प्रेगनेंसी में गर्भस्थ शिशु और गर्भवती महिला की अच्छी सेहत सुनिश्चित करने के लिए कई जांच की जाती हैं। ऐसी ही एक जांच है जिसे डॉप्लर अल्ट्रासाउंड के नाम से जाना जाता है। प्रेगनेंसी में डॉप्लर अल्ट्रासाउंड की मदद से आनुवांशिक बीमारियों का पता लगाया जाता है। शिशु के रक्त प्रवाह का पता लगाने के लिए भी इस जांच को किया जाता है। इस लेख में हम डॉप्लर अल्ट्रासाउंड का महत्व और तरीका जानेंगे। इस विषय पर बेहतर जानकारी के लिए हमने लखनऊ के केयर इंस्टिट्यूट ऑफ लाइफ साइंसेज की एमडी फिजिशियन डॉ सीमा यादव से बात की।
डॉप्लर अल्ट्रासाउंड क्या है?- Doppler Ultrasound in Hindi
ये एक तरह का अल्ट्रासाउंड है जिसमें साउंड वेव्स का इस्तेमाल किया जाता है। ये साउंड वेव्स की फ्रीक्वेंसी बहुत ज्यादा होती है। इसकी प्रक्रिया किसी सामानय अल्ट्रासाउंड की तरह ही होती है। डॉप्लर अल्ट्रासाउंड, सामान्य अल्ट्रासाउंड से इसलिए अलग है क्योंकि इस जांच के जरिए कोशिकाओं में खून के प्रवाह, ब्लड फ्लो की गति, दिशा और ब्लड क्लॉट के बारे में जानकारी मिलती है।
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क्यों किया जाता है डॉप्लर अल्ट्रासाउंड?
1. हाई रिस्क प्रेगनेंसी में गर्भस्थ शिशु की स्थिति का पता लगाने के लिए इस जांच को किया जाता है।
2. शिशु को पर्याप्त ऑक्सीजन मिल रही है या नहीं, इसका पता लगाने के लिए डॉप्लर अल्ट्रासाउंड किया जाता है।
3. प्लेसेंटा ठीक ढंग से काम कर रहा है या नहीं इसकी जांच भी डॉप्लर अल्ट्रासाउंड के जरिए होती है।
4. तीसरी तिमाही से पहले शिशु में जेनेटिक विकारों का पता लगाने के लिए ये टेस्ट किया जाता है।
5. जिन गर्भवती महिलाओं का वजन कम या ज्यादा होता है, उनमें कई बीमारियों की संभावना बढ़ जाती है। उन बीमारियों की जांच के लिए डॉक्टर डॉप्लर अल्ट्रासाउंड करने की सलाह देते हैं।
6. जुड़वां बच्चे होने की स्थिति में भी डॉप्लर अल्ट्रासाउंड किया जाता है।
डॉप्लर अल्ट्रासाउंड की प्रक्रिया
ये पूरी तरह से सुरक्षित प्रक्रिया है। इस जांच में कुछ मिनट का ही समय लगता है। कुछ महिलाओं को ये डर होता है कि कहीं इस जांच को करने में दर्द न हो पर ऐसा नहीं है। इस जांच के दौरान दर्द नहीं होता। डॉप्लर अल्ट्रासाउंड करने के लिए, पेट पर जैल लगाया जाता है। फिर ट्रांसड्यूसर को पेट पर रखकर, शरीर के अंदरूनी अंगों की जांच की जाती है। ब्लड फ्लो को चेक करने के लिए स्कैनर ध्वनि तरंगों का इस्तेमाल करता है। सामान्य अल्ट्रासाउंड में ब्लड फ्लो का पता नहीं लगाया जा सकता है।
गर्भस्थ शिशु के बारे में क्या जानकारी मिलती है?
- शिशु की हलचल के बारे में बताता है।
- प्रेगनेंसी में ब्लड फ्लो कैसा है, इसकी जानकारी मिलती है।
- गर्भस्थ शिशु की बीमारी
- जुड़वां बच्चों की स्थिति
अगर डॉक्टर आपको डॉप्लर अल्ट्रासाउंड कराने की सलाह देते हैं, तो अनुभवी डॉक्टर या अच्छी लैब में ही जाकर जांच करवाएं।