हम अक्सर अपनी व्यस्त और भागदौड़ भरी जिंदगी में कई ऐसी छोटी-बड़ी चीजें करते हैं, जिनपर कोई भी ज्यादा गौर नहीं करता। लेकिन इन सभी चीजों का हमारे जीवन पर बहुत बड़ा असर होता है। क्या आपने कभी सोचा है कि इन छोटी-बड़ी चीजों में एक चीज ऐसी है, जिसपर आपका ध्यान बहुत कम ही जाता है और वह ही आपका सांस लेना। जी हां, बचपन में भले ही आपने अपनी सांस पर ध्यान दिया हो क्योंकि माता-पिता अक्सर अपने बच्चों पर ध्यान रखते हैं लेकिन जैसे-जैसे बच्चे बड़े होते जाते हैं सांस पर ध्यान देना उतना ही कम हो जाता है। इतना ही नहीं जैसे-जैसे उम्र बढ़ती जाती है हम सांस लेने की कला को भी भूलते चले जाते हैं।
हममें से ज्यादातर लोग हल्के-हल्के से सांस लेते हैं और इस कारण हमारे फेफड़े (lungs)अपनी क्षमता के मुताबिक काम नहीं कर पाते और ये हमारे मानसिक स्वास्थ्य को भी प्रभावित करता है। फेफड़े हमारे शरीर का एक महत्वपूर्ण अंग है, जिसका सही ढंग से काम करना बहुत जरूरी है। इसलिए जैसे भी हो आप सांस लेने का सही तरीका जाने और इस प्रदूषण भरे माहौल में अपने फेफड़ों को स्वस्थ रखें।
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सहीं ढंग से सांस लेने के फायदे
गहरी सांस लेने से शरीर में तनाव का स्तर कम हो जाता है, जो कि पहले ही कई अध्ययनों में साबित हो चुका है। इतना ही नहीं जब आप गहरी सांस लेते हैं तो ये वास्तव में आपके मस्तिष्क को आराम करने के लिए अलर्ट करता है। वेलसेन कोच ल्यूक काउटिन्हो ने सांस लेने की एक ऐसी तकनीक सुझाई है, जो आपको तनावमुक्त करने में मदद कर सकती है और इस तकनीक का नाम है 4-7-8 तकनीक।
कैसे करें ये 4-7-8 टेक्नीक
इस टेक्नीक को करने के लिए सबसे पहले आप आलती-पालती मारकर फर्श पर शांति से बैठ जाएं और अपनी पीठ बिल्कुल सीधी रखें। अगर आपको सीधे बैठने में दिक्कत है तो आप अपनी पीठ सीधी रखने के लिए दीवार का भी सहारा ले सकते हैं। इस अभ्यास को शुरू करने के लिए आप अपना मुंह बंद करें और नाक के जरिए 4 सेकेंड तक सांस लें। अपने मन में चार तक गिनती गिनें। इसके बाद अपनी सांस को 7 सेकेंड तक रोकें। अगर आपके लिए शुरुआत में 7 सेकेंड तक सांस रोकना मुश्किल हो रहा है तो ज्यादा तनाव न लें। प्रयास करने से आप ऐसा कर पाने में सक्षम होंगे। इसके बाद, सांस अपने मुंह से छोड़ें और मन में 8 तक गिनती गिनें। इस प्रक्रिया को कम से कम 3 बार दोहराएं। अगर आप चाहें तो इसे और ज्यादा बार कर सकते हैं।
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प्रणायाम भी कर सकते हैं साथ
यह प्रक्रिया गहरी सांस लेने की आपकी आदत में एक शुरुआती कदम हो सकती है। अगर आप सांस लेने के इस विशेष रूप का प्रयोग करते हैं, जो कि प्रणायाम का बुनियादी आधार है तो आप अधिक फायदे के लिए प्रणायाम को भी अपना सकते हैं। प्रणायाम में आप तीन भाग में सांस लेते हैं। आप प्रभावी रूप से सांस लेने का अधिक लाभ पाने के लिए कपालभाती और अन्य सांस संबंधी विकल्प भी चुना सकते हैं।
दिन का अंत करें सुखद
अगर आपको ऐसा लगे कि आपका दिन बहुत ही खराब गया है और इस कारण आप सिरदर्द जैसी शिकायत से परेशान हैं तो गहरी सांस लेना आपको शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ बना सकता है।
(सोर्सः TOI)
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