मीठे पेय पदार्थो से मोटापे और डायबिटीज का खतरा बढ़ जाता है। इसलिए वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन ने मोटापे और डायबिटीज जैसे रोगों पर लगाम लगाने के लिए सरकारों से मीठे पेय पदार्थों पर टैक्स लगाने को कहा है ताकि इनके उपभोग को हतोत्साहित किया जा सके।
वैश्विक स्वास्थ्य संगठन ने अपनी नवीनतम रिर्पोट में ऐसी राजकोषीय नीति अपनाने की जरूरत को दोहराया है जिसमें फलों और सब्जियों पर सब्सिडी दी जाए एवं अस्वास्थ्यकर खाद्य विकल्पों पर टैक्स लगाया जाए।
‘खानपान एवं गैर-संक्रामक रोगों की रोकथाम के लिए राजकोषीय नीति' नाम की इस रिर्पोट के अनुसार, ‘‘ऐसे वाकये हैं जिसके हिसाब से मीठे पेय पदार्थों पर कर ढांचे को तर्कसंगत बनाए जाने से उनके उपभोग में कमी देखी गई है। विशेषकर जब उनकी खुदरा बिक्री की कीमत को 20 प्रतिशत या उससे अधिक तक बढ़ा दिया जाए।''
रिर्पोट में कहा गया है कि ताजे फलों और सब्जियों पर सब्सिडी उपलब्ध कराकर उनके दाम 10-30 प्रतिशत तक कम करने से ऐसे स्वास्थ्यवर्धक उत्पादों के उपभोग को बढ़ाया जा सकता है।
Image Source : Getty
Read More Health News in Hindi
Disclaimer