
मसूर को कुछ लोग साबुत खाना पसंद करते हैं, तो कुछ लोग दाल के रूप में। दाल मक्खनी में साबुत मसूर का प्रयोग खूब किया जाता है। सेहत के लिहाज से देखें तो मसूर की दाल अरहर और चने की दाल से ज्यादा हेल्दी होती है। इसका कारण यह है कि मसूर की दाल में कैलोरीज की मात्रा बहुत कम होती है और सभी जरूरी पोषक तत्वों की मात्रा अच्छी होती है। मसूर से आप रेगुलर दाल के अलावा भी ढेर सारी डिशेज बना सकते हैं। चूंकि यह दाल सुपाच्य होती है, यानी पेट इसे आसानी से पचा पाता है, इसलिए हर उम्र के व्यक्ति इसे आसानी से खा सकते हैं।
मसूर की दाल खाने के कई स्वास्थ्य लाभ भी हैं, जिनके बारे में लोग कम जानते हैं। मसूर की दाल में मौजूद पोषक तत्वों, मिनरल्स और एंटीऑक्सीडेंट्स के कारण ये दाल आपको कई बीमारियों से बचाती है।
कब्ज और बदहजमी की नहीं होती शिकायत
मसूर की दाल में अघुलनशील फाइबर होते हैं, जो आपके पेट में जाकर धीरे-धीरे पचते हैं, लेकिन इन्हें पचाने में पाचनतंत्र को कोई परेशानी नहीं आती है, इसलिए ये दाल कब्ज रोगियों के लिए बहुत फायदेमंद है। फाइबरयुक्त आहार खाने से आंतों में मौजूद गंदगी मल के साथ बाहर निकल जाती है और पेट साफ रहता है। इसके अलावा फाइबर आपके मल को मुलायम भी बनाते हैं, जिससे मलत्याग में दर्द का सामना नहीं करना पड़ता है।
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दिल को हेल्दी रखने वाली बेस्ट दाल
वैसे तो सभी दालें प्रोटीन का अच्छा स्रोत होती हैं इसलिए शरीर के लिए फायदेमंद मानी जाती हैं। मगर मसूर की दाल अन्य दालों की अपेक्षा आपके दिल के लिए ज्यादा फायदेमंद है, क्योंकि ये कोलेस्ट्रॉल को घटाती है और धमनियों में जमे प्लाक को साफ करने में मदद करती है। दिल की बीमारियों का मुख्य कारण यही कोलेस्ट्रॉल और प्लान बनते हैं, जिसके कारण हार्ट अटैक, कार्डियक अरेस्ट, हार्ट फेल्योर जैसी समस्याएं हो सकती हैं। इसलिए ये दाल आपको इन गंभीर बीमारियों से भी बचाती है।
डायबिटीज वाले खाएं तो कंट्रोल रहेगा शुगर
मसूर की दाल अगर डायबिटीज के रोगी खाते हैं, तो इससे उन्हें ब्लड शुगर को मैनेज करने में मदद मिलती है। दरअसल अघुलनशील फाइबर होने के कारण मसूर की दाल धीरे-धीरे पचती है, इसलिए शुगर भी धीरे-धीरे रिलीज करती है। इससे डायबिटीज रोगी के खून में शुगर धीरे-धीरे घुलती है और उसे परेशानी नहीं होती है। डायबिटीज रोगियों का शरीर इंसुलिन का सही इस्तेमाल नहीं कर पाता है। मसूर की दाल इस इंसुलिन रेजिस्टेंस को भी कम करती है।
प्रोटीन का बेस्ट स्रोत है मसूर दाल
सभी दालें प्रोटीन का अच्छा स्रोत होती हैं और इसमें मसूर की दाल भी शामिल है। 100 ग्राम उबली हुई मसूर की दाल में 9 ग्राम प्रोटीन होता है। एक कप मसूर की दाल खाने से आपको लगभग 15 ग्राम डाइट्री फाइबर मिलता है और 17 ग्राम प्रोटीन मिलता है। इसलिए आप खुद भी मसूर की दाल खाएं और अपने बच्चों को भी जरूर खिलाएं।
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आयरन का भी है अच्छा स्रोत
आयरन एक ऐसा जरूरी पोषक तत्व है, जो खून में हीमोग्लोबिन की मात्रा बढ़ाने के लिए बहुत जरूरी है। अध्ययन बताते हैं कि भारत में महिलाओं और बच्चों में आयरन की बहुत ज्यादा कमी पाई जाती है। इसलिए आपको आयरन वाले आहार अच्छी मात्रा में खाने चाहिए। मसूर की दाल आयरन का अच्छा स्रोत है। 100 ग्राम उबली हुई मसूर की दाल में 3.3 मिलीग्राम आयरन होता है। इसके अलावा मसूर में बहुत पावरफुल एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं, जो आपके शरीर को लाइफस्टाइल से जुड़ी बीमारियों से बचाते हैं।
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