Trigger Finger: ज्यादा फोन यूज करने से हो सकती है ट्रिगर फिंगर की समस्या, जानें इसके कारण और लक्षण

मोबाइल का ज्यादा इस्तेमाल करने से आपको ट्रिगर फिंगर की समस्या हो सकती है। आगे जानते हैं इसके कारण और लक्षण   
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Trigger Finger: ज्यादा फोन यूज करने से हो सकती है ट्रिगर फिंगर की समस्या, जानें इसके कारण और लक्षण


Causes Of Trigger Finger In Hindi: मोबाइल फोन ने हमारी जिंदगी को काफी आसान बना दिया है। आजकल बच्चे बाहर खेल खेलने से ज्यादा मोबाइल में गेम खेलना ज्यादा पंसद करते हैं। दरअसल, घर का हर सदस्य अब अपना ज्यादातर समय मोबाइल में ही बिताना पसंद करता है। बाहरी दुनिया के बारे में अपडेट रहना आज बेहद जरूरी हो चला है। यही वजह है कि लोग आज घंटों मोबाइल में अपना समय बिता रहे हैं। मोबाइल का ज्यादा इस्तेमाल करने से अब लोगों को उंगलियों से जुड़ी समस्याएं होने लगी है। इस समस्या को डॉक्टर 'ट्रिगर फिंगर' का नाम देते हैं। दरअसल, मोबाइल का ज्यादा इस्तेमाल करने से उंगलियों में सूजन, दर्द और अकड़न की समस्या हो सकती है। एनएचएस के अनुसार आगे जानते हैं कि ट्रिगर फिंगर की समस्या के क्या कारण होते हैं। साथ ही, इसके लक्षण भी आगे जानते हैं। 

ट्रिगर फिंगर के क्या लक्षण होते हैं? Symptoms Of Trigger Finger In Hindi 

ट्रिगर फिंगर के क्या लक्षण होते हैं -

  • इस समस्या में उंगलियों और अंगूठे को हिलाने में चटकाने की आवाज आती है।
  • उंगलियों और अंगूठे को मोड़ते समय मोड़ते हैं, दर्द महसूस होना। 
  • हथेलियो में दर्द महसूस होना। 
  • किसी चीज को पड़कने या उठाने में दर्द होना। 
  • उंगलियों के जोड़ों पर सूजन और गांठ बनना। 
  • उंगलियों से मुठ्ठी बनाने और खोलने में दर्द होना। 
  • सुबह के समय उंगलियों का मूवमेंट करने में परेशानी होना। 

ट्रिगर फिंगर का क्या कारण है? - Causes Of Trigger Finger In Hindi 

दरअसल, उंगलियों और अंगूठे के टेंडन में सूजन की वजह से आपको ट्रिगर फिंगर की समस्या हो सकती है।  टेंडन रस्सी के समान मजबूत, लचीले टिश्यू होते हैं। यह आपकी मांसपेशियों को आपकी हड्डियों से जोड़ते हैं। जब आप किसी अंग को मूवमेंट करते हैं तो यह टेंडन की मदद से आसानी से होता है। टेंडन को टिश्यू कवर करके रखते हैं। इससे टेंडन का बचाव होता है। जब आप उंगलियों का ज्यादा इस्तेमाल करते हैं, तो यह ट्रिगर फिंगर का कारण बन सकते हैं।

ट्रिगर फिंगर की समस्या तब होती है जब आपकी उंगलियों या अंगूठे के टेंडन में सूजन आ जाती है। इससे टेंडन का खिंचाव प्रभावित होता है। इस प्रभावित हिस्से में गांठ भी बन सकती है। जिससे उंगलियो के मूवमेंट में बाधा आ सकती है। नोड्यूल (स्किन के नीचे अर्बनॉर्मल टिश्यू) ए1 नामक हिस्से को प्रभावित कर सकता है।

trigger finger in hindi

ट्रिगर फिंगर का इलाज कैसे किया जाता है? How To Treat Trigger Finger in Hindi 

ट्रिगर फिंगर का इलाज कैसे किया जा सकता है, यह इस बात पर निर्भर करता है कि आपकी कौन सी उंगली ट्रिगर फिंगर से प्रभावित हुई है। इसके लक्षणों को कम करने का प्रयास किया जाता है। इसमें डॉक्टर सबसे पहले मरीज को लाइफस्टाइल में बदलाव करने की सलाह देते हैं। 

  • रेस्ट करना: लगातार उंगलियों से काम करने से ब्रेक लेकर व्यक्ति के टेंडन को ठीक होने का समय मिल जाता है। 
  • स्प्लिंटिंग: आपको अपने प्रभावित अंकों को जगह पर रखने और उन्हें उनकी सामान्य स्थिति में वापस लाने में मदद करने के लिए स्प्लिंट पहनने की आवश्यकता हो सकती है।
  • स्ट्रेचिंग एक्सरसाइज: व्यक्ति के टेंडन को फिर से लचीला बनाने में मदद करने के लिए आपको स्ट्रेचिंग एक्सरसाइज की सलाह दी जा सकती है। 
  • एंटी इंफ्लेमेटरी दवाएं: ओवर-द-काउंटर नॉनस्टेरॉइडल एंटी-इंफ्लेमेटरी दवाएं (एनएसएआईडी) इस समस्या में होने वाले दर्द से राहत मिलती है। 

ट्रिगर उंगली की सर्जरी

अगर, लाइफस्टाइल में बदलाव करने से दर्द में राहत नहीं मिलती है, तो ऐसे में डॉक्टर अंतिम में सर्जरी के विकल्प को चुन सकते हैं। सर्जरी में डॉक्टर प्रभावित उंगली में चीरा लगाकर टेंडन के प्रभावित हिस्से को ठीक करने का प्रयास कर सकते हैं। यदि अन्य उपचारों से आपके लक्षणों में सुधार नहीं होता है तो आपको सर्जरी की आवश्यकता हो सकती है। एक सर्जन ट्रिगर फिंगर रिलीज़ प्रक्रिया करेगा।

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उंगलियों के दर्द को दूर करने के लिए आप कुछ दिनों के लिए भारी काम न करें। साथ ही, मोबाइल का ज्यादा इस्तेमाल न करें। इससे भी हाथ की उंगलियों को दोबारा ठीक होने का पर्याप्त समय मिल जाता है।

 

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