Blood Donation: रक्तदान करना पुण्य का कार्य माना जाता है, इसे महादान भी कहते हैं। भारत में हर साल लाखों मरीजों को खून की जरूरत होती है। चाहे एक्सीडेंट का मामला हो या स्वास्थ्य संबंधी किसी बीमारी के कारण, ऐसे में आपका एक यूनिट रक्त किसी की जान बचा सकता है। हालांकि, रक्तदान करके आप जरूरतमंद की मदद तो करते ही हैं, लेकिन इससे आपको खुद को भी कई फायदे मिलते हैं। अगर आप भी रक्तदान करना चाहते हैं, तो आइए जानते हैं रक्तदान करने से पहले आपको किन बातों का ध्यान रखना चाहिए और रक्तदान क्यों जरूरी है। हमने इस विषय पर बेंगलुरु के एस्टर व्हाइटफील्ड अस्पताल के हेमेटोलॉजिस्ट डॉ. अनूप (Dr. Anoop P, Sr. Consultant - Haematology, Aster Whitefield Hospital, Bengaluru) से विस्तार में बात की।
रक्तदान क्यों करें-Why Should You Donate Blood?
अगर आप पहली बार रक्तदान कर रहे हैं तो मन में कई तरह के सवाल आते हैं, जैसे क्या खाएं, कहीं कमजोरी तो नहीं आ जाएगी, आदि। लेकिन हम कई जरूरी बातों से अनजान होते हैं। रक्तदान करने से क्या होता है, रक्तदान करने से शरीर को क्या भावनात्मक और शारीरिक स्वास्थ्य लाभ मिलते हैं? तो चलिए जानते हैं रक्तदान क्यों करें, रक्तदाता के लिए यह किस तरह से फायदेमंद है, इससे सेहत को मिलने वाले फायदे।
- शरीर में आयरन का संतुलन बना रहता है।
- रक्त प्रवाह बेहतर होता है।
- दिल की बीमारियों और स्ट्रोक का जोखिम कम रहता है।
- वजन घटाने में मदद मिलती है।
- शारीरिक और मानसिक रूप से व्यक्ति को बेहतर महसूस होता है।
रक्तदान करने से पहले किन बातों का रखें ध्यान-Things to keep in mind before donating blood?
अगर आप पहली बार रक्तदान करने जा रहे हैं, तो कई बातों का पता होना जरूरी है। बता दें कि कोई भी स्वस्थ महिला या पुरुष रक्तदान कर सकता है। इसके अलावा कोई भी स्वस्थ व्यक्ति 1 यूनिट यानी 350 ml रक्त दान कर सकता है। महिलाएं हर तीन महीने और पुरुष हर चार महीने में रक्तदान कर सकते हैं। एक ब्लड डोनर के तौर पर आपको कुछ बातों का पता होना चाहिए। जानिए
- वजन- कोई भी व्यक्ति जो रक्तदान करना चाहता है, उसका वजन 45 किलोग्राम होना चाहिए।
- दिल की धड़कन(Heart Rate)- रक्तदाता के दिल की धड़कन नॉर्मल होनी चाहिए, जो कि 60 से 100 के बीच जरूरी है।
- शरीर का तापमान- बता दें कि रक्तदाता के शरीर का तापमान करीब 37°C होना चाहिए।
- शरीर में खून की मात्रा(Hemoglobin)- रक्तदान करने वाले व्यक्ति के शरीर में खून की मात्रा 12.5 लीटर होनी चाहिए।
- बीपी- रक्तदाता का बीपी नॉर्मल (120/80 mm Hg) के आसपास होना चाहिए।
- उम्र- दरअसल, रक्तदान करने वाले व्यक्ति की उम्र 18 से 65 साल के बीच होनी चाहिए, तो वह रक्तदान कर सकता है।

कौन लोग नहीं कर सकते रक्तदान-Who cannot donate blood?
एक स्वस्थ व्यक्ति रक्त दान कर सकता है, लेकिन कुछ ऐसे लोग हैं जो रक्त दान नहीं कर सकते, जानिए
1. कोई व्यक्ति जो किसी भी तरह की स्वास्थ्य संबंधी समस्या से जूझ रहा है, जैसे सर्दी-जुकाम, फ्लू, गले में दर्द, पेट से जुड़ी समस्या या कोई अन्य परेशानी, तो वे लोग रक्तदान नहीं कर सकते।
2. व्यक्ति ने हाल ही में तीन दिन के अंदर किसी भी तरह की सर्जरी, डेंटल क्लीनिंग या अन्य उपचार कराया हो, तो वह रक्तदान नहीं कर सकता है।
3. ड्रग्स, शराब या किसी भी तरह का नशा करने वाले रक्तदान नहीं कर सकते।
4. हेपेटाइटिस बी/हेपेटाइटिस सी, HIV, हृदय रोग, मिर्गी, थैलेसीमिया और कैंसर। इन बीमारियों से ग्रसित व्यक्ति रक्तदान नहीं कर सकता।
5. शरीर में कई टैटू बनवाए हों या फिर पिछले 6 महीनों में टैटू हटाने की कोई सर्जरी कराई हो, वे व्यक्ति रक्तदान नहीं कर सकते।
6. गर्भवती महिलाएं रक्तदान नहीं कर सकतीं।
रक्तदान करने के पहले और बाद में क्या करें और क्या न करें?
