टोक्सोप्लाजमोसिस (टोक्सो) एक कोशिकीय परजीवी टोक्सोप्लाजमा गोंडी के कारण होने वाला संक्रमण है। यह संक्रमण सबसे अधिक बिल्लियों और उनके मल के संपर्क में आने से या कच्चे मांस के सेवन से होता है। यह जीव दुनिया के आम परजीवियों में से एक है। इस लेख में हम आपको दे रहें हैं टोक्सोप्लाजमोसिस के बारे में विस्तार से जानकारी।
- यूनाइटेड स्टेट्स के सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेन्शन (सीडीसी) के एक आंकलन के अनुसार संयुक्त राज्य अमेरिका में 60 लाख से अधिक लोगों में टोक्सोप्लाजमा परजीवी हो सकते हैं। जानकारी के अभाव में बहुत ही कम लोगों को इसके लक्षण मालूम पड़ते हैं। स्वस्थ प्रतिरोधक क्षमता वाले लोगों में आमतौर पर इस परजीवी के होने के लक्षण पता नहीं चल पाते। गर्भावस्था के ठीक पहले या गर्भावस्था के दौरान टोक्सो होने पर यह भयावह परिणामों के साथ यह परेशानी बच्चे में भी हो सकती है। प्रतिरक्षा प्रणाली में कमी वाले लोगों में टोक्सो के गंभीर संकेत और लक्षण के विकास का जोखिम ज्यादा होता है।
- टोक्सोप्लाजमोसिस कुछ लोगों में फ्लू जैसे लक्षण भी पैदा कर सकता है। इससे प्रभावित अधिकतर लोगों में इसके कोई लक्षण दिखाई नहीं देते। संक्रमित माताओं से जन्में शिशुओं के लिए और कमजोर प्रतिरोधक क्षमता वाले लोगों के लिए टोक्सोप्लाजमोसिस गंभीर जटिलताएं पैदा कर सकता है।
- यदि आप स्वस्थ हैं तो आपको टोक्सोप्लाजमोसिस के लिए किसी भी उपचार की जरूरत नहीं होती। यदि आप गर्भवती हैं या आपकी प्रतिरोधक क्षमता कम है तो दवाओं के माध्यम से संक्रमण को कम किया जा सकता है। टोक्सोप्लाजमोसिस से बचने का सबसे अच्छा तरीका है इसकी शुरूआत में ही रोकथाम।
- जिन परिवारों में बिल्लियां पाली जाती हैं उन परिवारों में यह संक्रमण होने की ज्यादा आशंका रहती हैं। संक्रमित मांस खाने से यह परेशनी पहले बिल्ली को होती है फिर यह परिवार में फैल जाती है। बिल्लियों में टोक्सोप्लाजमा परजीवी के अंडे दूषित भोजन या पानी आदि से भी हो सकते हैं। टोक्सोप्लाजमा परजीवी बिल्ली में अपना जीवन चक्र पूरा करता है और उसके मल के द्वारा टोक्सोप्लाजमा के लाखों अंडों का उत्पादन करता है।
- स्वस्थ वयस्कों में आमतौर पर संक्रमण का बहुत कम या कोई संकेत नहीं होता। कमजोर प्रतिरोधक क्षमता वाले लोगों में संक्रमण के 5 से 20 दिन के भीतर लक्षण विकसित होते हुए देखे जा सकते हैं। इसके लक्षणों के रूप में मांसपेशियों में दर्द, बुखार, सांस लेने में तकलीफ और मस्तिष्क में सूजन जैसी समस्याएं होती हैं। किसी गर्भवती महिला को गर्भकाल या उसके ठीक पहले यह संक्रमण होने पर यह उसके भ्रूण पर बुरा असर डाल सकता है। ऐसा होने पर बच्चा अंधेपन या मिर्गी की समस्या के साथ पैदा हो सकता है।
टोक्सोप्लाजमोसिस के उपचार का सबसे अच्छा तरीका टोक्सोप्लाजमा के लिए एंटीबॉडी का रक्त परीक्षण है। स्वस्थ लोगों का आम तौर पर जब तक इलाज नहीं किया जाता तब तक इसके लक्षण लंबी अवधि के लिए न दिखाई दें। गर्भवती महिलाओं या कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली वालों के टोक्सोप्लाजमोसिस के इलाज के लिए दवाएं उपलब्ध हैं।
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