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बॉलीवुड स्टार ऋषि कपूर की ल्यूकेमिया से हुई थी मौत, डॉक्टर से जानें कब जानलेवा बनता है यह ब्लड कैंसर?

इत्तेफाक से 4 सितंबर को ही ऋषि कपूर का जन्मदिन (Rishi Kapoor Birth Anniversary) भी है और आज ही के दिन विश्व स्तर पर ल्यूकेमिया दिवस (World Leukemia Day) भी मनाया जाता है। 
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बॉलीवुड स्टार ऋषि कपूर की ल्यूकेमिया से हुई थी मौत, डॉक्टर से जानें कब जानलेवा बनता है यह ब्लड कैंसर?


World Leukemia Day when can leukemia turn fatal: हर साल 4 सितंबर को विश्व ल्यूकेमिया दिवस मनाया जाता है। विश्व ल्यूकेमिया दिवस को मनाने का मुख्य उद्देश्य लोगों को ल्यूकेमिया क्या है और इस बीमारी से पीड़ित व्यक्ति की देखभाल कैसे की जाती है, इसके प्रति जागरूकता लाना है। ल्यूकेमिया  को आम भाषा में ब्लड कैंसर कहा जाता है। बॉलीवुड में कई स्टार्स हैं, जिनकी मृत्यु कैंसर के कारण हुई है। लेकिन यह बात बहुत कम लोगों को पता है कि बॉलीवुड स्टार ऋषि कपूर का निधन भी ल्यूकेमिया (leukemia) के कारण हुआ था।

ऋषि कपूर के निधन के बाद परिवार की ओर से जारी किए गए बयान में यह बात कही गई थी कि उनकी मौत ल्यूकेमिया के कारण हुई थी। ऋषि कपूर का ल्यूकेमिया आखिरी स्टेज पर पहुंच गया था। इत्तेफाक से 4 सितंबर को ही ऋषि कपूर का जन्मदिन (Rishi Kapoor Birth Anniversary) भी है और आज ही के दिन विश्व स्तर पर ल्यूकेमिया दिवस (World Leukemia Day) भी मनाया जाता है। इस खास मौके पर हम आपको बताने जा रहे हैं आखिरकार कब ल्यूकेमिया (ब्लड कैंसर) जानलेवा बन जाता है। इस विषय पर अधिक जानकारी के लिए हमने हरियाणा के सोनीपत स्थित एंड्रोमेडा कैंसर अस्पताल के सीनियर ऑन्कोलॉजिस्ट डॉ. रमन नारंग से बात की।

What in Leukemia

ल्यूकेमिया क्या है?- What in Leukemia

डॉ. रमन नारंग के अनुसार, "ल्यूकेमिया एक प्रकार का कैंसर है जो खून और बोन मैरो को प्रभावित करता है। ठोस ट्यूमर के विपरीत, ल्यूकेमिया एक रक्त-आधारित कैंसर है जिसमें मुख्य रूप से सफेद रक्त कोशिकाओं का असामान्य उत्पादन होता है। यह कोशिकाएं शरीर के संक्रमण से लड़ने की बजाय कैंसर का कारण बन जाती हैं। ल्यूकेमिया की वजह से शरीर की स्वस्थ रक्त कोशिकाओं का उत्पादन करने की क्षमता कम हो जाती है।" डॉक्टर का कहना है कि ल्यूकेमिया के शुरुआती लक्षण काफी हल्के होते हैं, इसलिए पहले या दूसरे स्टेज पर इस कैंसर की पहचान करना थोड़ा मुश्किल काम होता है। लेकिन शरीर के कुछ खास संकेतों पर गौर किया जाए, तो ल्यूकेमिया (ब्लड कैंसर) की पहचान की जा सकती है।

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Blood Cancer Symptoms on Skin

ल्यूकेमिया होने से पहले नजर आने वाले संकेत- Red Flag Signs of Leukemia in Hindi

1. बार-बार संक्रमण: शरीर में सफेद रक्त कोशिकाओं की संख्या अधिक होने के कारण, इम्यूनिटी कम प्रभावी हो जाती है, जिससे बार-बार संक्रमण होता है, जो सामान्य से अधिक गंभीर होता है।

2. बिना किसी कारण के थकान: स्वस्थ लाल रक्त कोशिकाओं की कमी के कारण होने वाला एनीमिया, अत्यधिक थकान और कमजोरी का कारण बन सकता है। यह सिर्फ आराम करने से ठीक नहीं होता है।।

3. आसानी से चोट लगना या खून बहना: प्लेटलेट्स की कम संख्या के कारण मामूली चोट लगने, नाक से खून बहने या मसूड़ों से खून आने जैसी समस्याएं होना ल्यूकेमिया का संकेत हो सकता है।

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4. त्वचा का पीला पड़ता: त्वचा का पीला पड़ना एनीमिया का संकेत हो सकता है, क्योंकि शरीर को पर्याप्त लाल रक्त कोशिकाओं का उत्पादन करने में मुश्किल होती है।

5. हड्डियों में दर्द: बोन मैरो में कैंसर कोशिकाओं की अधिकता के कारण ल्यूकेमिया हड्डियों और जोड़ों में दर्द पैदा कर सकता है।

6. सूजे हुए लिम्फ नोड्स: लिम्फ नोड्स की दर्द रहित सूजन, विशेष रूप से गर्दन, अंडरआर्म या कमर में, ल्यूकेमिया का प्रारंभिक संकेत हो सकता है।

7. बिना किसी कारण के वजन कम होना: शरीर की बढ़ी हुई ऊर्जा की मांग और कम भूख के कारण अचानक, अनजाने में वजन कम हो सकता है।

8. बुखार या रात में पसीना आना: बिना किसी स्पष्ट कारण के लगातार बुखार आना या रात में बहुत पसीना आना ल्यूकेमिया का संकेत हो सकता है।

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ल्यूकेमिया कब जानलेवा हो जाता है?

डॉ. नारंग के अनुसार, ल्यूकेमिया पहले स्टेज से ही जानलेवा साबित हो सकता है। अगर इस बीमारी का सही समय पर पता लगाकर इलाज कराया जाए, तो मरीज की उम्र 5 से 20 साल तक बढ़ाई जा सकती है। हालांकि ल्यूकेमिया से पीड़ित मरीज को हमेशा अपने खानपान और जीवनशैली का ध्यान रखना पड़ता है। इस गंभीर बीमारी के इलाज में थोड़ी सी भी लापरवाही करने से मृत्यु हो सकती है।  

डॉ. नारंग सुझाव देते हैं कि जिन लोगों की फैमिली हिस्ट्री में किसी भी प्रकार का कैंसर रहा है, तो उन्हें साल में एक बार डॉक्टर से मिलकर मेडिकल टेस्ट जरूर करवाने चाहिए।

All Image Credit: Freepik.com

 

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