ट्राइजेमिनल न्यूराल्जिया नामक बीमारी से पीड़ित हैं एक्टर सलमान खान, जानें इसके लक्षण, कारण और बचाव के उपाय

एक्टर सलमान खान लंबे समय से ट्राइजेमिनल न्यूरालजिया नामक बीमारी से जूझ रहे हैं। आइये जानते हैं इस बीमारी के कारण, लक्षण और ट्रीटमेंट के बारे में। 
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ट्राइजेमिनल न्यूराल्जिया नामक बीमारी से पीड़ित हैं एक्टर सलमान खान, जानें इसके लक्षण, कारण और बचाव के उपाय


बॉलीवुड एक्टर सलमान खान दिखने में बेहद फिट और स्मार्ट हैं। 57 साल की उम्र के होने के बाद भी वे फिटनेस के मामले में 30-35 वर्ष के युवाओं को मात दे रहे हैं। सलमान फिट रहने के लिए नियमित तौर पर एक्सरसाइज और फीजिकल एक्टीविटीज करते रहते हैं। वे लंबे समय से ट्राइजेमिनल न्यूरालजिया नामक बीमारी से जूझ रहे हैं। आइय़े जानते हैं इस बीमारी के बारे में।  

क्या है ट्राइजेमिनल न्यूरालजिया? 

ट्राइजेमिनल न्यूरालजिया एक प्रकार का विकार है, जिसमें मरीज के चेहरे पर असर पड़ता है। दरअसल, यह एक ऐसी स्थिति है, जिसमें चेहरे पर दर्द होता है। कुछ मरीजों में यह दर्द असहनीय होता है। यह दर्द ट्राइजेमिनल नामक तंत्रिका से निकलता है। इस स्थिति में दर्द मरीज को इलेक्ट्रिक शॉक लगने जितना दर्द महसूस होता है। यही नहीं यह दर्द चेहरे के केवल एक ही हिस्से में होता है। 

ट्राइजेमिनल न्यूरालजिया के लक्षण 

  • ट्राइजेमिनल न्यूरालजिया होने पर शरीर में कई तरह के बदलाव दिख सकते हैं। 
  • ऐसी स्थिति में मरीज के कानों में तेज दर्द होने के साथ ही साथ होठों पर भी दर्द महसूस हो सकता है। 
  • कुछ सेकेंड्स के लिए अगर चेहरे पर तेज दर्द हो तो यह स्थिति इस बीमारी का लक्षण हो सकती है। 
  • इस बीमारी में आपको सिर, माथे और जबड़ों में भी दर्द महसूस हो सकता है। 

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इस तरह पड़ता है शरीर पर असर 

  • यह बीमारी होने पर शरीर पर कई तरीकों से असर पड़ता है। 
  • इस स्थिति में मरीज ठीक तरीके से बोलने या फिर खाने-पीने में भी असमर्थ हो जाता है। 
  • ऐसे में मरीज को ब्रश करने या फिर शेव करने में भी कठिनाई हो सकती है। 
  • ऐसे में मरीज को हंसने या फिर चेहरे को छूने पर भी दर्द का एहसास हो सकता है। 

क्या है ट्राइजेमिनल न्यूरालजिया का इलाज? 

इस बीमारी के इलाज के लिए शुरूआत में मरीज को दवाएं दी जाती हैं। दवाओं से ठीक नहीं होने के बाद मरीज को कई बार इस समस्या को मैनेज करने या फिर दर्द को कम करने के लिए इंजेक्शन भी दिया जाता है। यही नहीं स्थिति बेहद गंभीर होने पर कई बार सर्जरी की भी आवश्यकता पड़ सकती है। जिससे यह समस्या मैनेज की जा सकती है। 

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