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डायलिसिस कराने वाले मरीज के स्किन का रंग काला क्यों होता है? डॉक्टर से जानें

Why is Skin Darker For Patients Undergoing Dialysis: किडनी फैल होने पर व्यक्ति का डायलिसिस कराना उनके स्वास्थ्य के लिए बहुत जरूरी होता है, लेकिन डायलिसिस के कई साइड इफेक्ट्स भी हैं, जिसमें स्किन का रंग बदलना भी शामिल है। 
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डायलिसिस कराने वाले मरीज के स्किन का रंग काला क्यों होता है? डॉक्टर से जानें


Why is Skin Darker For Patients Undergoing Dialysis in Hindi: किडनी से जुड़ी बीमारियां आज के समय में तेजी से बढ़ गई हैं। किडनी फैल होने पर कई लोग अपनी किडनी को काम करने के लिए डायलिसिस (dialysis) करवाते हैं, जबकि कुछ लोग किडनी ट्रांसप्लांट करवाते हैं। किडनी ट्रांसप्लांट के बाद आपकी किडनी सही हो जाती है, लेकिन अगर मरीज को सही किडनी नहीं मिलती है तो जिंदा रहने के लिए उन्हें नियमित तौर पर किडनी डायलिसिस पर निर्भर रहना होता है। डायलिसिस आपको जिंदा रहना में तो मदद करता है, लेकिन इसके आपके स्वास्थ्य से जुड़े कई साइड इफेक्ट्स (dialysis side effects) भी हैं, जिसमें स्किन का रंग बदलना भी शामिल है। आपने कई बार देखा होगा, जो व्यक्ति डायलिसिस पर होते हैं, उनके स्किन का रंग बदल जाता है। आइए कोलकाता के सीएमआरआई अस्पताल के नेफ्रोलॉजिस्ट डॉ. अविनंदन बनर्जी से जानते हैं कि डायलिसिस के मरीजों की स्किन क्यों बदल जाती है? (How will dialysis affect your skin)

डायलिसिस से त्वचा काली क्यों होती है? - Why Dialysis Makes Patient Skin Dark in Hindi?

डायलिसिस के मरीजों में स्किन से जुड़ी कई समस्याएं हो सकती हैं। ये समस्याएं मरीज की लाइफ क्वालिटी को प्रभावित कर सकती है। साथ ही यह मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य पर भी नकारात्मक प्रभाव डाल सकती हैं। डायलिसिस से जुड़ी सबसे आम स्किन की समस्या खुजली, ड्राई स्किन और स्किन का रंग बदलना शामिल है। डॉ. अविनंदन बनर्जी के अनुसार, "डायलिसिस मरीजों में स्किन का रंग बदलना (Does dialysis affect your skin) एक सामान्य समस्या है। खासकर हाथों और पैरों की हथेलियों और तलवों का रंग गहरा हो सकता है। यह समस्या किडनी की बीमारी के बढ़ने के साथ शुरु होती है। इस स्थिति को हाइपरपिगमेंटेशन (How will dialysis affect your skin) कहा जाता है, जिसमें स्किन पर मेलानिन जमा हो जाता है, जिससे स्किन का रंग गहरा हो जाता है। इतना ही नहीं, डायलिसिस के मरीजों में सूरज के संपर्क में आने वाले हिस्सों पर भी भूरे रंग का पिगमेंटेशन दिखाई दे सकता है। यह मेलानिन उत्पादन के कारण होता है, जो उस समय बढ़ जाता है जब मेलानोसाइट स्टिमुलेटिंग हार्मोन का स्तर बढ़ता है।

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Does dialysis affect your skin

डायलिसिस के प्रभाव को कैसे कम करें? - How To Reduce The Effects Of Dialysis in Hindi?

  • स्किन की सही देखभाल: डायलिसिस के मरीजों को अपनी स्किन की खास देखबाल के लिए अच्छे मॉइस्चराइजर का उपयोग करना चाहिए। ड्राई स्किन को ठीक करने के लिए नहाने के बाद स्किन को मॉइस्चराइज करना जरूरी होता है।
  • संतुलित आहार: बैलेंस डाइट से शरीर में जरूरी पोषक तत्वों की कमी पूरी होती है, जिससे स्किन के स्वास्थ्य को बढ़ावा मिलता है।
  • डायलिसिस ट्रीटमेंट का नियमित पालन करना: डायलिसिस का सही तरीके से पालन करने से ब्लड में यूरिया और अन्य टॉक्सिक पदार्थों का स्तर कंट्रोल में रहता है, जो स्किन से जुड़ी समस्याओं को कम करने में मदद करता है।

निष्कर्ष

डायलिसिस मरीजों में स्किन की समस्याएं आम हैं, और इसका कारण किडनी की खराब कार्यप्रणाली, हार्मोनल बदलाव और ब्लड फ्लो में कमी हो सकती है। हालांकि ये समस्याएं अस्थायी होती हैं, लेकिन सही देखभाल और इलाज की मदद से इस समस्या से बचाव किया जा सकता है या इसे कम किया जा सकता है।

Image Credit: Freepik 

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