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मोरिंगा का सेवन कब और कैसे करना चाहिए? जानें आयुर्वेदाचार्य से

मोरिंगा को आम भाषा में सहजन के रूप में भी जाना जाता है। सहजन में मौजूद औषधीय गुण आपके शरीर से जुड़ी कई समस्याओं को दूर करने में मदद करता है। हालांकि, कई लोगों को सहजन खाने का सही तरीके और समय के बारे में जानकारी नहीं होती है।
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मोरिंगा का सेवन कब और कैसे करना चाहिए? जानें आयुर्वेदाचार्य से

आयुर्वेद में ऐसी कई जड़ी-बूटियों के बारे में बताया गया है, जिनमें से कई चीजों का इस्तेमाल हम अपनी रोजमर्रा के जीवन में करते हैं। जबकि कुछ हर्ब्स ऐसे हैं, जिनके बारे में हम ज्यादा जानते भी नहीं हैं, लेकिन वे हमारे आस-पास मौजूद होते हैं, जिसमें मोरिंगा भी शामिल है। मोरिंगा को आम भाषा में सहजन के रूप में भी जाना जाता है। सहजन की स्टिक का इस्तेमाल अक्सर सब्जी के रूप में किया जाता है। लेकिन, इसकी पत्तियां भी बहुत फायदेमंद मानी जाती है। सहजन में मौजूद औषधीय गुण आपके शरीर से जुड़ी कई समस्याओं को दूर करने में मदद करता है। हालांकि, कई लोगों को सहजन खाने का सही तरीके और समय के बारे में कम पता होता है। ऐसे में आइए रामहंस चेरिटेबल हॉस्पिटल के आयुर्वेदिक डॉक्टर श्रेय शर्मा से जानते हैं कि मोरिंगा का सेवन कब और कैसे करें?

मोरिंगा का सेवन कब और कैसे करना चाहिए? - When And How To Consume Moringa in Hindi?

आयुर्वेदिक डॉ. श्रेय शर्मा के अनुसार मोरिंगा सेहत से जुड़ी कई समस्याओं के लिए बेहद फायदेमंद होता है। लेकिन, इसके गुणों के सही फायदे पाने के लिए जरूरी है कि आप इसका सेवन सही समय और सही तरीके से करें। डॉ. श्रेय की माने तो सुबह खाली पेट मोरिंगा का सेवन सबसे ज्यादा फायदेमंद माना जाता है, और इसे आप अपनी डाइट में अलग-अलग तरीकों जैसे पाउडर, काढ़ा, सब्जियों और पानी के साथ भी कर सकते हैं। जैसे-

1. मोरिंगा पाउडर का सेवन

मोरिंगा पाउडर का सेवन करने के लिए आप रात को सोने से पहले 10 ग्राम मोरिंगा पाउडर (पत्तियों को सूखाकर चूर्ण बनाकर) को एक गिलास पानी में भिगो दें। अगली सुबह इस पानी को छान लें और 2 से 3 बार में पिएं। इस पानी को आप खाने से पहले पी सकते हैं। यह शरीर से टॉक्सिक पदार्थों को बाहर निकालने और पाचन क्रिया को बेहतर बनाने में मदद करता है।

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2. सब्जी के रूप में

मोरिंगा की पत्तियों या ड्रमस्टिक का सेवन सब्जी के रूप में भी कर सकते हैं। मोरिंगा की ताजी सब्जियों या स्टिक की सब्जी बनाकर आप नियमित रूप से खा सकते हैं। यह आपके शरीर को एनर्जी देने और इम्यून सिस्टम को मजबूत करता है।

3. काढ़ा या चाय बनाकर

मोरिंगा का सेवन आप काढ़ा या चाय के रूप में भी कर सकते हैं। मोरिंगा की सूखी पत्तियों को पानी में उलाबकर इसका काढ़ा बाना लें और सुबह या शाम इसका सेवन करें। इससे खांसी, जुकाम, कफ और सांस से जुड़ी समस्याओं से राहत दिलाने में मदद कर सकता है।

How To Consume Moringa

मोरिंगा के क्या स्वास्थ्य फायदे हैं? - What Are The Health Benefits Of Moringa in Hindi?