रक्तदान करने से पहले और बाद में कुछ बातों का ध्यान रखना जरूरी है।
रक्तदान करने से पहले
- हमेशा लाइसेंस प्राप्त और मान्यता प्राप्त ब्लड बैंक का चुनाव करें, जहां डॉक्टर्स उपलब्ध हों।
- रक्तदान करने से पहले कुछ हल्का खाना खाएं और खूब पानी पिएं, ताकि कमजोरी न आए।
- रक्तदान करने जा रहे हैं, उस दिन एल्कोहल का सेवन न करें।
- रक्तदान से कम से कम 2 घंटे पहले धूम्रपान न करें।
- साथ ही दो वैध आईडी प्रूफ लेकर जाएं।
रक्तदान करने के बाद
- रक्तदान करने के तुरंत बाद कम से कम 5-10 मिनट आराम करें।
- रक्तदान के बाद कमजोरी महसूस हो रही है, तो तुरंत कुछ न कुछ खाएं, जिससे एनर्जी मिले।
- रक्तदान करने के अगले 24 घंटे तक खुद को हाइड्रेट रखें और पोषक तत्वों से भरपूर ही आहार लें।
- अगले 5-6 घंटे तक किसी भी तरह का भारी काम या एक्सरसाइज न करें।
- ज्यादा देर तक खड़े होने से बचें।
रक्तदान से जुड़े मिथक और सच
मिथ- रक्तदान से शरीर में खून की कमी हो जाती है।
सच- रक्तदान करने से शरीर में खून की कमी नहीं होती है। दरअसल, अगर आप 300 ml रक्तदान करते हैं, तो शरीर रक्त की खोई मात्रा को 48 घंटे में रिकवर कर लेता है। एक स्वस्थ व्यक्ति को कोई नुकसान नहीं होता।
मिथ- महिलाएं रक्तदान नहीं कर सकतीं।
सच- कोई भी स्वस्थ व्यक्ति रक्तदान कर सकता है। ऐसे में स्वस्थ महिलाएं भी रक्तदान कर सकती हैं, बस खून की मात्रा और वजन पर्याप्त हो।
रक्तदान के बाद क्या खाएं?
इस बात का ध्यान रखें कि खाली पेट रक्तदान बिल्कुल न करें, क्योंकि इससे आपको चक्कर आ सकते हैं या आप थका हुआ महसूस कर सकते हैं। रक्तदान से पहले भी कुछ हल्का खाना खाएं और पानी पिएं। रक्तदान के बाद भी पौष्टिक खाना खाएं।
- रक्तदान के बाद खाना बेहद जरूरी है। ऐसे आहार लें, जिससे शरीर को एनर्जी मिले।
- आयरन और विटामिन सी से भरपूर आहार लें, जैसे पालक, चुकंदर, संतरा, आंवला, सूखे मेवे या अन्य हरी सब्जियां आदि।
- फलों का जूस या नारियल पानी पिएं।
- खुद को हाइड्रेट रखना जरूरी है, इसलिए खूब पानी पिएं।
निष्कर्ष
रक्तदान करना एक पुण्य का काम है। इससे लाखों लोगों की जिंदगी बच सकती है। अगर आप पहली बार रक्तदान कर रहे हैं, तो बस थोड़ी सी तैयारी और जानकारी आपको एक सफल और सुरक्षित अनुभव दे सकती है। आपका एक यूनिट ब्लड किसी की जिंदगी बचा सकता है, ये एहसास भी आपको मानसिक सुकून देगा। तो हिचकिचाएं नहीं, रक्तदान करें और किसी का जीवन बचाएं।
FAQ
Blood चढ़ाने के बाद क्या खाना चाहिए?
ब्लड चढ़ाने के बाद आयरन और विटामिन सी से भरपूर आहार का सेवन करें और खूब पानी पिएं।Blood देने के बाद कौन सा जूस पीना चाहिए?
ब्लड देने के बाद फलों का जूस पी सकते हैं और नारियल पानी भी पीना चाहिए।क्या मैं खाली पेट खून दे सकता हूं?
नहीं, खाली पेट रक्तदान न करें, इससे आपको चक्कर आ सकते हैं। इसलिए जरूरी है कि रक्तदान से पहले कुछ हल्का खाना खाएं और पानी पिएं।