Yamuna river pollution hits record high in Delhi: दिल्ली में यमुना नदी में एक बार फिर प्रदूषण का स्तर बढ़ता जा रहा है। यमुना नदी में जहां तक लोगों की निगाहें जा रही हैं सिर्फ सफेद झाग ही नजर आ रहा है। यमुना नदी में बायोकेमिकल ऑक्सीजन डिमांड (बीओडी) की ज्यादा हो चुकी है। पिछले दिनों दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (DPCC) द्वारा जारी की गई रिपोर्ट में यह बात सामने निकलकर आई है। DPCC ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि यमुना नदी के ज्यादा हिस्सों में मानक रूप से ज्यादा गंदगी मिली है। रिपोर्ट के अनुसार, यमुना नदी में फेकल कोलीफॉर्म का स्तर 49,00,000 MPN/100 ml पर है। यह मानक स्तर 2,500 यूनिट से 1,959 गुना ज्यादा है।
क्या है फेकल कोलीफॉर्म?- What is fecal coliform?
डीपीसीसी की रिपोर्ट की मानें तो फेकल कोलीफॉर्म, पानी में मल की मात्रा का स्तर कितना ज्यादा इस बात को दर्शाता है। आसान भाषा में कहें तो यमुना नदी में बहुत ज्यादा मात्रा में गंदा पानी है। हालांकि इस साल दिल्ली में मानसून से ज्यादा बारिश होने के कारण यमुना में नदी का पानी का बहाव अच्छा रहा है। बारिश के पानी के कारण यमुना के पानी में ऑक्सीजन का स्तर ज्यादा हो गया है।
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दिल्ली हाईकोर्ट ने जाहिर की नाराजगी
यमुना में फेकल कोलीफॉर्म का स्तर बढ़ने के बाद दिल्ली हाईकोर्ट ने प्रशासन और आम जनता पर नाराजगी जाहिर की है। यमुना के आसपास की बस्तियों से जुड़ी एक याचिका पर सुनवाई करते हुए दिल्ली हाईकोर्ट ने कहा कि यमुना की गंदगी के लिए प्रशासन के साथ-साथ आम जनता भी बराबर की जिम्मेदार है। कोर्ट ने कहा, परेशानी की बात तो यह है कि कोई नहीं चाहता है कि यमुना साफ और उसमें प्रदूषण घटें। यमुना नदी के पास से गुजरते हुए मील की दूरी से ही बदबू लोगों को परेशान करती है। इसका मुख्य कारण है यमुना के किनारे बसने वाली कालोनियां। इन कालोनियों ने यमुना को सीवेज बना लिया है। जिसकी वजह से यमुना और भी ज्यादा प्रदूषित होती जा रही है। यमुना में फेमल कोलीफॉर्म बढ़ने के बाद दिल्ली के लोगों को एक बार फिर अपनी सेहत की चिंता सता रही है। फेकल कोलीफॉर्म स्वास्थ्य के लिए कितना नुकसानदायक है, इस विषय पर ज्यादा जानकारी के लिए ओनलीमॉय हेल्थ की टीम ने दिल्ली के जनरल फिजिशियन डॉ. सुरिंदर कुमार से बात की।
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क्या है फेकल कोलीफॉर्म?- What is fecal coliform?
डॉ. सुरिंदर के अनुसार, फेकल कोलीफॉर्म बैक्टीरिया पर्यावरण में और सभी गर्म रक्त वाले जानवरों और मनुष्यों के मल में मौजूद जीव हैं। कोलीफॉर्म युक्त बैक्टीरिया वाले पानी का सेवन करने से पाचन और कई तरह की शारीरिक समस्याएं हो सकती हैं। लंबे समय तक कोलीफॉर्म बैक्टीरिया वाले खाद्य पदार्थ और पानी का सेवन किया जाए, तो कैंसर और विभिन्न प्रकार की त्वचा संबंधी परेशानियों का कारण बन सकते हैं।
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कोलीफॉर्म बैक्टीरिया से कौन सी बीमारियां हो सकती हैं?- What diseases can be caused by coliform bacteria?
ज्यादातर कोलीफॉर्म बैक्टीरिया हानिकारक नहीं होते हैं। हालांकि, कुछ आपको बीमार कर सकते हैं। इन बैक्टीरिया के संपर्क में आने वाले व्यक्ति को नीचे बताई गई समस्याएं हो सकती हैं:
- पेट खराब
- उल्टी
- बुखार
- दस्त
- स्किन इन्फेक्शन
- फंगल इंफेक्शन
- स्किन रैशेज
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इसके अलावा कोलीफॉर्म बैक्टीरिया नर्वस सिस्टम के डैमेज और शरीर के अंगों को भी खराब कर सकता है। डॉक्टर का कहना है कि बच्चों और बुजुर्गों को इन बैक्टीरिया से ज्यादा खतरा होता है। पीने के पानी में कोलीफॉर्म बैक्टीरिया पाए जाने पर उसे गंभीरता से लें। कुछ प्रकार के कोलीफॉर्म बैक्टीरिया कमजोर इम्यूनिटी वाले लोगों के लिए मौत का कारण भी बन सकते हैं।
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