योगासन के फायदों के बारे में आप जानते होंगे, लेकिन शायद इस बात से आप अनजान हैं कि योग करने के बाद पेड़ पर चढ़ने से याद्दाश्त बढ़ती है। हाल ही में हुए एक शोध में इस बात का खुलासा हुआ।
यूनिवर्सिटी ऑफ नॉर्थ फ्लोरिडा द्वारा किये गये शोध की मानें तो योगाभ्यास के साथ-साथ पेड़ पर चढ़ने तथा एक किरण की दिशा में खुद को संतुलित कर गति करने से वयस्कों के संज्ञानात्मक कौशल में सुधार होता है।
शोधकर्ताओं के मुताबिक, वैसे कार्य जिसे करते वक्त हम सोचने को मजबूर होते हैं, इससे हमारे मस्तिष्क के साथ ही शरीर का भी व्यायाम होता है।
इस शोध के सहायक डॉ. रोस एलोवे ने की मानें तो, अप्रत्याशित गतिविधियां करने तथा बेहद ध्यानपूर्वक गति करने वाले कार्यों से हमारी के के दौरान प्रयोग की जाने वाली याद्दाश्त बढ़ती है, जिससे हम क्लास व बोर्डरूम में बेहतर प्रदर्शन कर पाते हैं।
इस शोध के परिणाम में यह बात सामने आई है कि इन शारीरिक व्यायामों की मदद से कुछ घंटों में ही अपनी वर्किंग मेमोरी को आसानी से बढ़ाया जा सकता है। इस शोध के सहायक लेखक ट्रेसी एलोवे ने बताया, वर्किंग मेमोरी में सुधार से हमें जीवन के कई क्षेत्रों में मदद मिलती है।
इस अध्ययन के लिए शोधकर्ताओं ने 18-59 आयु वर्ग के वयस्कों के वर्किंग मेमोरी की जांच की। एक समूह को गतिशील गतिविधियां करने को कहा गया, जबकि दूसरे समूह को योगा क्लास जैसी स्थिर गतिविधि करने के लिए कहा गया।
इस दौरान प्रतिभागियों ने पेड़ पर चढ़ने, टहलने तथा तीन इंच चौड़ी एक किरण पट्टी की सीध में चलने जैसी गतिविधियों को किया। दो घंटे के बाद की गई जांच में पता चला कि गतिशील गतिविधियां करने वालों की वर्किंग मेमोरी में 50 फीसदी तक का इजाफा हो गया है।
यह अध्ययन 'परसेप्चुअल एंड मोटर स्किल्स' नामक पत्रिका में प्रकाशित हुआ है।