जीका वायरस से गर्भ पर पड़ने वाले असर का पता चला

शोधकर्ताओं के एक दल अनुसार, घातक जीका वायरस गर्भनाल की प्रतिरक्षा कोशिकाओं को बगैर नष्ट किए उन्हें संक्रमित कर अपनी संख्या बढ़ाता है, आइए इस हेल्‍थ न्‍यूज के माध्‍यम से जानें कैसे।
  • SHARE
  • FOLLOW
जीका वायरस से गर्भ पर पड़ने वाले असर का पता चला


तेजी से पांव पसारता जीका वायरस गर्भवती महिलाओं से उनके नवजात बच्‍चों को हो रहा है। लेकिन भारतीय मूल के वैज्ञानिकों के नेतृत्व में शोधकर्ताओं के एक दल ने पाया कि घातक जीका वायरस गर्भनाल की प्रतिरक्षा कोशिकाओं को बगैर नष्ट किए उन्हें संक्रमित कर अपनी संख्या बढ़ाता है। शोधकर्ताओं के अनुसार, इस संबंध में बहुत कम पता चला है कि वायरस गर्भानाल में कैसे अपनी संख्या में इजाफा करता है और कौन-सी कोशिका को लक्षित करता है।

pregnant in hindi


शोध के निष्‍कर्ष

शोध के निष्कर्षो से पता चला है कि वायरस हॉफबर कोशिका को संक्रमित करता है, जो गर्भावस्था के दौरान भ्रूण के सृजन से बनती हैं। यह शोध ‘सेल होस्ट एंड माइक्रोब’ नामक पत्रिका में प्रकाशित हुआ है।


शोधार्थियों के अनुसार, ये कोशिकाएं अन्य प्रतिरोधी कोशिकाओं की तुलना में अधिक सहनशील और कम भड़काऊ मानी जाती हैं। हालांकि शोध के दौरान इन कोशिकाओं ने एंटी-वायरल और भड़काऊ प्रतिक्रिया दी थी। जिससे अंदाजा लगाया गया है कि जीका वायरस ने इन्हें संक्रमित किया होगा।

Image Source : Getty

Read More Health News in Hindi

Read Next

मिनटों में पेट के कैंसर का पता लगायेगी ये तकनीक

Disclaimer