Who should Not eat Sweet Potatoes: सर्दियों में बाजार में शकरकंदी भरपूर मात्रा में उपलब्ध होती है। शकरकंदी की तासीर गर्म होती है, इसलिए सर्दियों में शरीर को गर्म करने के लिए शकरकंदी सेवन भी ज्यादा मात्रा में करते हैं। इस फल का स्वाद हल्दा मीठा होता है। कुछ लोग शकरकंदी को भूनकर खाना पसंद करते हैं, कुछ लोग इसे कोयले और उपलों पर भूनकर खाते हैं और कुछ लोग इसका हलवा बनाते हैं। शकरकंदी में विटामिन, मिनरल्स और फाइबर पाया जाता है, जो स्वास्थ्य के लिहाज से बहुत फायदेमंद (Health Benefits of Sweet Potatoes) होता है।
इतने फायदे होने के बावजूद कुछ लोगों को स्वास्थ्य कारणों से शकरकंदी का सेवन नहीं करने की सलाह दी जाती है। आज इस लेख के माध्यम से हम आपको बताने जा रहे हैं किन लोगों को शकरकंदी नहीं खानी चाहिए। इस विषय पर अधिक जानकारी के लिए हमने दिल्ली के रोहिणी स्थित भाग्य आयुर्वेदा की न्यूट्रिशनिस्ट और डाइटिशियन पूजा सिंह से बात की।
किन लोगों को शकरकंदी नहीं खानी चाहिए?- Who should Not eat Sweet Potatoes?
डाइटिशियन पूजा सिंह के अनुसार, शकरकंदी में विटामिन, आयरन, कैल्शियम, बीटा-कैरोटीन, मैग्नीशियम, फॉस्फोरस और फाइबर जैसे पोषक तत्व पाए जाते हैं।
1. डायबिटीज के मरीज- Diabetes Patients
शकरकंदी में प्राकृतिक मिठास होती है। यही वजह है शकरकंदी का ग्लाइसेमिक इंडेक्स हाई होता है। इसका सेवन करने से शरीर का ब्लड शुगर लेवल तेजी से बढ़ता है। यही कारण है डायबिटीज और प्री-डायबिटीज के मरीजों को शकरकंदी का सेवन न करने की सलाह दी जाती है।
2. किडनी से संबंधित बीमारी वालों को- Kidney Pateients Should Avoid Sweet Potato
जिन लोगों को किडनी से जुड़ी बीमारियां होती हैं, उन्हें भी शकरकंदी का सेवन न करने की सलाह दी जाती है। शकरकंदी में मौजूद पोटैशियम किडनी पर अतिरिक्त दवाब डालता है, जिसकी वजह से इसकी कार्य प्रणाली पर असर होता है। न्यूट्रिशनिस्ट का कहना है कि किडनी से जुड़ी बीमारी वाले लोग अगर शकरकंदी का सेवन करते हैं, तो उन्हें हार्ट संबंधी परेशानियां हो सकती है।
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3. ऑक्सालेट्स से संबंधित बीमारी वाले लोग - People with Oxalate Issues
शकरकंदी में ऑक्सालेट की मात्रा ज्यादा होती है। ऑक्सलेट्स गुर्दे की पथरी का कारण बन सकता है। ऑक्सालेट शरीर में मौजूद कैल्शियम के साथ मिलकर पथरी बना सकता है। इसलिए ऑक्सलेट्स संबंधी बीमारियों से जूझ रहे लोगों को शकरकंदी का सेवन बिना डॉक्टरी सलाह के नहीं करना चाहिए।
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4. पाचन संबंधी समस्याओं के रोगियों को- People with Gas and Indigestion
शकरकंदी में अधिक मात्रा में फाइबर और स्टार्च होता है। ज्यादा मात्रा में फाइबर और स्टार्च का सेवन करने से पाचन संबंधी बीमारियां जैसे की पेट में दर्द, कब्ज, गैस और सूजन की समस्या हो सकती है। साथ ही, यह मल को भी हार्ड कर देता है। इसके कारण ही सुबह मल त्याग में परेशानी आती है।
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5. ब्लड प्रेशर से जुड़े मरीजों को
शकरकंदी में मौजूद पोषक तत्व शरीर का ब्लड प्रेशर लेवल ट्रिगर कर सकते हैं। शकरकंदी का सेवन करने से ब्लड प्रेशर अचानक से कम हो सकता है। इसलिए जिन लोगों को अक्सर ब्लड प्रेशर लो की समस्या रहती है, उन्हें भूलकर भी शकरकंदी का सेवन नहीं करना चाहिए।
शकरकंदी का सेवन करते वक्त सावधानियां- Precautions while consuming Sweet Potato
डाइटिशियन पूजा सिंह का कहना है कि शकरकंदी में भरपूर मात्रा में पोषक तत्व होते हैं, जो स्वास्थ्य के लिहाज से फायदेमंद होते हैं। हालांकि इसका सेवन एक सीमित मात्रा में ही करना चाहिए। जिन लोगों को किसी प्रकार की बीमारी है या कोई व्यक्ति किसी विशेष प्रकार की दवा का सेवन कर रहा है, तो उसे शकरकंदी का सेवन करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें।
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निष्कर्ष
शकरकंदी एक पौष्टिक फल है, लेकिन इसका सेवन हर किसी को नहीं करना चाहिए। डायबिटीज, किडनी, पाचन या एलर्जी से जूझ रहे लोगों को शकरकंदी का सेवन करने से बचना चाहिए।