जल्दी-जल्दी बीमार पड़ता है आपका बच्चा तो बदलें उसकी ये 5 आदतें, बढ़ने लगेगी इम्यूनिटी (रोग प्रतिरोधक क्षमता)

कमजोर इम्यूनिटी वाले बच्चे बहुत जल्दी-जल्दी बीमार पड़ते हैं। बच्चों में अगर आप इन 5 आदतों की प्रैक्टिस आज से ही डालें, तो उनकी इम्यूनिटी बढ़ जाएगी।
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जल्दी-जल्दी बीमार पड़ता है आपका बच्चा तो बदलें उसकी ये 5 आदतें, बढ़ने लगेगी इम्यूनिटी (रोग प्रतिरोधक क्षमता)

कुछ बच्चे बहुत जल्दी-जल्दी बीमार पड़ते हैं। इसका कारण उनकी इम्यूनिटी (रोग प्रतिरोधक क्षमता) का कमजोर होना है। कमजोर प्रतिरक्षा तंत्र (इम्यून सिस्टम) वाले बच्चों को मौसम बदलते ही सर्दी, खांसी, जुकाम, बुखार जैसी समस्याएं होनी शुरू हो जाती हैं। इसके अलावा ऐसे बच्चे संक्रामक रोगों, जैसे- डेंगू, मलेरिया, जीका वायरस, चिकनगुनिया आदि का शिकार भी बहुत जल्दी होते हैं। चूंकि वायरस और बैक्टीरिया हर जगह मौजूद हैं, इसलिए आप उन्हें तो नहीं खत्म कर सकते हैं। मगर कुछ आदतें बदलकर अपने बच्चे की इम्यूनिटी जरूर बढ़ा सकते हैं।

इम्यून सिस्टम हमारे शरीर में कुदरत के द्वारा दिया गया एक ऐसा उपहार है, जिसके बिना हमारी जिंदगी शायद कुछ दिन या कुछ घंटे ही संभव हो पाएगी। वातावरण में हर समय बहुत सारे वायरस और बैक्टीरिया मौजूद होते हैं, जो शरीर को तरह-तरह की बीमारियों का शिकार बनाने की क्षमता रखते हैं। इन्हीं वायरसों और बीमारियों के संक्रमण से हमारा इम्यून सिस्टम हमें बचाता है। मगर बहुत सारे बच्चों की इम्यूनिटी कमजोर होती है, जिसके कारण उनका शरीर इन वायरस और बैक्टीरिया के खिलाफ लड़ नहीं पाता है। ऐसे बच्चे बहुत जल्दी बीमार पड़ते हैं।

कमजोर इम्यूनिटी के कई कारण हो सकते हैं जैसे- समय से पहले जन्म (प्रीमेच्योर बर्थ), बचपन में मां का दूध न पीना, गलत खानपान की आदत, आसपास गंदगी भरा माहौल आदि। आज हम आपको बता रहे हैं ऐसी 5 आदतें, जिन्हें अपने बच्चे को सिखाने पर उनकी इम्यूनिटी प्राकृतिक तरीके से बढ़ जाएगी। इसके लिए आपको अतिरिक्त मेहनत करने की जरूरत भी नहीं पड़ेगी, और न ही दवाओं का सहारा लेना पड़ेगा।

खाने में सब्जी, फल, नट्स ज्यादा खिलाएं

हमारे शरीर की सभी तरह की क्षमताएं बढ़ाने के लिए और स्वस्थ रहने के लिए सबसे जरूरी चीज है हमारा खानपान। अगर आपका बच्चा बाहर का खाना, जंक फूड्स, पैकेटबंद चीजें, मीठी चीजें, प्रॉसेस्ड फूड्स आदि बहुत अधिक खाता है, तो जाहिर तौर पर वो बीमार पड़ेगा। इसके साथ ही ये आदत उसे कम उम्र में ही मोटापे, डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर जैसी किसी गंभीर बीमारी का भी शिकार बना सकती है। इसलिए बच्चों में शुरुआत से ही हेल्दी फूड्स और घर पर बने खाने को खाने की आदत डालें। सभी प्रकार के रंगीन फल, हरी और अलग-अलग रंगों की सब्जियां, नट्स जैसे- काजू, बादाम, पिस्ता, अखरोट आदि खिलाएं। इसके अलावा रोजाना कम से कम 1 ग्लास दूध जरूर पिलाएं।

