आजकल की तेज रफ्तार जिंदगी, अनियमित खानपान, तनाव और फिजिकल एक्टिव होने की कमी के कारण हार्मोनल समस्याएं तेजी से बढ़ रही हैं। इनमें सबसे आम समस्या है थायराइड। हर साल थायराइड के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए वर्ल्ड थायराइड डे 25 मई को मनाया जाता है। थायराइड एक छोटी सी ग्रंथि है जो हमारे गले में मौजूद होती है और यह शरीर के मेटाबॉलिज्म को कंट्रोल करती है। जब यह ग्रंथि ठीक से काम नहीं करती, तो शरीर में हार्मोन का असंतुलन हो जाता है, जिससे वजन, मूड, पाचन और हार्टबीट जैसे कई पहलुओं पर असर पड़ता है। थायराइड की समस्या मुख्य रूप से दो प्रकार की होती है, हाइपोथायराइडिज्म (Hypothyroidism) और हाइपरथायराइडिज्म (Hyperthyroidism)। इस लेख में आकाश हेल्थकेयर के एंडोक्राइनोलॉजी विभाग की सीनियर कंसल्टेंट डॉ. मोनिका शर्मा, (Dr. Monika Sharma, Senior Consultant, Endocrinology, Aakash Healthcare) से जानेंगे कि कौन से थायराइड में वजन घटता है और इसके लक्षण क्या हैं।
पतले होने वाला थायराइड कौन सा होता है? - Which Type Of Thyroid Causes Weight Loss
डॉ. मोनिका शर्मा बताती हैं कि हाइपरथायराइडिज्म में व्यक्ति का वजन कम हो (kaun se thyroid mein vajan kam hota hai) सकता है। हाइपरथायराइडिज्म तब होता है जब आपकी थायराइड ग्रंथि अत्यधिक मात्रा में थायराइड हार्मोन (T3 और T4) बनाती है। इस स्थिति में आपके शरीर का मेटाबॉलिज्म बहुत तेज हो जाता है। यानी शरीर अधिक कैलोरी बर्न करता है, भले ही आप सामान्य या कम मात्रा में भोजन करें। हाइपरथायराइडिज्म में ग्रंथि ज्यादा एक्टिव हो जाती है। इससे शरीर की कई प्रणालियों पर असर पड़ता है और कई तरह के लक्षण दिखने लगते हैं।
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- हाइपरथायराइडिज्म से बचने के लिए विटामिन और मिनरल से भरपूर खाना जरूरी है। ऐसा इसलिए, क्योंकि वजन घटने के साथ पोषण की कमी हो सकती है।
- प्रोटीन से भरपूर डाइट लें, प्रोटीन मांसपेशियों को हेल्दी करता है, इसलिए अंडा, दाल, चिकन आदि शामिल करें।
- नियमित एक्सरसाइज करें, हल्की एक्सरसाइज मेटाबॉलिज्म को संतुलित करने में मदद करती है।
- तनाव कम करें, योग और ध्यान से हार्मोन संतुलित रहते हैं।
- डॉक्टर की सलाह लें और बिना दवा के वजन बढ़ाने की कोशिश न करें।
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हाइपरथायराइडिज्म के लक्षण
वजन कम होना इस बीमारी का एक प्रमुख लक्षण है, लेकिन इसके अलावा भी कई लक्षण होते हैं। जैसे कि तेज दिल की धड़कन, घबराहट, चिड़चिड़ापन और चिंता, हाथों का कंपकंपाना, पसीना आना, नींद न आना या बेचैनी, थकान और कमजोरी, बाल झड़ना, पीरिड्स में अनियमितता या कमी। अगर इनमें से कोई भी लक्षण महसूस हो तो तुरंत डॉक्टर से परामर्श करना जरूरी है।
हाइपरथायराइडिज्म का क्या कारण है? - What causes hyperthyroidism
- यह एक ऑटोइम्यून बीमारी है जिसमें शरीर की इम्यूनिटी गलती से थायराइड ग्रंथि को ज्यादा एक्टिव कर देती है।
- थायराइड ग्रंथि में गांठें बनने लगती हैं, जो हार्मोन का अधिक उत्पादन कर सकती हैं।
- थायराइड ग्रंथि में सूजन आना जिससे हार्मोन का असंतुलन हो सकता है।
निष्कर्ष
थायराइड की समस्या में वजन कम होना आमतौर पर हाइपरथायराइडिज्म का संकेत होता है। यह तब होता है जब थायराइड ग्रंथि ज्यादा एक्टिव हो जाती है और शरीर का मेटाबॉलिज्म तेज हो जाता है। वजन कम होना इस बीमारी का प्रमुख लक्षण है, लेकिन इसके साथ कई अन्य लक्षण भी देखे जा सकते हैं। सही समय पर इलाज और लाइफस्टाइल में बदलाव से इस समस्या को कंट्रोल किया जा सकता है। अगर आप या आपके किसी परिचित को अचानक वजन कम होने, अधिक पसीना आना, दिल की धड़कन तेज होना जैसे लक्षण दिखें तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
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FAQ
थायराइड के शुरुआती लक्षण क्या हैं?
थायराइड की शुरुआत में कई लक्षण धीरे-धीरे उभरते हैं, जिन्हें अक्सर नजरअंदाज कर दिया जाता है। हाइपोथायरॉयडिज्म में थकान, वजन बढ़ना, ठंड अधिक लगना, त्वचा का रूखापन, बाल झड़ना, कब्ज और पीरियड्स में गड़बड़ी जैसे लक्षण दिखते हैं। वहीं हाइपरथायरॉयडिज्म में तेजी से वजन घटना, घबराहट, धड़कन तेज होना, नींद न आना, हाथ कांपना और अधिक पसीना आना जैसे लक्षण हो सकते हैं। यदि ये लक्षण लगातार बने रहें तो थायराइड की जांच कराना जरूरी है, ताकि सही समय पर इलाज शुरू किया जा सके।थायराइड में कहां-कहां दर्द होता है?
थायराइड की समस्या में कुछ लोगों को गले के सामने वाले हिस्से में हल्का दर्द महसूस हो सकता है, खासकर जब थायराइड ग्रंथि में सूजन हो। यह दर्द गले से जबड़े, कान या गर्दन तक फैल सकता है। थायराइड की सूजन के कारण निगलने में परेशानी, गले में जकड़न या खिंचाव जैसी समस्या भी हो सकती है। अगर गले में लगातार दर्द या सूजन हो तो डॉक्टर से जांच जरूर करानी चाहिए।थायराइड बढ़ने से क्या परेशानी होती है?
थायराइड बढ़ने पर शरीर में कई तरह की समस्याएं होने लगती हैं क्योंकि यह ग्रंथि हमारे मेटाबॉलिज्म और हार्मोन संतुलन को कंट्रोल करती है। थायराइड बढ़ने पर थकान, वजन में बदलाव, भूख में बदलाव, कब्ज या दस्त, अनियमित पीरियड्स, बाल झड़ना, तनाव, चिड़चिड़ापन, नींद की कमी और दिल की धड़कन तेज जैसी समस्याएं हो सकती हैं। गले में सूजन या गांठ महसूस होना, निगलने या सांस लेने में तकलीफ भी थायराइड ग्रंथि के बढ़ने का संकेत हो सकता है।