डाइयुरेटिक्स (मूत्रक) एक ऐसा पदार्थ है जो मूत्र का उत्पादन बढ़ा देता है। इन्हें वाटर पिल्स के नाम से भी जाना जाता है। डाइयुरेटिक्स, मूत्र के माध्यम से शरीर से तरल पदार्थों को बाहर कर देता है।
शरीर में तरल पदार्थों के कम होने पर वजन कम हो जाता है। इसका इस्तेमाल कम समय में वजन घटाने के लिये किया जाता है। इसका सेवन जोखिम भरा भी हो सकते हैं। इस लेख के माध्यम से हम बात करेंगे डाइयुरेटिक्स द्वारा वजन कम करने के जोखिम के बारे में।
डाइयुरेटिक्स की चार श्रेणियां होती हैं और सभी मूत्र के उत्पादन को बढ़ाती हैं। इसका उपयोग सूजन के इलाज, हार्ट फेल्योर, रक्त चाप, लीवर सिरोसिस और गुर्दे संबंधी रोगों के उपचार में भी किया जाता है। इसे बाजार में वजन घटाने वाली दवा के रूप में भी प्रचारित किया जा रहा है। डाइयुरेटिक्स सोडियम (नमक) और पानी को शरीर से निकालती है। ये यूरिन के जरिए गुर्दे से सोडियम को निकालती है। जब गुर्दे से सोडियम बाहर निकलता है तो शरीर का पानी सूखने लगता है। नतीजतन रक्त वाहिकाओं में बह रहे तरल पदार्थ की मात्रा में कमी हो जाती है। इस कारण धमनियों की दीवारों पर दबाव कम हो जाता है।
मानव शरीर में 60 प्रतिशत पानी की मात्रा होती है। डाइयुरेटिक्स शरीर के पानी को कम करता है। पानी कम होने से व्यक्ति को वजन कम होने का अनुभव होता है और ऐसा शरीर में तरल पदार्थों की कमी के कारण होता भी है। कम समय में वजन कम करने के लिए लोग डाइयुरेटिक्स का चुनाव करते हैं। डाइयुरेटिक्स शरीर के तरल पदार्थों को कम करता है। इससे चर्बी में कोई कमी नहीं होती। इसलिए इससे कम किया गया वजन ज्यादा दिन तक मेनटेन नहीं रहता और कुछ समय बाद वजन फिर से बढ़ जाता है।
डाइयुरेटिक्स (वाटर पिल्स) के साइड इफेक्ट्स
शरीर के कई अंग अपना काम करने के लिए पानी पर निर्भर होते हैं। यही नहीं मस्तिष्क में लगभग 70 प्रतिशत पानी होता है, रक्त में लगभग 90 प्रतिशत पानी है और फेफड़ों भी कार्य करने के लिए पानी पर निर्भर होते हैं। ये जानने के बाद आप आराम से ये अंदाजा लगा सकते हैं कि हमारा शरीर पानी पर कितना निर्भर करता है। शरीर में पानी की कमी होने पर कितना नुकसानदायक हो सकता है। डाइयुरेटिक्स के लगातार इस्तेमाल से कई साइड इफेक्ट भी हो सकते हैं। ये साइड इफेक्ट निर्जलीकरण जैसे होते हैं। डाइयुरेटिक्स के कुछ साइड इफेक्ट निम्न हैं-
- प्यास का लगना
- थकान का होना
- मतली का आना
- दस्त होना
- मांसपेशियों में कमजोरी होना
- मांसपेशीयों में ऐंठन
- सोच का भ्रमित होना
- दिल की धड़कन का अनियमित होना
यदि आप स्थायी रूप से अपना वजन कम करना चाहते हैं तो डाइयुरेटिक्स एक अच्छा माध्यम नहीं है। बेहतर होगा की आप वजन कम करने के लिए प्राकृतिम माध्यमों का सहारा लें जैसे व्यायाम, संतुलित आहार या फिर डॉक्टरी सलाह।
Read More Articles On Weight Loss In Hindi
Read Next
वजन घटाने के लिए ये टिप्स आजमाएं
How we keep this article up to date:
We work with experts and keep a close eye on the latest in health and wellness. Whenever there is a new research or helpful information, we update our articles with accurate and useful advice.
Current Version