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27th Week Pregnancy: प्रेग्नेंसी के 27वें सप्ताह के लक्षण, सावधानियां और जरूरी बातें

27 सप्ताह की गर्भावस्था के दौरान शिशु के विकास, गर्भावस्था के लक्षण, परीक्षण के बारे में जानने के लिए इस लेख को पूरा पढ़ें-  
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27th Week Pregnancy: प्रेग्नेंसी के 27वें सप्ताह के लक्षण, सावधानियां और जरूरी बातें


प्रेग्नेंसी के 27वें सप्ताह तक महिलाओं की गर्भावस्था का दूसरा चरण (सेकेंड ट्राइमेस्टर) खत्म होता है। इसके बाद महिलाएं प्रेग्नेंसी के तीसरे चरण यानी थर्ड ट्राइमेस्टर में प्रवेश करती हैं। इस चरण में महिलाओं को अलग तरह के लक्षण महसूस होते हैं। इस सप्ताह में भी बच्चे का वजन निरंतर बढ़ रहा होता है। साईं पॉलिक्लिनिक अशोक नगर की स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. विभा बंसल से आगे जानते हैं प्रेग्नेंसी के 27वें सप्ताह में महिलाओं को महसूस होने वाले लक्षण और उनके भ्रूण के विकास के बारे में। 

प्रेग्नेंसी के 27वें सप्ताह में महिलाओं को महसूस होने वाले लक्षण - 27th Week Of Pregnancy Symptoms in Hindi

प्रेग्नेंसी के 27वें सप्ताह तक महिलाएं अपनी गर्भावस्था के महत्वपूर्ण समय को पूरा कर चुकी होती हैं। महिलाओं को इस सप्ताह तक छह माह का समय हो गया होता है। ऐसे में वह कई तरह के लक्षणों को महसूस करके उनके बारे में काफी कुछ समझ चुकीं होती हैं। गर्भावस्था की तीसरी तिमाही में महिलाओं को सीने में जलन, सूजन व मांसपेशियों में दर्द की समस्या में इजाफा हो जाता है। आगे जानते हैं प्रेग्नेंसी के 27वें सप्ताह में महिलाओं को महसूस होने वाले लक्षणों के बारे में। 

बालों का घना होना

प्रेग्नेंसी में महिलाओं के बाल घने हो जाते हैं। प्रेग्नेंसी के दूसरे चरण के अंतिम दौर में महिलाओं के बाल तेजी से बढ़ते हैं। इसके साथ ही वह पहले की अपेक्षा मजबूत भी दिखाई देते हैं। कुछ महिलाओं को चेहरे पर भी अधिक बाल आने लगते हैं। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि गर्भावस्था में बालों के बढ़ने और झड़ने की प्रक्रिया में बदलाव आ जाता है। इस समय बाल लंबे समय तक टूटते नहीं हैं। दरअसल हार्मोन्स में हुए बदलावों की वजह से महिलाओं के बालों में यह बदलाव आता है। 

पैरों में सूजन आना

प्रेग्नेंसी की तीसरी तिमाही शुरू होने से पहले महिलाओं को पैरों में सूजन की समस्या हो सकती है। प्रेग्नेंसी के समय शरीर के ऊतकों में पानी भरना एडिमा कहलता है। इसकी वजह से ही प्रेग्नेंसी में महिलाओं को सूजन की परेशानी का सामना करना पड़ता है। बच्चे की डिलीवरी के बाद अधिकतर महिलाओं की ये परेशानी दूर हो जाती है। प्रेग्नेंसी में गर्भ में बच्चे के वजन की वजह से महिलाओं के शरीर का रक्त नीचे पैरों की ओर नहीं जा पाता है। जिसकी वजह से उनकों पैरों में सूजन आने लगती है। इस सप्ताह तक महिलाओं को अधिक देर तक खड़े रहने से बचना चाहिए। ऐसे में महिलाओं को पैरों की मालिश करनी चाहिए, इससे सूजन में आराम मिलता है। 

पेल्विक पेन होना (श्रोणि में दर्द)

जैसे-जैसे प्रेग्नेंसी के सप्ताह बीतते हैं वैसे-वैसे महिलाओं को पेल्विन पेन होना शुरू हो जाता है। दरअसल पेट के बढ़ते आकार, भ्रूण का लगातार विकास व गुरुत्वाकर्षण में हुए बदलावों की वजह से महिलाओं को पीठ के निचले हिस्से व पेल्विक एरिया में पेन होने लगता है। ऐसा होने पर महिलाओं को पेट का सपोर्ट करने वाली बेल्ट पहननी चाहिए। इसके अलावा सोते समय पेट के नीचे तकिया रखना चाहिए। 

