जीका वायरस एडिस ऐजिप्टी मच्छर फैलाता है। इसे लेकर विश्व भर में चिंता का माहौल है। यह जीका वायरस मानवों में मच्छरों के द्वारा फैल रहा है। इसकी वजह से बुखार, त्वचा में चकत्ते, जोड़ों का दर्द और अन्य कई संक्रमण होते हैं। लेकिन परेशान न हो क्योंकि दशकों बाद पहली बार चिली में मिला जीका का वाहक मच्छर। दक्षिणी अमेरिका देश चिली के स्वास्थ्य मंत्री कारमेन कैस्टिलो ने सोमवार को बताया कि देश में करीब 6 दशक बाद पहली बार जीका वायरस की प्रजातियां पाई गई।
चिली में छह दशक बाद पहली बार जीका वायरस के वाहक मच्छरों की प्रजातियां पाई गई हैं। जबकि स्वास्थ्य अधिकारियों ने बताया कि चिली को जीका वायरस के वाहक एडीज एलिप्ती मच्छर से मुक्त माना जाता रहा है। जीका वायरस के कारण नवजात शिशुओं में जन्मजात विकृतियां पाई जाती हैं।
बहरहाल, चिली की स्वास्थ्य मंत्री कारमेन कैस्टिलो ने कल बताया कि वैज्ञानिकों ने 1960 के दशक के बाद पहली बार चिली में मच्छर के एक नमूने की पहचान की है। ''यह एक एडीज एजिप्ती है जिसका मतलब है कि हमें बहुत सावधानी अपनाने की जरूरत होगी।''
चिली में जीका के मामले उन लोगों में पाए गए जो विदेशों में इसके संपर्क में आए। देश में एक मामला यौन संपर्क के दौरान इस वायरस के ट्रांसमिट होने का भी था।
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