World blood Donor Day 2024: खून के बिना इंसान के शरीर की कल्पना करना भी मुश्किल काम है। खून के जरिए ही शरीर के सभी अंगों में ऑक्सीजन सही तरीके से पहुंच पाता है। कई बार खानपान, एक्सीडेंट में ज्यादा खून बह जाने और विभिन्न कारणों से शरीर में खून की कमी हो जाती है। ऐसे में शरीर में खून को चढ़ाने की नौबत आ जाती है। जब किसी व्यक्ति को खून चढ़ाना होता है, तो किसी व्यक्ति को ब्लड डोनेट भी करना पड़ता है। आज के डिजिटल जमाने में भी लोग ब्लड डोनेशन से डरते हैं। लोगों को ऐसा लगता है कि अगर वह ब्लड डोनेट करेंगे तो इससे उन्हें कमजोरी, थकान और शारीरिक बीमारियों का सामना करना पड़ेगा। लोगों के मन से ब्लड डोनेशन की भ्रांतियां निकालने और ब्लड डोनेशन को बढ़ावा देने के लिए हर साल 14 जून को वर्ल्ड ब्लड डोनर डे मनाया जाता है। वर्ल्ड ब्लड डोनर पर दिल्ली की वरिष्ठ सलाहकार रेडिएशन ऑन्कोलॉजी, एमबीबीएस (एलएचएमसी), एमडी रेडियोथेरेपी (एमएएमसी) डॉ. बबीता बंसल सिंह से जानेंगे ब्लड डोनेशन से जुड़ी 5 अहम बातें।
डॉक्टर से जानें ब्लड डोनेशन से जुड़ी 5 जरूरी बातें- Things You Must Know About Blood Donation in hindi
1. किसी भी व्यक्ति द्वारा ब्लड डोनेशन करना उसकी क्षमता और कई कारकों पर निर्भर करता है। इसमें व्यक्ति की आयु, वजन, स्वास्थ्य की स्थिति और कोई जेनेटिक बीमारी तो नहीं यह सभी चीजें शामिल है। डॉ. बबीता बंसल का कहना है कि ब्लड डोनेशन की उम्र 18 से 60 वर्ष निर्धारित की गई है। एक स्वस्थ्य व्यक्ति हर 3 महीने में ब्लड डोनेट कर सकता है। लेकिन इसका मतलब यह बिल्कुल भी नहीं है कि हर व्यक्ति को 3 महीने पर ब्लड डोनेट करना ही चाहिए।
2. डॉक्टर बताती हैं कि ब्लड डोनेशन जैसा अच्छा काम हर व्यक्ति कर सकता है। लेकिन अगर किसी व्यक्ति का हीमोग्लोबिन का लेवल 12.5 ग्राम से कम है, तो उसे ब्लड डोनेशन नहीं करना चाहिए। 12.5 ग्राम से कम हीमोग्लोबिन होने का मतलब है कि आपके शरीर में पहले से ही खून की कमी है। ऐसे में आप ब्लड डोनेट करते हैं, तो आपको कई परेशानियां होने का खतरा रहता है।
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3. ब्लड डोनेशन करने से पहले शरीर को सही तरीके से आराम करवाना और हाइड्रेट रखना जरूरी है। ब्लड डोनेशन से पहले आपको रात को हेल्दी खाना खाना चाहिए। ब्लड डोनेशन से पहले अच्छी तरह से आराम करना चाहिए। ब्लड डोनेशन से 24 घंटे पहले तक पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं। पानी पीने से शरीर हाइड्रेट रहेगा और ब्लड डोनेशन के दौरान आपको किसी भी तरह की कमजोरी और चक्कर आना जैसी समस्या नहीं होगी।
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4. ब्लड डोनेशन के बाद सही और पोषण युक्त खानपान की जरूरत होती है। डॉक्टर का कहना है कि ब्लड डोनेशन के बाद खूब पानी, जूस, नारियल पानी और अन्य तरह पदार्थों का सेवन करें। ब्लड डोनेशन के लगभग 12 घंटे तक मेहनत वाली एक्सरसाइज या वेटलिफ्टिंग जैसी चीजें बिल्कुल न करें। इस दौरान आराम, खानपान और पानी पीने पर ही फोकस रखें।
5. ब्लड डोनेशन के बाद कुछ लोगों को कमजोरी, चक्कर आना और सिर दर्द की समस्या हो सकती हैं। अगर आपको इस तरह की समस्या हो रही है, तो घबराने की जरूरत नहीं है। ब्लड डोनेशन के बाद यह मामूली से साइड इफेक्ट होते हैं, तो 1 से 2 घंटे के बाद ठीक हो जाते हैं।
डॉक्टर का कहना है कि ब्लड डोनेशन एक प्रेरणादायक काम है। ब्लड डोनेशन के जरिए हर साल लाखों लोगों की जान बचाई जा सकती है। लेकिन अगर आप मिर्गी, अस्थमा, ब्लीडिंग डिसऑर्डर, थैलेसीमिया, सिकल सेल एनीमिया, पॉलीसिथीमिया वेरा , हेपेटाइटिस बी, सी, ट्यूबरकुलोसिस, लेप्रोसी जैसी स्थितियों से जूझ रहे हैं, तो आप ब्लड डोनेट नहीं कर सकते हैं। डिलीवरी के बाद महिलाएं 12 से 18 महीने तक ब्लड डोनेट नहीं कर सकती हैं। अगर आप ब्लड डोनेट करना चाहते हैं, तो इस विषय में एक बार डॉक्टर से जरूर बात करें।
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