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पेशाब को रोक पाने में मुश्किल होना

प्रेग्नेंसी की दूसरी तिमाही के अंतिम दौर में कई महिलाओं को पेशाब के रोकने में समस्या होती है। दरअसल, हार्मोनल परिवर्तनों के वजह से पेल्विक एरिया की मांसपेशियां शिथिल हो जाती हैं, इसलिए वे आपके ब्लैडर को सपोर्ट नहीं कर पाती हैं।  साथ ही इस समय तक महिलाओं के शरीर में रक्त की मात्रा बढ़ जाती है, जिससे किडनी का कार्य बढ़ जाता है और महिलाओं को बार-बार पेशाब आने लगती है। इस तरह की परेशानी होने पर महिलाओं को सोड़ा, कॉफी और चाय नहीं पीनी चाहिए। साथ ही महिलाओं को पेल्विक एरिया के एक्सरसाइज करनी चाहिए। 

प्रेग्नेंसी के 27वें सप्ताह में महिलाओं को महसूस होने वाले अन्य लक्षण 

  • नाक से खून आना
  • सीने में जलन 
  • कब्ज होना
  • पाचन तंत्र खराब होना
  • चक्कर आना 
  • यूरिन इंफेक्शन होना। 

प्रेग्नेंसी के 27वें सप्ताह तक भ्रूण का विकास - Fetus Development During 27th Week Of Pregnancy in Hindi

प्रेग्नेंसी के 27वें सप्ताह तक भ्रूण का वजन करीब 875 ग्राम हो गया होता है। इस समय तक भ्रूण के फेफड़े सांस लेने के लिए तैयार हो चुके होते हैं। दूसरी तिमाही के अंतिम दौर में भ्रूण की मांसपेशियों और अंदुरूनी अंग लगातार बन रहे होते हैं। इसके साथ ही बच्चा गर्भ के बाहर की आवाजों पर प्रतिक्रिया देने लगता है। महिलाओं को गर्भ में बच्चे के हिलने और उसकी हिचकियां महसूस होती हैं। 

विशेष सूचना - किसी भी तरह के गंभीर लक्षण दिखाई देने पर तुरंत नजदीकी डॉक्टर से संपर्क करें। 

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प्रेग्नेंसी के 27वें सप्ताह से जुड़े कुछ महत्वपूर्ण प्रश्न - FAQ’s for Week-by-Week Stages of Pregnancy In Hindi

क्या 27वें सप्ताह में महिलाओं को अल्ट्रासाउंड कराना चाहिए?

प्रेग्नेंसी के दौरान किसी भी तरह की परेशानी से बचने के लिए महिलाओं को अल्ट्रासाउंड करवा लेना चाहिए। हर तिमाही के बाद गर्भवती महिला को अल्ट्रासाउंड कराना चाहिए। वैसे अल्ट्रासाउंड किस समय कराना सही होगा इसकी सही जानकारी आपके डॉक्टर देते हैं। दरअसल किसी तरह की परेशानी दिखाई देने पर डॉक्टर महिलाओं को कुछ समय पहले ही अल्ट्रासाउंड कराने की सलाह दे सकते हैं। 

क्या 27वें सप्ताह में कब्ज की समस्या हो सकती है?   

प्रेग्नेंसी के 27वें सप्ताह तक भ्रूण का विकास तेजी से हो रहा होता है। इसलिए महिलाओं के पेट के पेट के निचले हिस्से पर दबाव बनता है। पेट के आकार, भ्रूण के वजन और हार्मोन में होते बदलावों की वजह से महिलाओं को कब्ज की समस्या होने लगती है। 

क्या इस समय महिलाओं को नींद में परेशानी हो सकती है?

प्रेग्नेंसी के तीसरे चरण के शुरूआती दौर में महिलाओं को नींद में परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। ऐसा इसलिए होता है, क्योंकि इस सप्ताह तक बच्चे का आकार बढ़ चुक होता है और वह गर्भ में हिलना शुरू कर देता है। जब महिलाएं सोती हैं तो बच्चे के हिलने की वजह से उनको अहसजता होती है और नींद में परेशानी उत्पन्न होती है। 

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