कपालभाति प्राणायाम से शरीर को होते हैं ये 10 फायदे, जानें इसे करने का सही समय और तरीका

अगर आपके पास समय कम है, तो योग और प्रणायाम स्वस्थ रहने के लिए सबसे अच्छा विकल्प है। कपालभाती ऐसा ही एक आसान सा योगासन है। 
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कपालभाति प्राणायाम से शरीर को होते हैं ये 10 फायदे, जानें इसे करने का सही समय और तरीका

दिनभर तमाम काम करते हुए आप थक जाते हैं और इससे आपका खान-पान और बाकी दिन भर का रूटीन भी अनियमित हो जाता है। इस तरह खराब लाइफस्टाइल के चलते आप कई सारी बीमारियों के शिकार हो सकते हैं। ऐसे में जरूरी है कि आप थोड़ा समय निकाल कर एक्सरसाइज और योग करें। कपालभाती प्राणायाम (Kapalbhati Pranayam) एक ऐसा ही आसन है जिसमें सभी योगासनों का फायदा मिलता है। खास बात ये है कि योगासन काफी आसान है और शरीर के अलग-अलग हिस्सों पर प्रभावी ढंग से काम करते हैं। तो, आइए जानते हैं इनके बारे में विस्तार सें। 

Inside1benefitsofkapalbhatipranayama

योग की हर क्रिया कारगर होती है, लेकिन बात जब कपालभाती प्राणायाम की होती है तो इसे जीवन की संजीवनी कहा जाता है। कपालभाती प्राणायाम को सबसे कारगर माना जाता है। कपालभाती प्राणायाम को हठयोग में शामिल किया गया है। योग के आसनों में यह सबसे कारगर प्राणायाम माना जाता है। यह तेजी से की जाने वाली एक रोचक प्रक्रिया है। दिमाग आगे के हिस्‍से को कपाल कहते हैं और भाती का अर्थ ज्योति होता है। कपालभाती प्राणायाम करने के सही तरीके और इससे होने वाले फायदों के बारे में हम आपको बताते हैं।

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कैसे करें कपालभाती-Steps to do kapalbhati pranayama

कपालभाती प्राणायाम करने के लिए

-सिद्धासन पद्मासन या वज्रासन में बैठकर सांसों को बाहर छोड़ने की क्रिया करें।

-सांसों को बाहर छोड़ने या फेंकते समय पेट को अंदर की तरफ धक्का देना है।

-ध्यान रखें कि सांस लेना नहीं है क्योंकि उक्त क्रिया में सांस अपने आप ही अंदर चली जाती है।

कपालभाती करने का सही समय-Right time to do kapalbhati pranayama

कपालभाती प्राणायाम करते समय मूल आधार चक्र पर ध्यान केंद्रित करना होता है। इससे मूल आधार चक्र जाग्रत होकर कुं‍डलिनी शक्ति जागृत होने में मदद मिलती है। कपालभाती प्राणायाम करते समय ऐसा सोचना है कि हमारे शरीर के सारे नकारात्‍मक तत्व शरीर से बाहर जा रहे हैं।

कपालभाती के फायदे-Benefits of kapalbhati pranayama

  1. कपालभाति प्रणायाम की मदद से आप अपने शरीर से टॉक्सिन्स को बाहर निकाल सकते हैं।
  2. ये लिवर और किडनी को बेहतर काम करने लायक बनाता है।
  3. इस प्रणायाम से थकान कम होती है और शरीर में स्फूर्ति आती है।
  4. ये आंखों के नीचे के काले घेरों को भी ठीक करता है।
  5. कपालभाति प्रणायाम से ब्लड सर्कुलेशन ठीक होता है और शरीर का मेटाबॉलिज्म अच्छा होता है।
  6. ब्लड सर्कुलेशन ठीक होने के कारण आपका दिमाग अच्छी तरह काम करता है।
  7. इस प्रणायाम से फेफड़ों का फंक्शन भी अच्छा हो जाता है।
  8. नियमित अभ्यास से स्मरण शक्ति और दिमाग तेज होता है।
  9. कपालभाति प्रणायाम स्कैल्प में ब्लड सर्कुलेशन ठीक करके बालों को झड़ने से रोकता है।
  10. कपालभाति प्रणायाम रेगुलर करने से त्वचा का ब्लड सर्कुलेशन और ऑक्सीजन सर्कुलेशन सही रहता है, जिससे चेहरे में चमक और निखार आती है।

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दूर होते हैं कई रोग

इससे दांतों और बालों के सभी प्रकार के रोग दूर हो जाते हैं। शरीर की अतिरिक्‍त चर्बी कम होती है खासकर पेट की, यानी यह वजन कम करने में भी कारगर आसन है। इसे अलावा इसके नियमित अभ्‍यास करने से कब्ज, गैस, एसिडिटी जैसी पेट से संबंधित समस्या भी दूर हो जाती है।
कपालभाती प्राणायाम का सबसे ज्याद प्रभाव पड़ता है शरीर और मन पर, क्‍योंकि यह मन से नकारात्‍मक तत्‍वों को दूर कर सकारात्‍मकता लाता है। थायराइड, चर्म रोग, आंखों की समस्‍या, दांतों की समस्‍या, महिलाओं की समस्‍या, डायबिटीज, कैंसर, हीमोग्‍लोबिन का स्‍तर सामान्‍य करना, किडनी को मजबूत बनाने के लिए जैसे सभी तरह की समस्‍याओं को दूर करने की क्षमता होती है। यानी यह एक ऐसा आसन है जो सभी तरह की समस्‍याओं का उपचार करता है।

कपालभाती व्‍यायाम सभी आयु वर्ग के लोग कर सकते हैं, लेकिन जिन लोगों को सांस संबंधी समस्‍या हो उनको चिकित्‍सक की सलाह के बाद ही यह आसन करना चाहिए।

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