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हाथ धोने की आदत डलवाएं

हाथ हमारे शरीर का ऐसा अंग है, जिसका इस्तेमाल जाने-अंजाने हम सबसे ज्यादा करते हैं। इसके अलावा किसी भी फूड बनाने से लेकर मुंह तक पहुंचाने का जरिया भी हमारे हाथ ही बनते हैं। इसलिए बहुत सारे वायरस और बैक्टीरिया बच्चों के शरीर में हाथों के जरिए ही पहुंचते हैं। इनसे बचने के लिए अपने बच्चे में ये आदत डलवाएं कि वो खाना खाने से पहले, खाना खाने के बाद, शौच करने के बाद, छींकने के बाद, खांसने के बाद, नाक और कान में उंगली डालने के बाद, गुप्तांगों या गुदा द्वार को छूने के बाद साबुन या हैंड वॉश से हाथ जरूर धोएं। ये प्रैक्टिस उन्हें जिंदगी भर काम आएगी और स्वस्थ रखेगी।

समय पर सोने और जागने की आदत डलवाएं

बच्चे की इम्यूनिटी को सही रखने के लिए यह भी बेहद जरूरी है कि वो रोजाना रात में पर्याप्त नींद ले। इसके लिए आप अपने घर में कुछ खास नियम बना सकते हैं, जैसे- 9 बजे के बाद टीवी बंद रहेगा, लैपटॉप-मोबाइल का इस्तेमाल सिर्फ काम के लिए किया जाएगा इंटरटेनमेंट के लिए नहीं, रात का खाना 8 बजे तक हर हाल में खा लेना है, आदि। इस तरह के कुछ नियम आप अपने हिसाब से तय कर सकते हैं। 13 साल से कम उम्र के बच्चों को एक दिन में कम से कम 9-10 घंटे की नींद जरूर लेनी चाहिए।

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बच्चों पर अनावश्यक तनाव और बोझ न लादें

कई मां-बाप बच्चों को हमेशा डांट-डपटकर रखते हैं और हर बात पर टोकते हैं। इससे बच्चे में तनाव बढ़ता है। तनाव इम्यूनिटी को कमजोर बनाने की एक बड़ी वजह है। इसलिए बच्चे को जितना हो सके, तनावमुक्त रखें। ज्यादातर मां-बाप बच्चे को पढ़ाई के लिए ही डांटते हैं। मगर आपको यह ध्यान देने की जरूरत है कि पढ़ाई के साथ-साथ खेल-कूद और शरारतें भी बचपन का हिस्सा होती हैं। बच्चे को तनावमुक्त रखने की कोशिश करें।

बाहर खेलने के लिए प्रेरित करें

आजकल बहुत सारे बच्चे खेलने के नाम पर घर में ही बंद रहकर मोबाइल गेम्स, कंप्यूटर-लैपटॉप या टैब पर गेम खेलते हैं या मूवीज और सीरीज देखते हैं। ये आदत बच्चों के लिए बहुत खतरनाक है। स्वस्थ रहने के लिए बच्चों का फिजिकली एक्टिव रहना बहुत जरूरी है। इसलिए अपने बच्चे को बाहर पार्क में या मैदान में खेलने के लिए प्रेरित करें। आउटडोर गेम्स बच्चे को सिर्फ शारीरिक रूप से ही नहीं, बल्कि मानसिक और व्यवहारिक रूप से भी अच्छा रखेंगे।

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