डॉक्टरों के दौवों को झूठा बताते हुए दिल्ली में चिकनगुनिया से एक की मौत हो गई है। डेंगू और मलेरिया के बाद ये चिकनगुनिया से होने वाली मौत है जिसे डॉक्टर अब तक दावा कर रहे थे कि चिकनगुनिया से मौत का खतरा नहीं है। गौरतलब है कि सितम्बर के शुरुआती हफ्ते में ही मलेरिया से एक की मौत हो गई थी।
दिल्ली के एक अस्पताल में 65 साल के एक व्यक्ति की चिकनगुनिया से मौत हो गयी। जबकि चिकनगुनिया को सामान्य तौर पर गैर जानलेवा माना जाता है। मरीज को शनिवार रात साढ़े दस बजे गाजियाबाद के यशोधरा अस्पताल से कापी क्रिटीकल स्थिती में भर्ती कराया गया था और उसके बाद उसे आईसीयू में भर्ती किया गया था। मौत चिकनगुनिया और शरीर पर हुए घावों के संक्रमण हैं।
एक और संदिग्ध मामला
इस मौत के बाद उधर एम्स में भी चिकनगुनिया से एक और संदिग्ध मौत होने का पता चला है। हालांकि अस्पताल प्रशासन ने अब तक इस मौत की पुष्टि नहीं की है। एम्स के प्रवक्ता अमित गुप्ता ने कहा, ‘हमने मौत की वजह चिकनगुनिया होने की अब तक पुष्टि नहीं की है। हम ऐसा करने की कोशिश कर रहे हैं लेकिन तब तक यह एक संदिग्ध मामला है।’
तेजी से बढ़े चिकनगुनिया के मामले
दिल्ली में बीते हफ्तों के दौरान तेजी से चिकनगुनिया के मामलों में 90 प्रतिशत की बढ़ोतरी देखी गई है। इस मौसम में चिकनगुनिया के मामली की संख्या 1,000 के पार पहुंच गई है। सोमवार को जारी नगर निगम की रिपोर्ट के मुताबिक, 10 सितंबर तक इस मच्छर जनित बीमारी के कम से कम 1,057 मामले दर्ज किए गए हैं।
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