
सरलता से प्राप्त होने वाली चीज कम मूल्यवान होती है और कठिनता से मिलने वाली वस्तु अधिक मूल्यवान होती है। रत्नों में चार गुण होते हैं- रूप सौंदर्य, टिकाऊपन, दुर्लभता और प्रभाव। यही वजह है कि अगर मसाज में क्रिस्टल (रत्नों) का इस्तेमाल किया जाए तो यह न सिर्फ मांसपेशियों के दर्द को कम करती है, बल्कि शरीर और दिमाग में बंद ऊर्जा को भी मुक्त करता है। तो चलिए विस्तार से जानते हैं कि कैसे जेमस्टोन मसाज कैसे एक बेहतरीन सेल्फ केयर होती है।
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क्रिस्टल्स से मसाज के लाभ
क्रिस्टल्स में संपूर्ण व्यक्तित्व के स्तर को बढ़ाने की क्षमता होती है। जब इनका इस्तेमाल मसाज के लिए किया जाता है तो यह क्रिस्टल संतुलन बनाए रखने के लिए शरीर में दोबारा से ऊर्जा का प्रवाह करते हैं। कुछ लोगों में क्रिस्टल मसाज से उत्पन्न उर्जा विषाक्त पदार्थों और तनाव को दूर करने का काम करती है। वहीं कइयों के लिए यह आत्मा को ऊर्जा देने और जीवंत करने का माध्यम हो सकता है।
कैसे की जाती है जेमस्टोन मसाज
जेमस्टोन की हीलिंग ऊर्जा व प्राकृतिक शुद्धता वाले तत्व पर आधारित थेरेपी होती है। यह थेरेपी त्वचा को फ्लॉलेस बनाती है। यह थेरेपी चेहरे और आत्मा को जवां बनाने के साथ-साथ फिर से पुरानी चमक और ऊर्जा को वापस लाने में सक्षम होती है। जेमस्टोन फेसियल या मसाज विभिन्न किस्म के जेम्स की गुणवत्ता पर आधरित होती है। इन जेम्स को हॉर्मोनल बैलेंस के लिए पहना जाता है। जेमस्टोन लाइफ फोर्स से काफी शक्ति के साथ रेडियेट करता है।
यदि सही तरीके से इसे इस्तेमाल किया जाए तो ये ऊर्जा के बंद स्रोतों को खोलते हुए उन्हें प्रकाश और ऊर्जा से भर देता है। इसमें अंबेर, ऑनिक्स, रूबी और एक्वामैरिन आदि जेम्स का उपयोग किया जाता है। इस थेरेपी में थेरेपी की गुणवत्ता वाले जेमस्टोन का प्रयोग होता है। यह थेरेपी लोगों की ऊर्जा को नियंत्रित करने के साथ ही उसे हॉर्मोनाइज और वाइटलाइज भी करती है। जेमस्टोन एक माइक्रो फाइन पाउडर के रूप में होता है। इसमें विटामिन युक्त तेल और सुगंधित एसेंस को मिलाकर प्रयोग में लाया जाता है।
जेमस्टोन थेरेपी फेशियल
जेमस्टोन फेशियल थेरेपी रत्न की प्राकृतिक ऊर्जा को विकसित करता है और आध्यात्मिक, शारीरिक और मानसिक असंतुलन को दोबारा से स्थापित करने में मदद करता है। इस फेशियल को करने में विभिन्न रत्नों का इस्तेमाल किया जाता है। यह रत्न चेहरे से झुर्रियों को मिटाने के साथ-साथ एजिंग की प्रक्रिया को भी धीमा करते हैं। इस थेरेपी में इस्तेमाल मुख्य सामग्रियां, पन्ने और नीलम आदि के डस्ट (धूल) होते हैं।
Image Source : Getty
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