Mpox Outbreak in Hindi: दुनियाभर में मंकीपॉक्स यानी Mpox वायरस तेजी से फैल रहा है। पिछले कुछ समय से दुनियाभर में इस वायरस के मामले तेजी से बढ़े हैं। इस वायरस की जहां एक ओर चर्चा है, वहीं दूसरी तरफ इस स्वास्थ्य विभाग और लोग इसे लेकर चिंतित भी हैं। इसके बढ़ते मामलों को देख विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) और सेंटर्स फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (CDC) ने भी इस पर चिंता जाहिर की है। एमपॉक्स के कहर को देखते हुए सीडीसी ने अफ्रिका में पब्लिक हेल्थ इमरजेंसी घोषित कर दी है। डब्ल्यूएचओ ने इसके मामलों में बढ़त देखकर इमरजेंसी मीटिंग बुलाकर यह फैसला लिया।
इस साल हुई 15 हजार से ज्यादा मौत
एमपॉक्स के मामले पिछले कुछ समय में तेजी से बढ़े हैं। इस साल अबतक एमपॉक्स वायरस के 15 हजार से भी ज्यादा मामले देखे जा चुके हैं। यही नहीं, भारत में इस वायरस के अबतक 27 मामलों की पुष्टि की जा चुकी है। अबतक इस वायरस की वजह से 461 लोगों की मौत हो चुकी है। अफ्रिका में एमपॉक्स वायरस तेजी से पैर पसार रहा है। एमपॉक्स के क्लेड 1 और क्लेड 1b नामक दो प्रकार होते हैं। अन्य वायरस के मुकाबले एमपॉक्स के तेजी से फैलनी की आशंका अधिक रहती है। पिछले साल की तुलना में इस वायरस के मामले 160 प्रतिशत ज्यादा बढ़े हैं।
एमपॉक्स से लक्षण
- एमपॉक्स से संक्रमित होने पर शरीर में कई तरह के बदलाव देखे जा सकते हैं।
- ऐसे में लिंफ नोड्स में सूजन होने के साथ ही मांसपेशियों में भी दर्द हो सकता है।
- ऐसे में पीठ दर्द या सिर में दर्द महसूस हो सकता है।
- इस स्थिति में आपको ठंड लगकर बुखार भी आ सकता है।
- ऐसे में मांसपेशियों में ऐंठन और कमर में दर्द हो सकता है।
कितना खतरनाक है एमपॉक्स वायरस?
एमपॉक्स वायरस एक प्रकार का इंफेक्शन है, जो आमतौर पर बहुत कम लोगों में देखा जाता है। एमपॉक्स से संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने से यह वायरस तेजी से फैलता है। इससे संक्रमित होने पर मरीज में फ्लू जैसे लक्षण दिखाई देते हैं। इसे नजरअंदाज करना कई बार जान के लिए भी खतरा बन सकता है।