदर से कमजोर महसूस होना कोलेस्ट्रॉल बढ़ने के शुरुआती लक्षण हैं।

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हाथ-पैरों में झनझनाहट या चीटी काटने जैसा महसूस होना

कई बार आपको हाथ-पैरों में झनझनाहट महसूस होती है या ऐसा लगता है जैसे शरीर में चीटियां रेंग रही हों। यह भी कोलेस्ट्रॉल बढ़ने का संकेत हो सकता है। दरअसल जब आपकी धमनियों में प्लाक जमा हो जाता है, तो जिन अंगों में ऑक्सीजनयुक्त खून नहीं पहुंच पाता है, वहां झनझनाहट होने लगती है। अगर आपको अन्य लक्षणों के साथ हाथ-पैरों में सिहरन जैसे लक्षण भी दिखें, तो कोलेस्ट्रॉल की जांच जरूर करवाना चाहिए।

गर्दन, जबड़ों, पेट और पीठ में दर्द

शरीर में दर्द होने पर हम इसे गंभीरता से नहीं लेते हैं। खासकर गर्दन, पीठ और पेट के ऊपरी हिस्से में दर्द होने पर हम समझते हैं कि आड़ा-तिरछा सोने या बैठने के कारण दर्द होगा। मगर आपको जानकर हैरानी होगी कि शरीर के इन हिस्सों में होने वाला सामान्य दर्द भी कोलेस्ट्रॉल बढ़ने का संकेत हो सकता है। जबड़ों और सीने के निचले हिस्से में होने वाले दर्द, हार्ट अटैक के शुरुआती लक्षण भी हो सकते हैं।

आंखों के ऊपर पीले चकत्ते

आंखों के ऊपर की त्वचा पर पीले चकत्ते या पपड़ी जैसी त्वचा का दिखना भी शरीर में कोलेस्ट्रॉल बढ़ने का संकेत होता है। खून में वसा की मात्रा बढ़ जाने के कारण ऐसा हो सकता है। ये पीले चकत्ते डायबिटीज का भी संकेत हो सकते हैं।

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बेचैनी और पसीना

अगर आपको कभी-कभार अचानक से बेचैनी महसूस होने लगती है और शरीर, खासकर माथे से पसीना निकलने लगता है, तो ये भी कोलेस्ट्रॉल बढ़ने का संकेत होता है। दरअसल कोलेस्ट्रॉल ज्यादा बढ़ जाने के कारण दिल तक पर्याप्त खून नहीं पहुंच पाता है और वो कम मात्रा में खून पंप करने लगता है। इसके कारण व्यक्ति को सांस लेने में परेशानी, बेचैनी और पसीना निकलने जैसी समस्या हो सकती है।

20 साल की उम्र में जरूर करवाएं कोलेस्ट्रॉल की जांच

अगर आपके परिवार में हार्ट अटैक या कोलेस्ट्रॉल बढ़ने का कोई इतिहास नहीं है, फिर भी आपको 20 साल की उम्र में पहली बार कोलेस्ट्रॉल की जांच जरूर करवानी चाहिए। इसके बाद हर 3 साल बाद कोलेस्ट्रॉल की जांच करवाते रहें, ताकि आपको सही समय पर इसके बढ़ने का पता चल सके और आप जानलेवा बीमारियों से दूर रहें।

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