  • मोरिंगा का सेवन पाचन तंत्र को मजबूत करता है। यह पेट में एसिडीटी, कब्ज, अपच और भारीपन से राहत दिलाता है।
  • मोरिंगा में एंटी-इंफ्लेमेशन तत्व होते हैं, जो आंतों में होने वाली गांठों और सूजन को कम करने में मदद करता है।
  • मोरिंगा विद्रधी यानी फोड़े-फुंसी को ठीक करने में मदद कर सकते हैं, क्योंकि इसमें एंटीबैक्टीरियल और एंटीफंगल गुण होते हैं।
  • मोरिंगा का सेवन शरीर में सूजन को कम करने और जोड़ों के दर्द से राहत दिलाने में मदद करता है।
  • मोरिंगा में मौजूद गुण आपके लिवर और तिल्ली के काम करने की क्षमता में सुधार करते हैं, जिससे सूजन को कम करने में मदद मिलती है।
  • मोरिंगा का काढ़ा या पाउडर का सेवन आपके आंतों में कीड़ों को मारने में असरदार होते हैं।
  • मोरिंगा में मौजूद गुण महिलाओं के पीरियड्स से जुड़ी समस्याओं को दूर करने में फायदेमंद होते हैं। इसका सेवन अनियमित पीरियड्स, दर्द औऱ कमजोरी से राहत दिलाता है, क्योंकि इसमें मौजूद आयरन के गुण आपके शरीर में ब्लड की कमी पूरी करता है।
  • मोरिंगा का सेवन हिचकी की समस्या में भी फायदेमंद होता है, खासकर जब आपको बार-बार हिचकी आती है।
  • मोरिंगा कफ नाशक के रूप में भी जाना जाता है, जो सांस की नलियों को खोतला है। इसका सेवन अस्थमा और सांस फूलने की समस्या से राहत मिलता है।
  • कफ के कारण होने वाले बुखार की समस्या से राहत दिलाने में भी मोरिंगा काफी प्रभावी होता है।
  • मोरिंगा मूत्राशय को साफ करने और पेशाब की जलन और इंफेक्शन से राहत दिलाता है।

निष्कर्ष

आयुर्वेद में मोरिंगा को कई औषधीय गुणों से भरपूर माना जाता है, जिसका नियमित सेवन आपके शरीर को स्वस्थ रखने और कई समस्याओं को दूर करने में मदद कर सकता है। लेकिन, किसी बीमारी से पीड़ित व्यक्ति, प्रेग्नेंसी, ब्रेस्टफीडिंग या छोटे बच्चों को मोरिंगा देने से पहले डॉक्टर से कंसल्ट कर लें।
Image Credit: Freepik

FAQ

  • मोरिंगा सुबह में लेना चाहिए या रात में?

    आयुर्वेद में मोरिंग का सेवन सुबह खाली पेट फायदेमंद माना जाता है, क्योंकि इससे शरीर को डिटॉक्स करने में मदद मिलती है और पोषक तत्वों का अवशोषण बेहतर होता है।
  • मोरिंगा लेने का सबसे अच्छा तरीका क्या है?

    मोरिंगा लेने का सबसे अच्छा तरीका इसका काढ़ा या पानी है। आप रात को मोरिंगा पाउडर को एक गिलास पानी में भिगोकर रख दें और फिर अगले दिन सुबह इस पानी का सेवन खाली पेट करें।
  • मोरिंगा की तासीर क्या होती है?

    मोरिंगा की तासीर गर्म मानी जाती है, जो आपके शरीर में गर्मी को बढ़ा सकती है। इसलिए, कुछ लोगों को इसके सेवन से बचना चाहिए, खासकर गर्मी से जुड़ी समस्याओं में।

 

 

 

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